झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 28 जून - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 28 जून 2020

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 28 जून

जसोदा हिरजी मे जमीन विवाद मे हुआ झगडा, चले लात ओर घुंसे एक आदमी कि हुई मौत

पारा । यहा से करिब 15 किलोमीटर दुर ग्राम जसोदा हिरजी मे जमीन को लेकर आपसी विवाद मे जम कर लात ओर घुंसे चले जिसमे एक आदमी कि घटना स्थल पर ही मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम जसोदा हिरजी मे मुनसिह ो लडके अनिल कि ग्राम बावडी कि सदु कि लकडी के साथ लेन देन कि बात तय करने के लिए मेहमान आए थे । जहा पर खाना पीना चल रहा था।  उसी समय खुमसिह पिता केरु मेडा,रुपसिह पिता खुमसिह मेडा,कमल पिता खुमसिह मेडा व रमलिया पिता खुमसिह मेडा वहा पर आए व जमीन को लेकर अनसिह पिता पिदु मेडा 65 वर्ष निवासी जसोदा खुमजी से विवाद करने करने लगे व चारो लोगो ने मिलकर अनसिह को लात ओर घंुसो से बहुत मारा जिससे अनसिह कि घटना स्थल पर ही मौत हो गई। उक्त घटना कि सुचना पुलिस चज्ञेकि पारा पर अनसिह कि पत्नि थावरीबाई ने दी। पारा पुलिस चेकि प्रभारी केशव पांडव ने दलबल सहीत घटना स्थल पर पहुच कर मामले कि जानकारी ली व शव को पीएम के लिए सामुदायीक स्वास्थ्य केन्द्र पारा पर भीजवाया जहा पर शव परिक्षण के  मृतक का शव परिजनो के सुपुर्द कर दिया। पुलिस चैकि पारा ने प्रकरण 13 /20 धारा 174 मे दर्ज कर मामले को विवेचना मे लेलिया हे।

25 जुन 1975 की वह भयानक काली रात आज भी याद है - राजेन्द्र व्होरा
  • मीसाबंदी राजेन्द्र व्होरा ने बताई अपनी दासता

