बिहार : डूप्लेक्स बंगलों की पोल खुली - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 4 जुलाई 2020

बिहार : डूप्लेक्स बंगलों की पोल खुली

बिहार के मुख्यमंत्री @NitishKumar से मांग करता हूँ कि MLC आवास के कमजोर निर्माण की जांच करावें, यह 116 करोड़ का प्रोजेक्ट है और भ्रष्टाचार हुआ है। CM खुद निरीक्षण करेंगे तो उन्हें मेरी बातों की सच्चाई नज़र आएगी,जो अधिकारी आये थे उन्होंने सिर्फ खानापूरी की...
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पटना।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विधान पार्षदों को नए आवास की चाबी दी थी। इसके बाद माननीय सपरिवार अपने  हाईटेक आवास में रहने लगे।पटना के 'आर ब्लॉक' इलाके में निर्मित डुप्लेक्स आवास मॉनसून की पहली ही बारिश ने ही बिहार के एमएलसी के लिए बने नए डूप्लेक्स बंगलों की पोल खोल कर रख दी। बंगले की दीवारों पर दरारें और सीलन पर चुकी। इससे कॉग्रेस के नेता और एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने बारिश में नवनिर्मित आवास से पानी टपकने की शिकायत की है। बिहार के विधान पार्षदों को नया आवास आवंटित किया गया। आवास आवंटन के पहले चरण में विधान पार्षदों यानी एमएलसी को आवास दिए गए है। दूसरे चरण में विधायकों यानी एमएलए को आवास दिए जाएंगे। पहले चरण में बिहार के 55 विधान पार्षदों को आवास आवंटित किए गए। बाकी के 20 सदस्यों को नए आवास के लिए जुलाई 2020 तक इंतजार करना पड़ेगा। विधान पार्षदों के लिए बने नवनिर्मित आवासीय परिसर में एक डुप्लेक्स की लागत 82.50 लाख है। यह कुल 3050 वर्गफीट में बना है और निर्माण 3681 वर्गफीट का है। ग्राउंड फ्लोर के अतिरिक्त, फस्ट और सेकेंड फ्लोर पर विधान पार्षद के लिए रहने की व्यवस्था है। पूरा परिसर 18.56 एकड़ में विकसित किया गया है।विधान पार्षदों के लिए बने इस परिसर में जो डुप्लेक्स बने हैैं वह पूरी तरह से ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट के साथ हैं। विधान पार्षदों को इस भवन के साथ-साथ हर फ्लोर के लिए फर्नीचर दिए गए हैैं। सोफा, पलंग, डाइनिंग टेबल और अन्य फर्नीचर के साथ-साथ मास्टर बेडरूम के लिए दो एसी भी दिए गए हैैं।

डुप्लेक्स की निर्माण शैली में नेताओं की सहूलियत का पूरा ख्याल रखा गया है। मुख्य सड़क से आवास परिसर में प्रवेश करते हुए एक छोटा सा गार्डेन और उससे लगा पोर्टिको है। पोर्टिको से छोटे से बरामदे में आकर एक विजिटर रूम है जो पूरी तरह से अलग है। यह जगह घर आए लोगों से मिलने की जगह के रूप में इस्तेमाल होना है। इसे पास में ड्राइंग रूम और किचन से जोड़ा गया है। नीचे देसी स्टाइल का बाथरूम है। ड्राइंग रुम में भी एक बाथरूम है। इसके ऊपर तीन कमरे हैैं और एक बड़ा सा टैरेस भी है। मास्टर बेडरूम में विदेशी टॉयलेट है। इसके ऊपर विधानपार्षद के ड्राइवर व नौकर आदि के लिए एक कमरा, रसोई व बाथरूम है। नीचे वाले हिस्से में पीछे थोड़ी जगह किचन गार्डेन के लिए दी गई है। इस परिसर में एक एमएलसी हॉस्टल भी बनाया गया है जो नए आने वाले विधान पार्षदों के अस्थायी आवासन के लिए है। इसके तहत तीस डबल बेड वाले कमरे का निर्माण कराया गया है। यहां कॉफी शॉप व लाउंज भी बने है। पूरे परिसर में सभी डुप्लेक्स एक दूसरे से जुड़े हैैं। सुबह की सैर का भी इंतजाम किया गया है। कम्युनिटी सेंटर व कांफ्रेंस हॉल का भी प्रबंध है। बाहर से आए लोगों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था है।

एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा कहते है कि हमलोग कुछ माह पूर्व ही सपरिवार हाईटेक आवास में रहने आए थे। बिहार सरकार ने एमएलसी के लिए बनने वाले बंगले पर 116.42 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।हर बंगले के निर्माण में करीब 82 लाख रूपए खर्च हुए है। कांग्रेस नेता और एमएलसी एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने बंगला निर्माण में हुई लापरवाही को लेकर पत्र भी लिखा था।एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने बारिश में नवनिर्मित आवास से पानी टपकने की शिकायत की है।साथ ही उन्होंने दीवारों में दरार और सीलन पड़ने की भी शिकायत की थी।घुमघुम कर पानी टपकने की व्यथा सुना रहे थे।बिहार में मॉनसून प्रवेश कर चुका है और इस बार अच्छी बारिश हुई और निर्माण कार्य की कलई खोल दी। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव और भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर जल्द मरम्मत कराने की गुजारिश की थी।वहीं, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी  को शिकायत करने के सवाल पर बोले प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा  कि उनको कई बार मैंने बोला है लेकिन सरकार में उनकी क्या हैसियत मुझे मालूम है। इसके बाद आज मैं बिहार के मुख्यमंत्री @NitishKumar से मांग करता हूँ कि MLC आवास के कमजोर निर्माण की जांच करावें, यह 116 करोड़ का प्रोजेक्ट है और भ्रष्टाचार हुआ है। CM खुद निरीक्षण करेंगे तो उन्हें मेरी बातों की सच्चाई नज़र आएगी,जो अधिकारी आये थे उन्होंने सिर्फ खानापूरी की

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