भारत और चीन मुद्दों का जल्द समाधान करेंगे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 21 अगस्त 2020

भारत और चीन मुद्दों का जल्द समाधान करेंगे

india-china-will-find-solution
नयी दिल्ली 20 अगस्त, पूर्वी लद्दाख में पिछले तीन महीने से चले आ रहे गतिरोध के बीच भारत और चीन ने सभी लंबित मुद्दों के ‘तेजी’ से समाधान पर सहमति व्यक्त की है। भारत और चीन के बीच सीमा मामलों से संबंधित सलाह और समन्वय कार्यकारी तंत्र की आज बैठक हुई जिसमें द्विपक्षीय संबंधों के व्यापक विकास के लिए सीमा क्षेत्रों में शांति की बहाली पर सहमति बनी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने मंत्रालय की साप्ताहिक वर्चुअल ब्रीफिंग में कहा , “ भारत -चीन सीमा क्षेत्र में मौजूदा स्थिति पर दोनों पक्षों ने स्पष्ट और विस्तार से विचारों का आदान प्रदान किया। उन्होंने दोहराया कि दोनों देश उनके विदेश मंत्रियों और दो विशेष प्रतिनिधियों के बीच हुए समझौते के अनुरूप पश्चिमी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के बारे में ईमानदारी से काम करेंगे। ” दोनों पक्षों ने इस बात पर भी सहमति जतायी कि सैनिकों की पूरी तरह से वापसी सुनिश्चित करने के लिए उनके बीच राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से संपर्क बनाये रखना जरूरी है। उन्होंने कार्यकारी तंत्र सहित बातचीत के अन्य चैनलों को भी सक्रिय रखने पर सहमति व्यक्त की। आज की बैठक में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्व एशिया) ने भारत का प्रतिनिधित्व किया जबकि चीन के विदेश मंत्रालय के सीमा और महासागरीय विभाग के महानिदेशक ने चीन का प्रतिनिधित्व किया। कार्यकारी तंत्र की बैठक ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के कोर कमांडरों की बैठक में पूर्वी लद्दाख में गतिरोध दूर करने पर सहमति नहीं बन सकी। गत मई के बाद से दोनों पक्षों के बीच राजनयिक स्तर पर यह पांचवीं बैठक थी। कोर कमांडरों के बीच भी पांच दौर की बात हो चुकी है लेकिन अभी तक गतिरोध दूर करने में सफलता नहीं मिली है।

कोई टिप्पणी नहीं: