मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) जिला कार्यकारिणी की बैठक कामेश्वर प्रसाद यादव की अध्यक्षता में हुई । बैठक को सम्बोधित करते हुए पार्टी जिला मंत्री मिथिलेश झा ने कहा बिहार विधान सभा चुनाव 2020 में सीपीआई अपने संगठन को एनडीए के खिलाफ मैदान में मजबूती से लड़ने के लिए तैयार कर चुकी है । धार्मिक उन्माद के सहारे सत्ता पर काबिज बीजेपी-आरएसएस नित एनडीए को बिहार के शासन से हटाना 12 करोड़ बिहार वासियों के लिए वक्त का तकाजा बन गया है । कोविड19 महामारी एवं केंद्र सरकार के गलत आर्थिक- औधोगिक नीति के कारण बिहार वासियों को पूरे देश मे फजीहत हुई है । 70%से भी अधिक राज्य के बेरोजगार मजदूर ,किसान अपने बच्चों के भविष्य ,रोजी रोटी ,रोजगार एवं शिक्षा के लिए चिंतित है ।
बिहार विधान सभा मे सीपीआई का प्रतिनिधित्व घटने से राज्य में आपराधिक घटनाओं को रोकने में सरकारें विफल रही है । भ्रस्टाचार ,हत्या ,लूट जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है । अपराधी बेलगाम हो चुका है । प्रसाशन मूकदर्शक है । जनता त्राहिमाम है । मधुबनी जिला जो कृषि पर पूर्ण आधारित है गरीबी के मार से बेहाल है । चीनी मिलें आज तक चालू नही हो सका । जिले के सभी औद्योगिक इकाइयों को बंद कर दिया गया है । कल्याणकारी योजनाओं में भ्रस्टाचार व्यापक पैमाने पर है । राशन वितरण में घोर अनियमिताएं उजागर हो रही है । पदाधिकारियों एवं बिचौलियों के मिलीभगत से मजदूरों के लिए मनरेगा योजना में लूट मचा हुआ है । सीपीआई जिले में व्यापक प्रचार प्रसार कर केंद्र एवं राज्य सरकार के विफलताओं को उजागर करेगी एवं सीपीआई सहित गैर एनडीए दलों के पक्ष मे आम जनता से अपील करेगी । मधुबनी हमेशा से ही सीपीआई का गढ़ रहा है । सीपीआई का जनाधार गांव गांव में है । मधुबनी की जनता सीपीआई कार्यकर्ताओं को विधान सभा मे कईओं बार प्रतिनिधित्व करने का मौका दे चुकी है । लोकसभा एवं विधान सभा मे जब तक सीपीआई का प्रतिनिधित्व रहा सम्प्रदायिक ताकतों एवं भ्रस्टाचारिओं का सर नही उठ पाया । जाति धर्म के नामप पर जबसे राजनीति होने लगा जन समस्याओं को दरकिनार करते हुए ,संघर्षों को दबाते हुए आम लोगो के आवाज को दबाया गया । बैठक को राष्ट्रीय परिषद सदस्य राजश्री किरण ,राज्य परिषद सदस्य कृपानंद आजाद , मनोज मिश्रा , सूर्यनारायण यादव ,लक्ष्मण चौधरी , राकेश कुमार पांडेय , रामनारायण यादव , उपेंद्र सिंह ,अरविंद प्रसाद , जामुन पासवान , आनंद कुमार झा , राजेश कुमार पांडेय , मोतीलाल शर्मा सहित कई लोग अपने बहुमूल्य विचार रखें ।
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