मेटा के 15वाँ संस्करण में होगी भारतीय रंगमंच की पहली वर्चुयल अवॉर्ड सेरेमनी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 8 अगस्त 2020

मेटा के 15वाँ संस्करण में होगी भारतीय रंगमंच की पहली वर्चुयल अवॉर्ड सेरेमनी

  • ऐतिहासिक 15 वें संस्करण में महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा) 2020 का समारोह तीन सप्ताह तक चलेगा जिसमे शामिल रहेगा 10 अगस्त को एक थिएटर क्रिटिक्स कॉन्फ्रेंस, 18 अगस्त को ‘मेटा बेस्ट ओरिजिनल स्क्रिप्ट’ के पहले प्रकाशन का लॉंच, 23 अगस्त को मेटा 2020 लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित बैरी जॉन पर ख़ास कार्यक्रम और 30 अगस्त को वर्चुअल अवार्ड्स सेरेमनी।
  • मेटा 2020 की ज्यूरी में महेश दत्तानी, मकरंद साठे, सुषमा सेठ, विनय पाठक और लिलेट दुबे शामिल हैं।
  • 13 श्रेणियों में नामांकित 10 नाटकों में महाराष्ट्र से पांच, केरल से दो और असम, दिल्ली और पश्चिम बंगाल से एक-एक प्रस्तुतियां शामिल हैं।
meta-award-virtual-function
नई दिल्ली, 8 अगस्त 2020: महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा ) के 15 वें संस्करण की अवॉर्ड सेरेमनी की घोषणा की गई है जो की 30 अगस्त को सजेगी और भारत में यह रंगमंच की पहली वर्चुयल अवॉर्ड सेरेमनी होगी । इंटरनेट के द्वारा जुड़ कर इस वर्चुयल अवॉर्ड सेरेमनी में भारतीय रंगमंच के दिग्गज और मेटा के नये पुराने नोमिनी और विजेता शामिल रहेंगे। महिंद्रा ग्रुप द्वारा अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने हेतु, टीमवर्क आर्ट्स द्वारा क्यूरेट किया गया मेटा पुरस्कार रंगमंच की सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों और प्रदर्शनों के साथ-साथ  निर्माताओं और कलाकारों को एक नई पहचान दिलाता आया है। दुनिया भर में कोविड-19 के प्रकोप के चलते भारत में लॉकडाउन की स्थिति में मेटा 2020 फेस्टिवल, जो की मार्च 2020 में होना था, स्थगित कर दिया गया था। गुज़रे कुछ महीनों में लॉकडाउन के कारण प्रदर्शन कला व्यवसाय व कलाकारों पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। ऐसे मुश्किल समय में महिंद्रा ग्रुप ने भारतीय थिएटर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और नेतृत्व का प्रदर्शन करते हुए देश में पहली बार वर्चुअल थिएटर अवार्ड समारोह का आयोजन करने की घोषणा की  है।

महिंद्रा ग्रुप के वाईस प्रेसिडेंट, हेड - कल्चरल आउटरीच, जय शाह ने कहा, “किसी भी मुश्किल परस्थिति से उपर उठना और आगे बढ़ना बहुत महत्वपूर्णा होता है । महामारी से पनपी चुनौतियों में डटे पूरे थियेटर समुदाय की हिम्मत और एकजुटता का मैं अभिवादन करता हूँ । नवीनता और प्रगति हमारी विरासत का मूल रहे हैं और मुझे यह देख कर खुशी है की मेटा 2020 का यह वर्चुयल संस्करण वाकई में साहस और कलपना से एक नया दौर दर्शाता है | मुझे उमीद है की रंगमंच और कला के सभी प्रेमी मेटा के ऑनलाइन इवेंट्स में लॉग इन करके थियेटर और थियेटर के कलाकारों का समर्थन करेंगे।“ मेटा ने 15 वें संस्करण में कई विशेष पहल की भी घोषणा की है । इस वर्ष तीन सप्ताह तक चलने वाले समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 10 अगस्त को एक थिएटर क्रिटिक्स कॉन्फ्रेंस रखी गयी है जहाँ थिएटर पर विश्लेषण और क्रिटिक्स के बीच चर्चा होगी। समकालीन भारतीय रंगमंच में पटकथा लेखन को बढ़ावा देते हुए मेटा ने पहली बार “बेस्ट ओरिजिनल स्क्रिप्ट” का प्रकाशन किया है जिसका लॉंच 18 अगस्त को किया जाएगा। 23 अगस्त को मेटा 2020 लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड में वरिष्ठ कलाकार बॅरी जॉन को सम्मानित किया जायेगा। पिछले कई सालों में मेटा लाइफ्टाइम अचीव्मेंट अवॉर्ड के द्वारा कई दिग्गजों को सम्मानित किया गया है जिनमे एक चमकता सितारा रहे हैं एबरहीम अलकाज़ी जिनका हाल ही में देहांत हो गया है। मेटा उनको भी नमन करता है। अंततः 30 अगस्त को एक क्यूरेटेड वर्चुअल वातावरण में होगी मेटा 2020 अवार्ड सेरेमनी जिसमे इंटरनेट की असीम सकताओं से ऑडिटोरियम की भौतिक सीमाओं को पार करते हुए रंगमंच प्रेमियों को घर बैठे इस यादगार शाम में शामिल होने का मौका मिलेगा। सारे विजेताओं की घोषणा पहली बार ऑनलाइन ही की जाएगी। टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक एवं फेस्टिवल प्रोड्यूसर संजोय के. रॉय ने कहा, “कोविड-19 महामारी में लॉकडाउन की वजह से कला व्यवसाय और कलाकारों की आय में भारी नुकसान हुआ है। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं की डिजिटल मीडियम के द्वारा मेटा जैसे इवेंट्स के साथ हम कलाकारों पर ग्राहकों और कलाप्रेमियों  का ध्यान केंद्रित करें ताकि उन्हे कला प्रदर्शन के नये अवसर मिल सकें।

