पटना, 10 अगस्त। यह पटना एम्स है। यहां पर अपनी मांग को लेकर नर्सिंग स्टाफ हड़ताल की थीं। कुछ मुद्धों पर एम्स अधिकारियों ने सहमति जतायी थी। 25 जुलाई को एम्स अधिकारी और हड़ताली नर्सिंग स्टाफ के बीच बिन समझौता और बिन आश्वासन के ही नर्सिंग स्टाफ को हड़ताल तोड़ काम पर लौटने को मजबूर होना पड़ा। नर्सिंग स्टाफ के काम पर लौटने के बाद एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने 13 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। बिहार में एक तरफ कोरोना महामारी और दूसरी ओर बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दोहरी संकट की इस घड़ी में बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना एम्स के डॉक्टरों अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का ऐलान कर रखा हैं। पटना एम्स के डॉक्टरों ने 14 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का 13 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इस बारे में एम्स प्रबंधन को जानकारी दे दी है। साथ ही उन्होंने अपनी मांगें पूरी करने के लिए 13 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि अगर 13 अगस्त तक उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वह 14 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। कोरोना वारियर्स के तौर पर 24 घंटे किया काम वहीं डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा कि उन्हें कोरोना महामारी की स्थिति और इसकी भयावहता के बारे में अच्छी तरह से अनुभव है। कोरोना वारियर्स के तौर पर उन्होंने लगातार 24 घंटे काम किया है लेकिन उनकी तैनाती को लेकर जो नया फैसला लिया गया है, वह उन्हें कभी भी मंजूर नहीं है। अस्पताल प्रशासन के इस फैसले का कर रहे विरोध बता दें कि एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स अस्पताल प्रशासन के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं, जिसमें यह कहा गया है कि एम्स के डॉक्टरों को राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज में तैनात किया जा सकता है।
सोमवार, 10 अगस्त 2020
बिहार : एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने 13 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया
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