झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 09 सितम्बर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 9 सितंबर 2020

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 09 सितम्बर

सात माह से बंद है आंगनवाडी, ग्रामीणो ने कि कार्यकर्ता को हटाने कि कलेक्टर से शिकायत

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पारा । यहां से करिब दस किलोमीटर दुर ग्राम पलासडी के डावर फलिए के ग्रामीणो ने गत दिवस कलेक्टर झाबुआ को शिकायत कि हे। उनके फलिए मे आंगनवाडी के ताले सात माह से नही खुले हें। जिससे शासन द्वारा दि जारही योजनाओ का लाभ ग्रामीणो नही मिल रहा हे। आंगनवाडी कार्यकर्ता व सहायिका मिल कर फर्जी तरिके से पोषण आहार का आहरण कर रही हे। ग्राम पलासडी के ईजीएस स्कुल डावर फलिए मे शासन द्वारा संचालित कि जारही आंगनवाडी का ताला सात माह से नही खुला हेै जिसकी शिकायत फलिए के ही 20 लोगो ने झाबुआ कलेक्टर को गत दिवस शिकायती आवेदन दिया हे। फलिए वासीयो ने अपने आवेदन कलेक्टर महोदय को बताया कि आगनवाडी कार्यकर्ता ममता पति कलम खराडी अपने पति को छोड कर किसी अन्य व्यक्ति के साथ धार जिले के राजगढ मे निवास कर रही हे। जिससे करिब सात माह से आंगनवाडी  बंद पडी है। जिससे शासन कि योजनाओ का लाभ फलिए के ग्रामीण जन गर्भवती महिलाओ व बच्चो को नही मिल रहा हे। आंगनवाडी द्वारा वितरित किए जाने वाले पोषण आहार सहीत अन्य योजना कि गतिविधि भी बंद पडी हे। वही कार्यकर्ता द्वारा सहायिका की मिली भगत से फर्जी उपस्थिति दर्ज कर शासन कि योजनाओ को पलिता लगा रही है। ग्रामीणो ने कलेक्टर से मांग कि हे कि उक्त आंगनवाडी कि कार्यकर्ता की शिघ्र जांच कर उसे पद मुक्त किया जावे।



यह कहना हे इनका-- कोरानो के कारण आंगनवाडीया नही खुलरही हे। कार्यकर्ता द्वारा फलिए मे पोषण आहार का वितरण किया जा रहा हे। जिसके फोटो कार्यकर्ता द्वारा मुझे भेजे गए हे। कहि कोई अनियमितता नही हे।  : सुमित्रा निनामा सुपरवाईजर आई सी डीएस रामा

 अनाज घोटाले मामले में सुरेशचन्द्र उर्फ पप्पू जैन की जमानत याचिका हुई खारीज

झाबुआ। गत 4 सितम्बर को पेटलावद के वेयर हाउस में हुए अनाज घोटाले के मामले में बनाये गए आरोपियों सुरेशचन्द्र पूरणमल उर्फ पप्पू जैन की की अब मुश्किलें और बढ़ती जा रही है आज अपर एवं सत्र न्यायालय में जमानत पर सुनवाई हुई, जिसमे न्यायाधीश श्री जेेेसी राठौर ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। लगातार दूसरी बार उनकी जमानत याचिका खारिज हुई है। मामले को कांग्रेश राजनीतिक द्वेषतापूर्ण बता रही है वही प्रशासन आरपार की लड़ाई के लिए तैयार दिख रहा है। आपको बता दे कि उनके मीडिया सेल प्रभारी सुरेश जामोद ने जानकारी देते हुये बताया सुरेश जैन के अधिवक्ता रजत कावड़िया ने जमानत के लिए 7 सितम्बर को न्यायालय में आवेदन पेश किया गया था। मामले में कोर्ट ने सुनवाई आई तारीख 9 सितम्बर तय की थी।आज सुनवाई शुरू हुई तो न्यायाधीश जैसी राठौर ने जमानत देने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि बीते 5 दिन पहले यानी 4 सितम्बर को प्रशासन की संयुक्त टीम ने मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन पेटलावद में छापेमारी की बड़ी कार्यवाही की थी। जिसमे कई प्रकार की अनियमितताओ के साथ गरीबो को बटने वाले राशन में बड़ा हेरफेर का मामला सामने आया था। इसके बाद पेटलावद पुलिस थाने में प्रशासन की ओर से यहां के प्रबंधक मुकेश परमार, केंद्र प्रभारी किशोर मेहता व परिवहनकर्ता सुरेशचन्द्र उर्फ पप्पू जैन के खिलाफ अपराध क्रमांक 363 में भादवी 1860 की धारा 409, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3ध्7 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था और इन्हें कोर्ट में पेश किया गया था जहां से इन्हें न्यायाधीश संजीव कटारे ने जेल भेज दिया था वहीं सुनवाई के बाद इनके अधिवक्ता द्वारा जमानत याचिका भी लगाई गई थी, लेकिन उसे भी न्यायाधीश ने खारिज कर दिया था। अब एक बार फिर से उनके अधिवक्ता द्वारा पेश किये गए जमानत के लिए आवेदन पर सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने जमानत याचिका खारिज कर दी। इन सभी पर आरोप है कि गरीबो को बाटने वाले राशन में वेयर हाउस से हेरफेर की जा रही थी। अब आगे देखना यह है कि इस पूरी कार्रवाई में उचित मूल्य की दुकानों के सेल्समैन व इससे जुड़े कर्मचारियों के ऊपर क्या कार्रवाई होती है ।

झाबुआ के वार्ड क्रमांक-1 के पूर्व पार्षद पति ने दिया जागरूकता एवं जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय, कोरोना पाॅजिटीव पाए जाने पर स्वयं मोटरसाई्रकिल से गोपालपुुरा जाकर क्वारेंटाईन सेंटर में हुए एडमिट
 झाबुआ शहर दे रहा ‘‘हारेगा कोरोना जीतेगा झाबुआ’’ का अनूठा संदेष
झाबुआ। नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) जैसी वैष्विक महामारी से डरना नहीं अपितु लड़ना है और अपने हौंसलो तथा जज्बे के बल पर इस बिमारी को मात देना है ... ! ऐसा ही कुछ झाबुआ शहर के लोग कर दिखा रहे है। झाबुआ शहर में चाहे युवा हो या बच्चे, बड़े और बुजुर्ग, सभी अपनी जागरूकता और हौंसलों के दम पर कोरोना जैसी खतरनाक एवं ला-ईलाज महामारी को मात देकर स्वस्थ होेकर अपने घर लौट रहे है। उनकी पूरेे शहर में प्रसंषा कर उनके इसी जज्बे को सलाम भी किया जा रहा है। गत 7 सितंबर, सोमवार का जहां शहर के विवेकानंद काॅलोनी निवासी शर्मा परिवार की बेटी, जो कैैथोलिक मिषन स्कूल झाबुआ में कैषियर के पद पर पदस्थ है। उन्होंने अपनी जागरूकता और षिक्षित होने का परिचय देते हुए जब उन्हें स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोेर्ट में कोरोना पाॅजिटीव आया तो इस इस बेटी ने तत्काल ही अपने परिवारजनांे के साथ आगे रहकर बाड़कुआं क्वारंटाईन सेंटर पहुंचकर अपने आपको क्वारेंटाईन किया और वहां क्वारंटाईन सेंटर पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रषासन की ओर सेे समस्त सुविधाएं मुुहैया करवाई गई। सुबह ब्रेकफास्ट, दोनो समय भोजन, रहने के लिए अलग से कक्ष, मनोरंजन से आवष्यक सामग्रीयां आदि समस्त सुविधाएं स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध करवाई गई। विषेष रूप से समय-समय पर चिकित्सकांे एवं स्टाॅफ द्वारा प्राथमिक उपचार करने से आज यह युवा स्वस्थ होकर अपने घर पर है।

वरिष्ठ अभिभाषक एवं एक वयोवृद्ध स्वस्थ होकर लौटी अपने घर
इसके साथ ही शहर के लिए यह भी सुखद शहर है कि जगमोहनदास मंे रहने वाले एक वरिष्ठ अभिभाषक भी पिछले दिनों जांच रिपोर्ट में कोरोना पाॅजिटीव पाए गए, लेकिन उन्होंने भी समय पर अपना उपचार करवाकर और अपने हौंसलों तथा जज्बे के बल पर कोरोना को मात देकर वह 8 सितंबर, मंगलवार की रात स्वस्थ होकर कुषलपूर्वक अपने घर लौट आए। उनके जल्द स्वस्थ होने के लिए उनके शुभचिंतकों के साथ जिले के समस्त अभिभाषकों द्वारा सोष्यल मीडिया पर एवं निजी तौर पर भी उन्हे लगातार मैसेज भेजकर उनका हौंसला अफजाई किया। इसी प्रकार शहर के जगमोहनदास मार्ग ही मंे एक समाजसेवी, प्रसिद्ध कपड़ा व्यापारी तथा जैन समाज से जुड़े वरिष्ठ की वृयोवद्ध माताजी को कोरोना होने पर इन बुजुर्ग महिला ने भी कोरोना से जंग जीती, इनके हौंसलेे को पूरा शहर सलाम करता है। महिला का उपचार इंदौर में चल रहा था और वह वयोवृद्ध होने के बाद भी उन्होंने इस महमारी से दो-दो हाथ करते हुए अंततः इसे मात देते हुए 8 सितंबर, मंगलवार रात को ही अपने घर लौट आई। इस तरह के वर्तमान में शहर में ओर भी कई कोरोना संक्रमित मरीज है, जो अपनी जागरूकत और समझदारी का परिचय देते हुए समय पर बाड़कुआं स्थित क्वारेंटाईन सेंटर या गोपालपुरा स्थित क्वारेंटाईन सेंटर या फिर अपने घर पर ही 14 दिनों के लिए पूरी तरह से क्वारेंटाईन होकर कोरोना जैसी वैष्विक महामारी को परास्त करने में पूरी तरह से डटे हुए है।

पूर्व पार्ष्रद पति को कोरोना निकलने पर तत्काल पहुंचे गोपालपुरा
यहां शहर की एक ओर जागरूक और जिम्मेदार सख्शियत से हम आपका परिचय करवा देना चाहते है, जो शहर के वार्ड क्र. 1 में गायत्री गली में निवासरत होकर पूर्व पार्षद पति है  और समय-समय पर सामाजिक कार्य भी करते रहते है। जिनकी उम्र भी   वर्ष होकर जब 8 सितंबर, मंगलवार की रात उन्हें स्वास्थ्य विभाग से आई अपनी रिपोर्ट में पता चला कि कोरोना है, तो तत्काल ही अपने परिवार को अवगत करवाकर अपनी मोटरसाईकिल से स्वयं रात में ही शहर सेे करीब ढ़ाई किमी दूर स्थित ग्राम गोपालपुरा हवाई पट््टी पर बने क्वारेंटाईन सेंटर पर पहुंचकर अपने आपको क्वारेंटाईन किया।

हौंसले और जज्बे बुलंद, जल्द स्वस्थ होकर घर लौटूंगा
उनसे चर्चा में उन्हांेने बताया कि कोरोना आज वैष्विक महामारी होकर खतरनाक, ला-ईलाज तथा जानलेवा महामारी जरूर है, लेकिन समय रहते उपचार लिया जाए। आवष्यक सावधानियां तथा सुरक्षा बरती जाए, तो इस बिमारी से जंग जीती जा सकती है। पूर्व पार्षद पति ने बताया कि उन्होंने एक जागरूक और जिम्मेदार नागरिक का परिचय देते हुए बिना संकोच और डर के कोरोना पाॅजिटीव पाए पर आगे रहकर ही गोपालपुरा जाकर अपने आपको क्वारेंटाईन किया और अब वहां समुचित उपचार ले रहे है। उनके भी हौंसले और जज्बे बुुलंद हैै तथा उनका कहना है कि वे भी जल्द ही स्वस्थ होकर घर लौटेंगे। उनके परिवार में सभी पूरी तरह से स्वस्थ होकर किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी कोई तकलीफ नहीं है।

झाबुआ शहर के लिए यह भी बड़ी सुखद खबर
स्वास्थ्य विभाग के संपूर्ण जिले में कोरोना यौैद्धाओं, जिनमें विषेषकर चिकित्सकों, नर्सेस, वार्ड बाॅय, पैरामेडिकल स्टाॅफ, ट्रेनिंग नर्सेस, निजी चिकित्सकों आदि द्वारा जो 24-24 घंटे अपनी सेवाएं दे जा रहीं है, उनको भी संपूर्ण जिला सेल्यूट करता। इसके साथ ही यह भी जिले के लिए बड़ी अच्छी खबर है कि पिछले तीन-चार दिनों से इन कोरोेना वाॅरियर्सों द्वारा जिले में प्रतिदिन करीब 500-600 कोरोना की सेंपलिंग संपूर्ण जिले में शहरी, नगरीय के साथ गांव-गांव तथा फलिये-फलिये जाकर भी ली जा रही है और उनकी जिला चिकित्सालय में लगी मषीन तथा महात्मा गांधी मेमोरियल काॅलेज इंदौर से रिपोर्ट आने पर अधिकांष रिपोर्ट नेगेटिव ही आ रहीं है।

जिले में अब तक कोरोना के कुल 190 एक्टीव केस, कुल 8 मृतक, रेक्वहरी रेट तेजी से बढ रहा
प्रभारी मुख्य एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बीएस बघेल ने बताया कि जिले में वर्तमान में कोरोना के कुल 190 एक्टीव केस ही है। इसके साथ ही कुल 8 लोगों की अब तक इस बिमारी से मृत्यु हुई है। हाॅ यह सहीं है कि पिछलेे 3-4 दिनों से कोरोना के मामले में जिले के रिक्वहरी रेट में काफी सुधार हो रहा है। समय पर  उपचार और सावधानी बरतने से क्वारेंटाईन सेंटरों से कई मरीज ठीक होकर अपने घर लौट रहे है। साथ ही अधिकांष लोगों की अब जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आ रहीं है। प्रतिदिन 500-600 रिपोर्ट जांच के लिए लेकर जिला चिकित्साय और एमजीएम इंदौर भेजा रहीं है। वर्तमान में करीब 700 जांच रिपोर्ट पेडिंग है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से समस्त जिलेवासियों को परामर्ष है कि यदि किसी व्यक्ति में भी कोरोना के लक्षण दिखते है, तो वह तत्काल ही आगे रहकर समीपस्थ स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर अपनी जांच करवाएं। जांच गोपनीय होने के साथ रिपोर्ट भी पूरी तरह से गोपनीय रहती है। यदि कोरोना पाॅजिटीव आता है, तो क्वारेंटाईन सेंटरों पर एडमिट होकर नियमित एवं समय रहते उपचार लेने से इस बिमारी से स्वस्थ हो सकते है।



शत्रुंजय नदी पर गुजरात सरकार द्वारा सी-प्लेन प्रोजेक्ट लागू करने का संपूर्ण देष में जैन समाज कर रहा उग्र विरोध
झाबुआ में भी सकल श्वेतांबर श्री संघ ने धार्मिक तीर्थ पर सरकार से यह प्रोजेक्ट रोकने की मांग की
झाबुआ। देष के प्रसिद्ध शत्रुंजय तीर्थ स्थित नदी पर गुुजरात सरकार द्वारा सी-प्लेन प्रोजेक्ट लागू किया जा रहा है। जिसका संपूर्ण देष में जैन समाज द्वारा उग्र विरोध किया जा रहा है। जैन समाजजनों का मानना है कि इससेे काफी हद तक शत्रुंजय का नुकसान होगा, जिसका आने वाले समय में अंदाजा भी नहंीं लगाया जा सकता है। जानकारी देते हुए श्वेतांबर जैन श्री संघ झाबुआ के सह-सचिव एवं युवा रिंकू रूनवाल ने बताया कि शत्रुंजय तीर्थ, जो गुुजरात के भावनगर जिले में आता है, वहां की सरकार द्वारा सी-प्लेन प्रोजेक्ट के तहत टूरिज्म कोे बूस्ट करने करने के किया जा रहा है। शंत्रुजय नदी पर टूरिज्म बनने पर काफी नुकसान होगा। जिसका संपूर्ण देष में जैन समाजजनो द्वारा उम्र विरोध किया जा रहा है। समाजजनांे द्वारा देषभर में अपने-अपने क्षेत्रों में इस प्रोजेक्ट पर रोक लगाने हेतु सोष्यल मीडिया पर संदेष प्रसारित करने के साथ ही कहा जा रहा है कि समाज एवं संघ इस संबंध्ंा में अपने-अपने क्षेत्रों में सरकार और प्रषासन को ज्ञापन देकर इसका विरोध दर्ज करवाएं तथा यह बात गुजरात सरकार के साथ केंद्र सरकार तक भी पहुंचाने के प्रयास करेे। साथ ही इसके लिए देष के प्रधानमत्री, राज्यों के गृह मंत्री एवं अन्य आला अधिकारियों को सोष्यल मीडिया पर टेग एवं ट्विट कर भी इस मांग कोे बुलंद किया जाए।

झाबुआ मंे सकल जैन श्वेतांबर श्री संघ ने भी किया विरोध
झाबुआ में सकल जैन श्वेतांबर समाज भी इसका विरोध किया है। श्वेतांबर जैन श्री संघ के वरिष्ठ संरक्षक एवं मार्गदर्षक आनंदीलाल संघवी, बाबुलाल कोठारी, धर्मचन्द मेहता, राजेन्द्र मेहता, निर्मल मेहता, मनोहरलाल भंडारी, यषवंत भंडारी, संजय कांठी, अध्यक्ष संजय मेहता, उपाध्यक्ष प्रदीप कटारिया,, राजेन्द्र रूनवाल एवं सुभाष कोठारी, सचिव ेमुकेष जैन नाकोड़ा, सह-सचिव अंतिम जैन, डाॅ. प्रदीप संघवीे, पंकज मेहता, स्थानकवासी श्री संघ से अध्यक्ष प्रदीप रूनवाल, कनकमल कटकानी, नवयुवक मंडल के सचिव पूर्वेष कटारिया, तेरापंथा सभा के अध्यक्ष पंकज कोठारी, सचिव पियूष गादिया कैलाषचन्द्र श्रीमाल, मगनलाल गादिया आदि ने इस प्रोजेक्र का इसका विरोध करते हुए गुजरात सरकार एवं केंद्र सरकार से मांग की है कि समाजहित में शत्रुंजय नदी पर टूरिज्म बोेस्ट बनाने पर रोक लगाई जाए।

नगरपालिका द्वारा एक बार फिर बस स्टेंड चैराहा पर बिना मास्क दो पहिया वाहनों के खिलाफ चलाया चालानी अभियान, 35 वाहनों के चालान बनाकर 3500 रू. की वसूली की गई निःषुल्क मास्क का भी किया वितरण

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झाबुआ। नगरपालिका कार्यालय झाबुआ की राजस्व शाखा द्वारा 8 सितंबर, मंगलवार को दोपहर एक बार फिर कोरोनाकाल में शहर के बाजारों में बिना मास्क पहनकर दो पहिया वाहन चलाने वाले चालकों पर कार्रवाई करते हुए उनके चालान बनाए। ऐसेे 35 वाहनों के चालान बनाकर कुल 3500 रू. की राजस्व वसूली की गई। यह अभियान नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मन्नूबेन डोडियार एवं नपा सीएमओ एलएस डोडिया के निर्देष पर संचालित हुआ। जिसमें नपा के स्वास्थ्य अधिकारी युनूसउद्दीन कुरैषी, राजस्व शाखा के निरीक्षक अयूब खान, उप-निरीक्षक ब्रजकिषोर शर्मा, सहायक राजस्व निरीक्षक रूपसिंह आदिवासी, कम्प्यूटर आॅपरेटर मुकेष चैहान, दरोगा मन्नू बसोड़़ आदि द्वारा स्थानीय बस स्टंेड पर यह तीसरी बार अभियान चलाते हुए बिना मास्क, रूमाल या गमछा पहनकर दो पहिया वाहन चालकांे को रोककर उनके चालान बनाकर समझाईष दी कि वे कोरोना जैसी जानलेवा और भयावह महमारी से बचाव हेतु मास्क का उपयोग आवष्यक रूप से करे। आप सुरक्षित रहेंगे, तो आपका परिवार, समाज तथा शहर भी सुरक्षित रहेगा।

निःषुल्क मास्क का किया वितरण
राजस्व शाखा के निरीक्षक श्री खान ने बताया कि नपा ने करीब एक घंटे अभियान चलाकर 35 दो पहिया वाहनों के चालान बनाकर कुुल 3500 रू. का राजस्व वसूला। अधिकांष्ंा वाहन चालकों को समझाईष देेकर ही छोड़ा गया। साथ ही उन्हें निःषुल्क मास्क का भी वितरण किया। इस अवसर पर शहर के एक दुकानदार अर्पण जनरल स्टोर्स के संचालक गजेन्द्र परमार की ओर से नगरपालिका को काॅटन केे बने करीब 200 मास्क निःषुल्क प्रदान करने हेतु भी घोषणा की गई। उनके इस कार्य की नपा ने सराहना की। नपा द्वारा यह अभियान आगामी दिनों में भी जारी रखा जाएगा।

कोरोनाकाल में झाबुआ की युवा भूमिका माहेष्वरी महिलाओं कोे प्रोत्साहित करने एवं सषक्तिकरण के क्षेत्र में कर रहीं अनूठा कार्य
घर ही रहकर आॅनलाईन विभिन्न विद्याओं का प्रषिक्षण देकर उनमें दक्ष करने एवं आजीविका का साधन उपलब्ध करने के प्रयास
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झाबुआ। संपूर्ण विष्व एवं देष में नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रकोप के कारण मार्च माह से लगे लाॅकडाउन में झाबुआ जिले में भी लाॅकडाउन होन सेे इस अवधि से ही विषेषकर महिलाओं को सषक्त एवं आत्म निर्भर बनाने के क्षेत्र में झाबुआ निवासी युवा समाजसेवी भूमिका माहेष्वरी द्वारा कार्य किया जा रहा है। भूमिका द्वारा देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से महिलाआंे को सषक्त बनाने के अभियान से प्रेरणा लेकर वह कोरोनाकाल केे पिछले पांच महीनांे से विषेष रूप से महिलाओं, युवतियों एवं बालिकाओं को घर पर रहकर ही आॅनलाईन विभिन्न विद्याओं का प्रषिक्षण देकर उनमें दक्ष करने के प्रयास कर रहंी है। भूमिका का मानना है कि महिलाएं इन विद्याओं में पारंगत होने के बाद वह लाॅकडाउन अवधि में अपने घर पर रहकर ही छोटा-मोटा आजीविका का साधन अर्जित कर सकती है। झाबुआ निवासी भूमिका माहेष्वरी की प्रारंभ से ही रूचि सामाजिक, धार्मिक के साथ रचनात्मक कार्यों की भी रहंी है। वह वर्तमान में माहेष्वरी समाज में सक्रिय होकर समाज के सभी कार्यों एवं गतिवधियों में भाग लेकर अपनी भूमिका का निवर्हन करती है। समाज के धार्मिक कार्यक्रमों में भी वह हमेषा बढ-चढ़कर शामिल होती है। वह वर्तमान में सकल व्यापारी संघ झाबुआ की महिला इकाई की अध्यक्ष होकर शहर की कई अन्य सक्रिय सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं से भी जुड़ी हुई है।

देश के प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर महिलाआंे के लिए कर रहंी कार्य
अपनी रूचि अनुसार ही भूमिका माहेष्वरी ने देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आईडियल (प्रेरणा) लेकर कोरोनाकाल की अवधि में एक अनूठा कार्य शुरू किया हैै। जिसमें वह महिलाओं को सषक्त एवं मजबूत बनाने के प्रयास करते हुए उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु अपने घर पर महिलाओं के लिए निःषुल्क प्रषिक्षण क्लासेस प्रारंभ करने की बजाय आॅनलाईन ही निःषुल्क प्रषिक्षण देना आरंभ किया है। जिसमें वह महिलाओं को विभिन्न विद्याओं का प्रषिक्षण देती है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिषा में कार्य कर रहीं है।

विभिन्न विद्याओं का दे रहीं आॅनलाईन प्रषिक्षण
भूमिका से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि वह गत 21 मार्च से जब से संपूर्ण देष में लाॅकडाउन लगा, तब से उन्होंने एक अनूठा फैसला लेते हुए महिलाओं के लिए घर बैठे उनको आॅनलाईन ‘जूम एप’ के माध्यम से घर बैठे सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, मेहंदी, चित्रकारी, पेटिंग आदि बनाने का प्र्िरषक्षण देना शुरू किया है। वह यह प्रषिक्षण निःषुल्क देकर 2-3 घंटे महिलाओं को अपने घर पर रहकर आॅनलाईन सीखाती है कि किस तरह से हम विद्याओं में दक्ष होकर अपने घर पर ही यह व्यवसाय कर अपने एवं अपने परिवार की आजीविका आसानी से चला सकते है। निर्धन वर्ग की महिलाएं यह कार्य कर अच्छी आय प्राप्त कर सकती है। जिसे महिलाओं की काफी सराहना भी मिलती है।

फलक फेषन स्कूल संचालित कर आर्ट का देंगी प्रषिक्षण
इसी क्रम में भूमिका ने फलक फेषन स्कूल संचालित कर मिनाकारी (आर्ट) के माध्यम से आागमी 12 सितंबर, शनिवार को एक दिवसीय आॅनलाईन कार्यषाला का आयोजन दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक करने का निर्णय लिया है। जिसमें वह जिले एवं देष की संस्कृति एवं सभ्यता के अनुुरूप विभिन्न कलाकृतियां बनाना सीखाएंगी। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति, चाहे वह पुरूष हो या महिला, यह प्रषिक्षण प्र्राप्त करना चाहता है,े उनके मोबाईल नंबर - 9907111091, 8770382524 पर रजिस्ट्रेषन करवा सकता है। पंजीयन 11 सितंबर, शुक्रवार की शाम तक करवाना आवष्यक है। पंजीयन होने बाद उनके द्वारा 12 सितंबर को 2 घंटे आॅनलाईन आर्ट का प्रषिक्षण दिया जाएगा। भूमिका ने बताया कि इस प्रषिक्षण में विषेष तौर पर फेेब्रिनिल की विषेषज्ञ नेहा अवस्थी भी जुड़ेगी, जो पूरे देष में आॅनलाईन प्रषिक्षण दे रहीं हैै। उनके द्वारा भी मिनाकारी-आर्ट बनानेे के गुर सिखाएं जाएंगे।

प्रति शनिवार एवं रविवार को लेती है निःषुल्क क्लासेस
इसके अलावा भूमिका द्वारा प्रति शनिवार एवं रविवार को भी अपने घर पर ही अलग-अलग विद्याओं के संबंध में निःषुल्क रूप से क्लासेस ली जाती है। उनका मोटो यहीं है कि देष में महिलाएं सषक्त और मजबूत होकर आत्मनिर्भर बने। वह अपने पैरों पर खड़े होकर ना केवल अपने परिवार को चलाने अपितु आजीविका को भी आसानी से चला सके। इसके लिए वह सत्त समय-समय पर अलग-अलग एक्टीविटीस कर प्रयास करती रहेंगी।

बाड़कुआं स्थित क्वारेंटाईन सेंटर में युवा षिक्षिका अपना कोरोेना उपचार करवाने के साथ कर्तव्य का भी निर्वहन करते हुए विद्यार्थियों को दे रहीं आॅनलाईन षिक्षा, षिक्षिका के जज्बे को सलाम ..