मेटा 2020 की ज्यूरी में इस साल शामिल हैं प्रसिद्ध नाटककार, मंच निर्देशक और फिल्म निर्माता महेश दत्तानी, प्रसिद्ध नाटककार और उपन्यासकार मकरंद साठे, अनुभवी बहुमुखी प्रतिभा की धनी अभिनेत्री सुषमा सेठ, अभिनेता-लेखक विनय पाठक जो दो दशकों से भारतीय सिनेमा और थिएटर में सक्रिय रूप से शामिल हैं, और प्रसिद्ध फिल्म, टेलीविजन और थिएटर अभिनेता और निर्देशक लिलेट दुबे। भारत के सर्वोतम थिएटर प्लेटफॉर्म मेटा ने इस वर्ष देशभर से 385 से भी अधिक नाटकों की प्रविष्टियाँ प्राप्त की। हिंदी और अंग्रेजी भाषा के नाटकों के साथ-साथ इस वर्ष के नामांकन में हिंदुस्तानी, बंगाली, मराठी, मलयालम, असमिया और एक गैर-मौखिक नाटक भी शामिल है। मेटा 2020 के नामांकित नाटकों में ‘चहेता’ हिंदुस्तानी भाषा का नाटक अब्राहम के बेटे के एक दर्दनाक घटना से बचने के बाद हुए मनोवैज्ञानिक घावों की पड़ताल करता है। यह नाटक आसक्त कलामंच, पुणे द्वारा प्रस्तुत और मोहित टाकलकर द्वारा निर्देशित किया गया है। केरल से मलयालम नाटक ‘भास्करा पत्तेलार्रुम तोम्मियुडे जीविथावम’ इसी शीर्षक के उपन्यास पर आधारित है, जो प्रसिद्ध मलयालम लेखक पॉल जकारिया ने लिखा है और सुवीरन द्वारा निर्देशित किया गया है। मराठी में दो नाटक शामिल हैं, जिनमें रणजित पाटील द्वारा निर्देशित ‘एकादशावतार’ जो रामनारायण रुईया स्वायत्त महाविद्यालय से है और दूसरा नाटक थिएट्रॉन एंटरटेनमेंट पुणे से सुरज पारसनीस और विराजस कुलकर्णी द्वारा निर्देशित मिकी हैं। जैसा कि नाम से पता चलता है कि "एकादशावतार" हमारी भारतीय संस्कृति की पौराणिक मान्यताओं पर आधारित है। "मिकी" आधुनिक शेक्सपियरियन त्रासदी पर आधारित है ।

क्वासार ठाकोर पदमसी द्वारा निर्देशित अंग्रेजी नाटक ‘एव्री ब्रिलिअंट थिंग’ क्यू टी पी से विवेक राव और तोरल शाह द्वारा निर्मित है| एव्री ब्रिलिअंट थिंग’  प्यार, जीवन, परिवार, मानसिक स्वास्थ्य और दुनिया की सभी अद्भुत चीजों की एक सूची का प्रेरक है। निखिल मेहता द्वारा निर्देशित फोर द रेकौर्ड में विचार-विमर्श, विवादों और 1971 की घटना के नाटक को दिखाया गया है। अभिनेता-नाटककार-कवि पीयूष मिश्रा द्वारा लिखित और निर्देशित, ‘गगन दामामा बजयों - सरदार भगत सिंह कि ज़िंदगी पर एक संगीतमय नाटक’ भारत के सबसे प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों में से एक, शहीद भगत सिंह के प्रेरक जीवन की कहानी को दर्शाता है। बंगाली नाटक, ‘घुम नेइ’ का निर्देशन सौरभ पालोधी द्वारा किया गया, जो समाज के कार्य क्षेत्र का एक घोषणापत्र है। असमिया भाषा का साहिदुल हक द्वारा निर्देशित ‘द ओल्ड मैन’ विश्व क्लासिक अर्नेस्ट हेमिंग्वे के "द ओल्ड मैन एंड द सी" का रूपान्तर है। सुनील कुमार द्वारा निर्देशित ‘मेज़’ एक गैर-मौखिक नाटक है, जो नौकर और बूढ़े व्यक्ति के बीच के संबंधों को याद दिलाता है । मेटा 2020  भारत में रंगमंच के लिए सबसे व्यापक और प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह है, जिसमें बेस्ट प्ले, बेस्ट निर्देशक, बेस्ट स्टेज डिजाइन, बेस्ट लाइट डिजाइन, बेस्ट इनोवेटिव साउंड डिजाइन, बेस्ट कास्टूम डिजाइन, मुख्य भूमिकाओं में बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस, सहायक भूमिका में बेस्ट एक्टर और एक्ट्रेस, बेस्ट आन्साम्बल, बेस्ट कोरियोग्राफी और बेस्ट ओरिजिनल स्क्रिप्ट सहित 13 प्रतियोगी श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। मेटा हर साल थिएटर जगत के दिग्गजों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित करता है।

कोई टिप्पणी नहीं: