मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज विभिन्न जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों एवं तटबंधों का हवाई सर्वेक्षण किया.......
पटना,08 अगस्त। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज विभिन्न जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों एवं तटबंधों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने बूढ़ी गंडक (समस्तीपुर,बेगूसराय, खगड़िया का क्षेत्र) , कोसी ( खगड़िया,भागलपुर,सहरसा, सुपौल का क्षेत्र) , गंगा ( भागलपुर एवं कटिहार का क्षेत्र) , महानंदा (कटिहार,पूर्णिया एवं किशनगंज का क्षेत्र) परमान / कनकई (कटिहार,पूर्णिया एवं अररिया का क्षेत्र), कमला बलान / कोसी / करेह बागमती ( मधुबनी,दरभंगा एवं समस्तीपुर का क्षेत्र) का हवाई सर्वेक्षण किया। कटिहार जिलान्तर्गत मुख्यमंत्री ने केवाला ग्राम से बाघमारा ग्राम तक बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य, लाभा चैकिया पहाड़पुर महानंदा दाया तटबंध ,झौवा दिल्ली दिवानगंज महानंदा बायां तटबंध का भी हवाई सर्वेक्षण किया। साथ ही भागलपुर जिलान्तर्गत लत्तीपुर नारायणपुर जमींदारी बांध,इस्माइलपुर बिंद टोली तटबंध,ज्ञानीदास झल्लूदास टोला सुरक्षात्मक कार्य,टपुआ बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य का भी मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने पूर्णिया के चूनापुर हवाई अड्डा के काॅन्फ्रेंस हाॅल में पूर्णिया प्रमंडल की आयुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ संभावित बाढ़ एवं कोरोना संक्रमण की अघतन स्थिति की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए की गयी तैयारी एवं कोरोना संक्रमण की अघतन स्थिति की जानकारी दी। समीक्षा के दौरान विधायक लेसी सिंह, मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव जल संसाधन संजीव हंस, आयुक्त पूर्णिया प्रमंडल सफीना एन. जिलाधिकारी पूर्णिया राहुल कुमार, पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा,वायुसेना के वरीय अधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। पूर्णिया के पश्चात मुख्यमंत्री ने सुपौल के वीरपुर पहुंचकर कोसी नदी के पूर्वी तटबंध का निरीक्षण किया। तटबंध के स्पर संख्या-10 पिपराही, वीरपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बाढ़ से बचाव को लेकर विभिन्न बिन्दुओं पर संबंधित विभागीय अधिकारियों से चर्चा की और कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। चर्चा में मुख्यमंत्री को बताया गया गया कि सिल्टेशन के कारण ही बांध और स्पर पर दबाव बढ़ता है, जिस कारण से बाढ़ आती है। सुपौल जिलान्तर्गत 22 किलोमीटर के तटबंध क्षेत्र में कुल 50 स्पर तटबंध की सुरक्षा के लिए निर्माण किये गये है। मुख्यमंत्री ने निर्देश किया कि सभी स्पर एवं तटबंध का नियमित निरीक्षण करते रहें तथा आवश्यकतानुसार पुर्नस्थापन का कार्य करते रहे। निरीक्षण के क्रम में मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव जल संसाधन संजीव हंस,जिलाधिकारी सुपौल, पुलिस अधीक्षक सुपौल सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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