बिहार : माउंटेन मैन' के नाम से मशहूर हो गया है दशरथ मांझी का गांव गहलौर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 22 अगस्त 2020

बिहार : माउंटेन मैन' के नाम से मशहूर हो गया है दशरथ मांझी का गांव गहलौर

केवल एक हथौड़ा और छेनी लेकर दशरथ मांझी ने अकेले ही 360 फुट लंबी 30 फुट चौड़ी और 25 फुट ऊँचे पहाड़ को काट के एक सड़क बना डाला । उनका जुनून कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास देखकर प्रेरणा मिलती है । बिहार गया की गहलौर घाटी में जन्मे दसरथ मांझी ने अपनी कड़ी मेहनत से असंभव को संभव कर दिखाया । इनके नाम पर फिल्म माउन्टेन मैन भी बनाया गया जो की काफी चर्चित रहा । आत्मनिर्भर के असली परिचायक के रूप में रहे दशरथ मांझी।इतना होने के बाद भी किसी ने परिवार की गरीबी मिटाने का काम नहीं किया...
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अतरी,22 अगस्त। माउंटेन मैन बाबा दशरथ मांझी के पुत्र भागीरथमांझी शुक्रवार की दोपहर सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना उस समय घटी, जब भागीरथ हर रोज की तरह अपने घर दशरथनगर से अपने पिता माउंटेन मैन दशरथ मांझी की समाधि स्थल पर जा रहे थे। माउंटेन मैन बाबा दशरथ मांझी के पुत्र भागीरथ मांझी शुक्रवार की दोपहर सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना उस समय घटी, जब भागीरथ हर रोज की तरह अपने घर दशरथनगर से अपने पिता माउंटेन मैन दशरथ मांझी की समाधि स्थल पर जा रहे थे। अपने पिता माउंटेन मैन दशरथ मांझी के समाधि स्थल पर जाकर साफ- सफाई किया करते थे। घर से निकलते ही भिंड-चरनडीह मुख्य पथ दशरथनगर के पास मोटरसाइकिल की चपेट में आ जाने से वह बुरी तरह से घायल हो गयी। घायल भगीरथ मांझी को परिजन व ग्रामीणों के सहयोग से इलाज के लिए एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें गया भेज दिया गया। भागीरथ मांझी की पुत्री लक्ष्मी कुमारी व दामाद मिथुन मांझी ने बताया कि उनका एक हाथ टूट गया है। उनकी स्थिति चिंताजनक बनी है। मुखिया राणा रंजीत सिंह ने भागीरथ मांझी के घायल होने की सूचना मोहड़ा बीडीओ को दी। बीडीओ ने कजूर अस्पताल से एंबुलेंस मंगवा कर उसे इलाज के लिए जेपीएन अस्पताल में भर्ती कराया। इस संबंध में एसडीओ मनोज कुमार ने बताया कि उसे इलाज के लिए जेपीएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां से उन्हें बैंडेज कर घर भेज दिया गया है। हाथ में सूजन होने के कारण प्लास्टर नहीं किया जा सका है। सूजन कम होने पर प्लास्टर किया जायेगा। इसके पहले दशरथ मांझी के नाती का काम छीन गया और वो मद्रास से अपने घर लौट आए।उनके पास ना काम है, ना ही गुजारा करने के लिए पैसे।माउंटेन मैन के बेटे भगीरथ मांझी को वृद्ध पेंशन का लाभ मिलता था, जोकि अब बंद हो चुका है। इस बीच दशरथ मांझी की दो साल की नातिन पिंकी कुमारी बीमार हो गयी थी। वह भी दुर्घटना में घायल हो गयी थीं।एक हाथ और एक पैर टूटा था। कर्ज लेकर इलाज करवाया गया, उस कर्ज को चुकाने की हालात में परिवार फिलहाल नहीं है।नातिन पिंकी को अभी भी इलाज की ज़रूरत है।इस समय दशरथ मांझी के परिवार के लोग कष्ट में हैं।


बताते चले कि गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) के संचालकों के द्वारा गरीबों की तस्वीर खिंचकर और गरीबों की दास्तानों का दस्तावेज बनाकर देश-प्रदेश-विदेश से डोनेशन लेकर चांदी काटते रहे।अब इसी राह पर बॉलीवुड के लोग भी चलने लगे।दशरथ मांझी वही शख्स थे, जिन्होंने अपने गांव में अकेले ही एक पहाड़ को काटकर रास्ता बनाया था।उनके प्यार को दर्शाते बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं की तरफ से दशरथ मांझी पर बनी फिल्म की रॉयल्टी के रूप में उनके परिवार को कुछ नहीं दिया गया। इसमें आमिर खान भी पीछे नहीं रहे उन्होंने अपने टीवी कार्यक्रम 'सत्यमेव जयते 2' के सिलसिले में मांझी के बेटे और बहू से मिलने गए थे।परंतु गरीबी की दासता की बेड़ी तोड़ नहीं पाये। इस वक्त जैसे-तैसे 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी का परिवार अपना जीवन यापन कर रहा है।इसी बीच कोरोना लॉकडाउन का ऐलान हो गया और उनके सामने भुखमरी का संकट खड़ा हो गया है।इसी बीच दो साल की पिंकी कुमारी एक रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गई।इस दुर्घटना में उसका एक हाथ और एक पैर टूट गया था।जिसके इलाज के लिए पैसों की ज़रूरत थी।मज़बूरन परिवार वालों को गांव के संपन्न लोगों से कर्ज लेना पड़ा था। अब चूंकि, दशरथ मांझी का नाती अभी भी बेरोजगार है, इसलिए उसके पास कर्ज चुकाने तक के पैसे नहीं है।पूरा परिवार एक-एक पैसे का मोहताज हो गया हैं। अब उन्हें बस सरकार से मदद की उम्मीद है। इस तरह की परेशानी देख जाप नेता पप्पू यादव ने बीस हजार रू.की मदद दी है।

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