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थांदला। 25 जून 1975 को कांग्रेस सरकार द्वारा देश मे आपातकाल लगाया गया था जिसे देश में उनके विरोधी कला कानून भी कहते है। उस कानून के घोर विरोधी जनसंघी अनेक लोगों ने अपनी आवाज उठाई थी उन्ही में से एक थांदला के राजेन्द्र व्होरा भी है जिन्हें स्वयं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने ताम्र पत्र देकर सम्मानित किया था। उन्होंने अपनी बात साझा करते हुए अपनी आप बीती कुछ इस तरह सुनाई।  उस अर्ध रात्री मे एक काला कानुन आध्यादेश के रुप मे केन्द्र सरकार ने पास किया।इन्दिरा सरकार के विरोध मे आंदोलन के अग्रणी जे.पी. को गिरफ्तार कियाऔर सुबह होते-होते सभी विरोधी नेताओं को गिरफ्तार कर जैल मे डाल दिया गया। उनमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, मोरारजी देसाई, पीलु मोदीजी, राजनारायण जैसे प्रमुख नेता शामिल थे।    देश मे अपनी सरकार बचाने के लिए इन्दिरा गांधी द्वारा आपातकाल लगा दिया गया। जगह-जगह से जनसंघ, आर एस एस, स्वतंत्र पार्टी, समाजवादी दल, कम्युनिस्ट पार्टी आदि के लाखो कार्यकर्ताओ को अकारण जैल मे डाल दिया गया। प्रेस पर सेंसरशीप लगा दी गई। आकाशवाणी तथा दूरदर्शन ग्रह विभाग के अधिन कर दिया गया। सिर्फ कोर्ट के आदेश से इन्दिरा गांधी व्दारा प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने से बचने हेतु यह सभी अवैध कार्य किए गये। दि.26 जुन को झाबुआ जिले मे सबसे पहले मुझे राजेन्द्र व्होरा को गिरफ्तार किया गया उस समय मेरे अतिरिक्त 35 अन्य को भी गिरफ्तार किया गया था।उनमे से 14-15 लोगों को आधी रात मे झाबुआ जैल से इन्दौर ले गये। वहां सेन्ट्रल जैल मे जगह नही होने से सी-आई जैल मे फांसी की सजा वालो के साथ ले जाकर बंद कर दिया गया, जो बाहर रह गये, उन्हे गिरफ्तारी का डर दिखा कर ब्लैकमेल किया गया। कुल मिलाकर पुरे देश मे भय और आंतक का वातावरण बनाया गया। इन्दौर जैल मे रहने के दौरान माननीय सुदर्शनजी का सानिध्य प्राप्त हुआ। इसके अलावा कद्दावर नेता कैलाश जोशी, वीरेन्द्र  सखलेचा, सुन्दरलाल पटवा, अष्ठानाजी, खाम्बोटेजी, डाँ. बसन्त लोकरे, वी. एस. कोकजे सा., डॉ.सुधाकर मूल्ये, वसंतराव प्रधान, वीमल चैरडीया, डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डे, हिन्दूसिंह परमार, रामनारायण शास्त्री, डॉ. नवनीत महाजन, गोविन्द सांरग, मामा बालेश्वर दयाल, निर्भयसिह पटेल, मीश्रीलाल तिवारी, राजेन्द्र धारकर, रमेश बैस   आदि 700 के लगभग मीसाबंदियों का साथ मिला व जीवन के पल साझा करते हुए उनसे बहुत कुछ सीखने-समझने का मिला।कारण उस समय मेरी उम्र मात्र 23 वर्ष की थी। उस समय ही पूर्व प्रधानमंत्री मान. अटलजी के आव्हान पर मेरे सपनो का भारत कैसा हो विषय पर अपने अपने विचार मांगे गये थे। सैकड़ो देश भक्तों के साथ मैनै भी अपने विचार विस्तृत निबंध के रूप में लिख कर दिल्ली जेल भेजें। उस समय की एक अविस्मरणीय घटना हुई जो आज भी मन मस्तिष्क पर अमिट है। हम लोग इन्दौर हाईकोर्ट मे धारकरजी के साथ तारीख करने गये थे।वहां हमारी पेशी मूल्ये सा. के समक्ष हुई थी। हमने अवैध रूप से बंदी बनाकार रखने का विरोध किया तथा छोडने का निवेदन किया, लेकिन कोई सुनवाई नही हूई। वापसी के समय भाभीजी (श्रीमती संन्ध्या जी) धारकर सा. से मिलने हेतु आये थे एवं सभी के लिए नाश्ता लाये थे।हमारे साथ आये पुलिस वालो ने भाभीजी को मिलने से रोका तथा उनके साथ धक्का-मुक्की की और एक ने गालीगलौज तक अभद्रता की जिससें हम युवाओ को सहन नही हुआं। मैने और दो-तीन युवा साथियो ने पुलिस की इस गतिविधि का घोर विरोध किया तो वे हमे भी गाली देते हुए डंडे से मारने के लिए उद्यत हो गए। हमें भी डंडे पड़े लेकिन हमने कुछ डंडे खाने के बाद उनसे डंडा छिनकर उनकी ही पिटाई कर दी। इससे हाईकोर्ट मे हडकम्प मच गया।पुलिस के सायरन गुंजने लगे। अनहोनी की आंशका से कोर्ट परिसर मे उपस्थित व्यक्ति वकील आदि भाग गये। अगले दिन हमारी जैल मे सशस्त्र बल का मार्च हुआ। सभी मीसाबंदियों को अपनी-अपनी बैरक मे अंदर रहने की हिदायत दी गई। मै अपनी बैरक की फाटक कुदकर उनके सामने गया।उन्होने मुझे निशाने पर लेकर फायर की चेतावनी दी। मेरे पीछे दो-तीन मीसाबंदी और फाटक कुदकर आ गये। मैने उनसे जैल मे प्रवेश करने का सर्च वारण्ट मांगा। उनके पास नही था। वो मुझे अपने अफसर के पास ले गये। कानुनन सर्च वारण्ट बिना जैल मे कैसे आये, इसका उनके पास कोई जबाब नही था। उनकी मंशा हम मीसाबंदियों को डराने की थी। फिर वो लोग लौट गये।शायद हाईकोर्ट की घटना की पुनरावृत्ति रोकने का प्रयास था, कारण सुनवाई के लिए और मीसाबंदी कोर्ट जाते रहते थे। लेकिन मुझे आज भी गर्व है कि में भी देश के स्वाभिमान व लोकतंत्र की रक्षा के लिये कांग्रेसी जुल्म के खिलाफ निर्भीकता के साथ खड़ा रहा।

साधुवेश में सांसारिक प्रवृत्ति करने वालो को घर बैठाने के लिये अब हम भारत सरकार की मदद लेंगे रू हार्दिक हुंड़िया 

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झाबुआ। विश्व में हिन्दूओ का गौरव समान अनमोल जैन धर्म हमें मिला है। जैन धर्म के बारे में जो भी जानता है वो ये धर्म की त्याग, तपस्या और संयम जीवन की अनुमोदना करते हुये नहीं थकते है यह बात बताते हुए जैन धर्म के अग्रणी हार्दिक हुंड़िया ने बताया की कुछ उंगलियों पर गिने जाये ऐसे लोग जो परम कृपालु परमात्मा के साधु वेश में धर्म के नाम पर धंधा, व्यभिचार करते है उनको वापस संसार में भेजने का समय आ गया हैं। गुजरात के इडर में दो जैन साधु एक ही औरत के साथ व्यभिचार करते पकड़े गये जो बड़े ही शर्म की बात है। यह शर्मनाक घटना को समाज के सामने लाने वाले डॉक्टर आशित भाई दोशी, डॉक्टर निकुंज भाई वोरा और सभी ट्रस्ट मंडल को हार्दिक हुंड़िया ने जैन शासन के शेर कहे है। सं सांसारिक सभी क्रिया का त्याग करके एक मूमूक्ष आत्मा दीक्षा लेता है तब चारों तरफ जैन शासन की जय जयकार होती हैं। दीक्षा लेने वाले जैन साधु को लोग भगवान की तरह पूजते है क्योंकि उनके साधु वेश को नमन है, लेकिन साधु वेश में यदि कोई व्यभिचार करता है तो इनको भगवान महावीर के वेश में रहने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि उसने धर्म के नियमो का उल्लघन किया है। हार्दिक हुंड़िया ने कहा है की जिस तरह से हम हमारे परिवार में, धंधे में बिलकुल गलत काम चलने नहीं देते तो हमारे धर्म में क्यों चलने दे ? हार्दिक हुंड़िया ने बताया कि धर्म के नाम पर धंधा करने वाले साधु वेश में बैठे ये बहुरूपीयो से भी ज्यादा नाटकबाज है, यह लोग उनके गुरु की जिन्होंने उनको दीक्षा दी उनकी भी नहीं सुनते है और कुछ मिले हुए भक्त जो इनका प्राइवेट ट्रस्ट सम्भालते है, उनके पैसों का हिसाब किताब सम्भालते है, इनकी मिली भगत के कारण ऐसे व्यभिचारी साधु वेश में लोग धर्म के नाम पर धंधा करते है। जो साधु वेश में गुरु की आज्ञा का पालन नहीं करता वो किसी का नहीं हो सकता, उस को साधु वेश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। जैन साधु के वेश में बैठे व्यभिचारी काम करने वाले बाबाओं को कड़ी से कड़ी सजा मिले इस लिए जैन धर्म के  एक अनुआईयो का प्रतिनिधि मंडल भारत सरकार के  रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह से मिलेंगा और धर्म के नाम पर धंधा करने वाले यह ठग बाबा और भक्तों का जो व्यवहार किस तरह से होता है उसकी पूरी जांच की जाये यह  भी मांग करेंगे। शिथिलाचारी साधुओ को घर बैठाकर उनके कीये गये  कारनामे बाहर लाकर समाज के सामने रखने लिए शिथिलाचार हटाओ की एक मुहिम चालु करने जा रहे है जिस में देश के वरिष्ठ धाराशास्त्री मनु सिंघवी जैसे कई महानुभावों से मार्गदर्शन लिया जाएगा। ’शिथिलाचार हटाओ’ इस  मुहिम में हार्दिक हुंड़िया, महावीर श्रीश्रीमाल, डॉक्टर निर्मल जैन, डॉक्टर आशित दोशी, कैलाश जैन जैसे कई महानुभाव आगे आये है।

दिलीप डामोर सहकार भारती के जिला संगठन महामंत्री नियुक्त

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थांदला। सहकार भारती मप्र के संगठन मंत्री संजय नायक, प्रदेश अध्यक्ष विवेक चतुर्वेदी की सर्वसहमती से झाबुआ जिलाध्यक्ष गणेश प्रजापत ने थांदला के युवा नेता दिलीप डामोर को जिला संगठन महामंत्री के पद पर नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति पर जनप्रतिनिधियों, मित्रों और स्नेहीजनों ने बधाइयां दी है। उनकी नियुक्ति पर सांसद गुमानसिंह डामोर, भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण नायक, वरिष्ठ नेता गौरसिंह वसुनिया, दौलत भावसार, संतोष सोनी, अनिल भंसाली, संजय श्रीवास, रूस्तमसिंह चरपोटा, सुनील पण्दा सहित कई लोगों ने उनके नेतृत्व में संगठन की मजबूती और सहकारिता क्षेत्र में उन्नती को लेकर शुभकामनाएं दी है।

जल -जंगल -जमीन संरक्षण अधिकारों को लेकर जनजाति विकास मंच की बैठक

जनजातीय क्षेत्रों व पांचवी अनुसूचियों वाले  क्षेत्रों में लागु पेसा कानून व वन अधिकारों को लेकर लोगो में जागरूकता लाने के लिए लगातार जनजाति विकास मंच क्षेत्र में सक्रीय है वही आज तमाम जानकारी जल संरक्षण, वन अधिकार से सम्बंधित जानकारियों को गांव में स्थित जन समूहों तक अधिक से अधिक कैसे पहुंचे और गांव के विकास में सहभागी बने इस ओर निर्णय आज स्थानीय स्वयंभू माता मंदिर पर हुयी बैठक में लिया गया साथ ही इस ओर एक वृहद कार्यशाला का आयोजन 30 जून को किया जाना है जिसमे अखिल भारतीय अधिकारी मान. गिरीश जी कुबेर का मार्गदर्शन प्राप्त होगा स आज की बैठक जनजाति विकास मंच के विभाग संगठन मंत्री कैलाश अमलियार द्वारा ली गई तथा सभी  चयनित गांव की प्रतिनिधि मण्डल की बैठक सम्प्पन हुई स उक्त जानकारी जनजाति विकास मंच के कार्यकर्ता संजय भाबर द्वारा दी गई ।

पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा सरकारी खरीदी एवं निर्माण कार्यो की स्वीकृति में भारी भ्रष्टाचार -कलावती भूरिया
          
झाबुआ। जिला पंचायत में विगत एक वर्ष में क्रय की गई सामग्री का सत्यापन किया जावे, पूर्व में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा सामग्री एंव निर्माण कार्यो में अनेक अनियमितता की गई है। इसकी जांच होना चाहिए। उक्त आरोप विधायक जोबट एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने लगाया है। सुश्री भूरिया ने आरोप लगाया कि पूर्व में जिला पंचायत झाबुआ में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप शर्मा ने अनेक अनियमिता की है उनके द्वारा जिला पंचतायत के अनुमोदन के बिना किसी स्वीकृति के अनेक सामान क्रय किया गया है, जिसके अन्तर्गत जिला पंचायत भवन में कैमरे, कम्प्यूटर,पिन्टर एवं अन्य सामग्री क्रय की गई है, जो कि बिल्कुल घटिया सामग्री है जो कि दो माह में ही खराब हो गई,उक्त सामग्री उक्त सामग्री का कोई कोटेशन अथवा शासकीय नियमानुसार क्रय नहीं कि गई है । इसके अलावा अन्य जिला पंचायत के अन्तर्गत आने वाले विभागों से भी अनेक प्रकार की सामग्री क्रय की गई है। इसके अलावा सुश्री भूरिया ने आरोप लगाया है कि उनके द्वारा सरकार बदलने के बाद भाजपा नेताओं की खुश करने भाजपा सांसद को भी कार्यालय से कम्प्यूटर एवं अन्य सामग्री दी गई है, सुश्री भूरिया ने बताया कि मिडिया के द्वारा भी ज्ञात हुआ है कि उनके द्वारा शासकीय सामग्री जिसके अन्तर्गत  ए.सी,एलसीडी, एवं एक पालतु गाय जो कि शासकीय आवास पर थी वो भी उनके द्वारा अपने स्थानान्तर हो जाने साथ ले गये है यह एक गंभीर अनियमिता है, सुश्री भूरिया ने कलेक्टर जिला झाबुआ से मांग करते हुए कहा कि उनके द्वारा विगत दो माह में जो सुदूर सडक एवं रोजगार गारंटी योजना के अन्तर्गत अन्य स्वीकृतियां जारी की गई है उसकी गहन जांच की जावे उनके द्वारा सरपंचों से सीधे लेनदेन कर स्वीकृतियां जारी की गई है। किसी ग्राम पंचायत में पांच से अधिक कार्य स्वीकृत किये गये है वहीं कुछ पंचायतों में एक भी निर्माण कार्य स्वीकृत नहीं किया गया है, जो कि जांच का विषय है। इसके अलावा वाटर शेड योजनान्तर्गत पेटलावद, रानापुर, मेघनगर जनपद पंचायत क्षेत्र में निर्माण कार्य रूर्बन मिशन श्यामा प्रसाद मुखर्जी योजना अन्तर्गत कार्यो की स्वीकृति प्रदाय की गई जिसका भुगतान के अधिकार जनपद पंचायत झाबुआ को सौपा गया जबकि उक्त जनपद पंचायत को सौपा जाना चाहिए किन्तु निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार हेतु उनके द्वारा अनेक ऐसे कारनामें किये गये है जिसकी जांच होना आवश्यक है।
सुश्री भूरिया ने झाबुआ प्रशासन से मांग की है कि उक्त अधिकारी के कार्यो की एक विशेष जांच कमेटी बना कर जांच करवाई जावे तथा दोषी पाये जाने पर कडी कार्यवाही की जावे अन्यथा जिला पंचायत सदस्यों के साथ आन्दोलन करने हेतु बाध्य होगी।

अग्नि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता स्वीकृत

झाबुआ। मेघनगर तहसील के ग्राम हात्यादेली के कृषक छितु पिता खुमान निनामा को 54 हजार 100 रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री पराग जैन द्वारा यह आर्थिक सहायता कृषक छितु के आवासीय मकान के पास पशु शेड में 28 अपै्रल 2020 को आग लग जाने से पूर्णतः जलकर नष्ट हो जाने व उसमें बंधे, पशुओं-भैंस, बकरी की मृत्यु हो जाने पर स्वीकृत की गई है।

गरीब कल्याण योजना को मूर्त रूप देने के लिये कार्ययोजना तैयार करें -श्री सिपाहा

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झाबुआ। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत गठित समिति की बैठक शनिवार को यहां कलेक्टेªट सभा कक्ष में  कलेक्टर एवं अध्यक्ष  श्री प्रबल सिपाहा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में अवगत कराया गया कि जिले में 23725 प्रवासी श्रमिक है। इन श्रमिकों के नियोजन के लिये 174 संस्थाओं ने पंजीयन किया है। इन श्रमिकों के पंजीयन की प्रक्रिया जारी है। श्री सिपाहा ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे इस योजना का शासन की मंशा अनुरूप कारगर ढंग से क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। श्री सिपाहा ने इस बैठक में इस योजना की प्रगति की विभागवार समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि इस योजना के अंतर्गत विभिन्न टेªडों में जोड़ने के लिये कार्य योजना तैयार की जाए। इस योजना के तहत अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। कलेक्टर ने मनरेगा योजना में 500, उद्यानिकी विभाग को 200, जिला पंचायत को 100, खनिज विभाग को 100, कृषि विज्ञान केन्द्र को 200, बडौदा बैंक स्वरोजगार प्रशिक्षण केन्द्र को 200 श्रमिकों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य आवंटित किया है। श्री सिपाहा ने अधिकारियों से कहा कि वे प्रवासी श्रमिकों के आन लाईन  पंजीयन की कार्यवाही का कार्य शीघ्र पूर्ण कराए। इस योजना के तहत प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी 15 जुलाई तक आयोजित करें। इस योजना कि प्रगति की जानकारी 30 जून तक प्रस्तुत करें ताकि 2 जुलाई को आयोजित बैठक में समीक्षा की जा सके। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं समन्वय श्री जैन ने बैठक के प्रारम्भ में गरीब कल्याण रोजगार अभियान की अवधारणा पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं समन्वयक श्री सिद्धार्थ जैन, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री वीरेन्द्र सिंह इस्क्या, प्रबंधक ग्रामोद्योग एवं सहायक समन्वयक श्री भूरिया, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दिनेश वर्मा सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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