नयी दिल्ली 16 सितम्बर, गुजरात के जामनगर स्थित आयुर्वेद संस्थान को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा दिये जाने को लेकर उठाये जा रहे सवालों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए सरकार ने आज कहा कि इस मामले में पूरी निष्पक्षता बरती गयी है और यह संस्थान सबसे पुराना है तथा इसके सभी कसौटियों पर खरा उतरने के बाद इसे चुना गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा हर्षवर्धन ने आज राज्यसभा में आयुर्वेद शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान विधेयक 2020 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए इस मुद्दे पर सदस्यों की आशंकाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार सभी आयुर्वेद संस्थानों को आगे बढाने तथा देश में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उनके जवाब के बाद सदन ने विधेयक ध्वनिमत से पारित कर दिया। जिससे इस पर संसद की मुहर लग गयी। लोकसभा इस विधेयक को पहले ही पारित कर चुकी है। विधेयक में तीन आयुर्वेद संस्थानों को मिलाकर एक संस्थान बनाने तथा इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा देने का प्रावधान है।
बुधवार, 16 सितंबर 2020
जामनगर आयुर्वेद संस्थान सभी मानकों पर खरा उतरा है : हर्षवर्धन
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