पिता के अंतिम संस्कार में भाग नहीं लेंगे योगी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

पिता के अंतिम संस्कार में भाग नहीं लेंगे योगी

yogi-will-not-join-father-crimetion
लखनऊ 20 अप्रैल, पितृशोक के बावजूद कर्मभूमि के प्रति अपने दायित्व को प्राथमिकता देते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पिता के अंतिम संस्कार में भाग नहीं लेने का कठिन फैसला लिया है। श्री योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। वह 89 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार उत्तराखंड में पौड़ी गढ़वाल जिले में यमकेश्वर तहसील स्थित पैतृक गांव पंचुर में किया जायेगा। मुख्यमंत्री को अपने पिता के निधन का दुखद समाचार उस समय मिला जब वह कोरोना संक्रमण के कारण लागू लाकडाउन की समीक्षा कर रहे थे। टीम 11 की महत्वपूर्ण बैठक के बीच में उन्हे पिता के परलोक सिधारने की सूचना दी गयी। कुछ पल शांत भाव से बैठे रहने के बाद उन्होने अधिकारियों से लाकडाउन की आगे की रणनीति के बारे में चर्चा शुरू कर दी। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बैठक समाप्त होने के बाद ट्विटर के जरिये आम जनमानस को यह दुखद सूचना दी। श्री योगी ने एक पत्र के जरिये पिता की मृत्यु पर शोक जताते हुये लिखा “ अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख एवं शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता है। जीवन में ईमानदारी,कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोकमंगल के लिये समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होने मुझे दिया। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी परन्तु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लडाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका। ” मुख्यमंत्री ने लिखा “ कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लाकडाउन की सफलता तथा महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। पूजनीया मां,पूर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील है कि वे लाकडाउन का पालन करते हुये कम से कम लोग अंतिम संस्कार कार्यक्रम में रहे। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुये उन्हे विनम्र श्रद्धाजंलि अर्पित कर रहा हूं। लाकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।” गौरतलब है कि श्री योगी के पिता आनन्द सिंह बिष्ट वन विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी थे। वह मां सावित्री देवी की पांचवी संतान है। उनसे बड़ी तीन बहने और एक भाई है जबकि उनसे छोटे दो भाई हैं। श्री बिष्ट के निधन पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव,बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कई राजनीतिक हस्तियों ने शोक संवेदना जताते हुये परिजनों को ढाढस बंधाया है।

कोई टिप्पणी नहीं: