बिहार : जब 10 सर्कुलर रोड को छावनी में तब्दील कर दिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 29 मई 2020

बिहार : जब 10 सर्कुलर रोड को छावनी में तब्दील कर दिया

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पटना,29 मई (आर्यावर्त संवाददाता) 10 सर्कुलर रोड को छावनी में तब्दील कर दिया है। राजद विधायकों का कारंवा गोपालगंज जाना था। वहां पर जाकर पीड़ितों की आंसू पोछना था। कोविड-19 का हवाला देकर जिला प्रशासन ने विधायकों का कारंवा पर ब्रेक लगा दिया है। आज बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जी के आवास के सामने हाई वोल्टेज ड्रामा जारी है।प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ऐलान कर रखा था कि ट्रिपल मडर में शामिल होने वाले विधायक को गिरफ्तार करों नहीं तो राजद के विधायक गोपालगंज कूच करेंगे। ऐसा नहीं होने पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर विधायक जुटेंगे। राबड़ी देवी के आवास पर रणनीति को लेकर बैठक की गयी।इसके बाद मैदान में उतर गए। गोपालगंज ट्रिपल मर्डर केस में राजनीति तेज हो गई है। राजद विधायकों के साथ तेजस्वी यादव गोपालगंज जाने के लिए शुक्रवार सुबह 10:05 बजे घर से निकले तो उनकी कार के सामने पुलिस ऑफिसर खड़े हो गए। राबड़ी आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती है। दरअसल,तेजस्वी यादव ने गोपालगंज हत्याकांड में जदयू विधायक की गिरफ्तारी न होने पर गोपालगंज जाने की बात कही थी। तेजस्वी ने पुलिस को दो दिन का अल्टीमेटम दिया था। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते प्रशासन ने तेजस्वी को गोपालगंज जाने की इजाजत नहीं दी थी। इसके बाद शुक्रवार सुबह तेजस्वी यादव और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह एक कार में बैठकर गोपालगंज जाने के लिए निकले। गेट से बाहर आते ही पुलिस अधिकारियों ने कार को घेर लिया। डीएसपी कार के सामने खड़े हो गए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तेजस्वी को यात्रा न निकालने के लिए समझा रहे हैं। तेजस्वी गोपालगंज जाने की जिद पर अड़े हुए हैं। तेजस्वी ने कहा कि अपराधियों को छूट है और विधायकों को पीड़ित परिवार से मिलने से रोका जा रहा है। तेजस्वी के साथ राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव और पार्टी के विधायक भी गोपालगंज जाने के लिए तैयार हैं। राबड़ी आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे हुए हैं। पुलिस और राजद विधायकों के बीच रस्साकशी भीहुई। विधायकों ने बैरिकेडिंग गिरा दिए। इसके बाद गाड़ियों का काफिला धीरे-धीरे आगे बढ़ा। लेकिन,जल्द ही कारों को पुलिस ने दोबारा रोक दिया। राजद नेता भोला यादव ने कहा, 'हमलोग शांतिपूर्ण तरीके से गोपालगंज जाने वाले थे। सरकार ने हम लोगों को रोकने के लिए बीएमपी (बिहार सैन्य पुलिस) के जवानों को लगाया है। बीएमपी में बड़ी संख्या में जवान कोरोना संक्रमित मिले हैं। सरकार ने कोरोना संक्रमित जवानों को भेजा है ताकि हम लोगों को भी कोरोना हो जाए।'

क्या है गोपालगंज ट्रिपल मर्डर मामला?
24 मई को गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के रूपनचक गांव में जेपी यादव, उनके पिता महेश चौधरी, मां संकेसिया देवी और भाई शांतनु यादव पर बाइक सवार चार अपराधियों ने फायरिंग की थी। महेश और उनकी पत्नी संकेसिया देवी की मौके पर ही मौत हो गई थी। जेपी यादव और शांतनु गंभीर रूप से घायल थे। गोरखपुर में इलाज के दौरान शांतनु की मौत हो गई। जेपी यादव का इलाज पटनामें चल रहा है। इस मामले में जेपी यादव के बयान पर कुचायकोट के जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय, उनके भतीजे जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश पांडेय, भाई सतीश पांडेय व एक अज्ञात के खिलाफ हथुआ थाने में केस दर्ज किया गया। सोमवार को पुलिस ने विधायक के नयागांव तुलसिया स्थित आवास पर छापेमारी कर मुकेश पांडेय और उसके पिता सतीश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया।

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