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झाबुआ। देश में लॉकडाउन होने के बाद स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकारों द्वारा राष्टीय षिक्षा नीति के तहत नवीन शैैक्षणिक सत्र में ऑनलाइन षिक्षा व्यवस्था की गई है। कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षा एक ऐसी चुनौती के तौर पर सामने आई, जिसके लिए देश के अधिकांश शिक्षक वर्तमान में पूरी तरह से तैयार नहीं है, लेकिन झाबुुआ में एक ऐसी युवा षिक्षिका, जो कोरोना पाॅजिटीव होकर शहर के बाड़कुआं स्थित क्वारेंटाईन सेंटर में स्वयं एडमिट होेकर यहां अपना अपना नियमित उपचार करवाने के साथ ही यहीं से अपने कर्तव्य का निर्वहन करतेे हुुए सेंटर में भर्ती अन्य कोरोना संक्रमित मरीजों को षिक्षा अर्जित करने के साथ अपनी विद्यालय के कक्षा 10वंी के विद्यार्थियांे को आॅनलाईन षिक्षा दे रहीं है। विद्यार्थियों के भविष्य के लिए कोरोना जैसी वैष्विक महामारी से लड़ते हुए भी वह अपनी कर्तव्य पराकाष्ठा का बखूबी निवर्ह्रन कर रहीं हैे।ं वह कोविड सेंटर में होेकर भर्ती कोरोना के मरीजों को षिक्षा देने के साथ ही शहर में ंउनकी विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भी क्वारेंटाईन सेंटर में अपने रूम में बैठकर लेपटाॅप पर नियमित आॅनलाईन षिक्षा दे रहीं हैै।

बुखार आने के बाद हुुआ कोरोना
प्राप्त जानकारी के अनुसुार शहर की सिंचाई कॉलोनी निवासी पुरोहित परिवार की बेटी, जो निजी विद्यालय में शिक्षिका है। कोरोना से संक्रमित हो गई। उसेे बुखार आया और प्राथमिक उपचार लेेने पर भी ठीक नहीं होने पर जागरूकता का परिचय देते हुए बीती 3 सितंबर को जिला चिकित्सालय जाकर कोरोना का टेस्ट करवाया। जिसके बाद 4 सितंबर को पॉजीटिव रिपोर्ट आई।

क्वारेंटाईन सेंटर में रहकर ही आॅनलाईन पढ़ाई करवा रहीं
उक्त युुवती एक निजी विद्यालय में शिक्षक होने के नाते ऑनलाइन के माध्यम से हर दिन बच्चों को पढ़ाती है। स्थानीय बाड़कुआ स्थित कोविड सेंटर में शाम को भर्ती हुई। कोविड सेंटर में रहने के दौरान कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों को ऑनलाईन पढ़ाई करवा रही है। अपने अंदर स्वस्थ होने का हौंसला और जूनून बरकरार रखकर बच्चों के भविष्य को संवारने में भी वह पीछे नहीं रह र हीं है। षिक्षिका ने जिलेवासियों को संदेष दिया कि इस बिमारी से बचाव हेतु सबसे अधिक आवश्यक है कि हम अपने शरीर का इम्यूनिटी पॉवर मजबूत रखे। हम कोरोना होने पर डरे नहीं, समय पर उपचार करवाएं। इसका डटकर मुकाबला किया जाए, तो इस जानलेवा महामारी से ठीक होे सकते है।

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