साहब नहीं मिले तो नाराज हुए किसान सीडिय़ों पर दो घंटे बैठकर दिया धरना
- सेवा सहकारी समिति लौरासखुर्द में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे खातेदार किसान
- डिप्टी कलेक्टर ने आकर लिया ज्ञापन तब हुए शांत

कसात महिने से नहीं मिली जिले के 80 छात्रावासों में कार्यरत रसोईया, अतिथि शिक्षक,चौकीदार सफाईकर्मी और जल वाहकोंं को तनख्वाह
- आदिम जाति,अनुसूचितजाति कल्याण विभाग को किया करोड़ों रू का आवंटन

46 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई,वर्तमान में कोरोना एक्टिव/पॉजीटिव की संख्या 406 है, दो व्यक्तियों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई कुल मृत्यु संख्या 41

फर्जीं दस्तावेजों से खेत पर रखवाया घरेलू अटल ज्योति योजना ट्रांसफार्मंर
- मगरदीकलॉ तहसील श्यामपुर के ग्रामीणों ने की शिकायत

विश्व हाथ धुलाई दिवस 15 अक्टूबर को
इस वर्ष 15 अक्टूबर को विश्व हाथ धुलाई दिवस पर “सभी के लिए स्वच्छ हाथ“ थीम पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी। इस संबंध में समस्त कलेक्टर्स को पत्र जारी किया है। कोविड-19 संक्रमण के दौरान बीमारी को रोकने के लिए विभिन्न उपायों में सबसे प्रभावी तथा सरल है। विभिन्न अवसरों पर साबुन से हाथ धुलाई व सेनिटाईजर से हाथों को स्वच्छ रख सकते है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस पर “सभी के लिए स्वच्छ हाथ“ की थीम रखी गई है तथा समुदायें, संस्थाओं सभी शालाओं से अपेक्षा की जा रही है। सभी के लिए स्वच्छ हाथों को बनाए रखने के लिए विभिन्न स्तरों पर विशेष प्रयास एवं संसाधनों को उपलब्ध कराए जाएं। स्वच्छ हाथों द्वारा कोविड-19 जैसे वायरस को फैलने से रोकथाम के साथ-साथ अन्य बीमारियों से व्यक्ति की रक्षा होती है। शालाओं में हाथ धुलाई हैंड सेनिटाईजर की उपलब्धता बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अति आवश्यक है। विश्व हाथ धुलाई दिवस पर विभाग द्वारा संचालित विभिन्न ऑनलाईन प्रशिक्षण गतिविधियों, “हमारा घर हमारा विद्यालय“ एवं सीएम राईस कार्यक्रम, संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 15 अक्टूबर एवं निकटतम तिथियों में होने वाले गतिविधियों/प्रशिक्षणों में “सभी के लिए स्वच्छ हाथ“ के लिए हैंडवासिंग के स्टेप्स का डेमों किया जाएं। हैंडवासिंग गतिविधि के पश्चात स्वच्छ हाथों के साथ प्रतिभागियों/विद्यार्थियों की एक सेल्फी ली जाएं। स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छाग्राही समुदायों में “सभी के लिए स्वच्छ हाथ“ डोमों एवं सहयोग कर रहे है। हमारा घर हमारा विद्यालय के स्थान पर उनके समन्वय यथासंभव विद्यार्थियों को शामिल कर हैंडवासिंग डेमों एवं साबुन से हाथ धुलवाएं जाएं। साथ ही शालाओं के प्रारंभ होने के पश्चात साबुन से हाथ धुलाई ईकाई की व्यवस्था शालाओं में उपलब्ध अवश्य होना चाहिए।
एमबीए/एमसीए की काउंसलिंग में पूर्व वर्षों के परिणामों के आधार पर होगा प्रवेश
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित एमबीए तथा एमसीए पाठ्यक्रम की ऑनलाइन ऑफ कैम्पस काउंसलिंग में स्नातक पाठ्यक्रमों के पूर्व वर्षों के परीक्षा परिणामों के आधार पर प्रवेश की कार्यवाही की जाएगी। यह व्यवस्था केवल शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए ही लागू होगी। राज्य शासन द्वारा यह निर्णय कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत लिया गया है। स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष के परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हो सके हैं। ऐसे में उन सभी विद्यार्थियों के स्नातक पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के पूर्व वर्षों के परीक्षा परिणामों के आधार पर प्रावधिक प्रवेश दिया जायेगा।
ऑनलाईन भाषण प्रतियोगिता के उत्कृष्ट प्रतियोगियों को किया गया पुरस्कृत

आपसी सुलह से हुआ पूर्वजों के मकान का वर्षो पुराने विवाद का निराकरण
अधिवक्ता श्री याद मोहम्मद ग्राम कोडियाछितू द्वारा 25 सितंबर 2020 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर में उपस्थित होकर अपने पूर्वजों के मकान का वर्षो पुराना विवाद का आपसी समझौते के माध्यम से निराकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिस हेतु विवाद के सभी पक्षकारों श्री शेख मोहम्मद, शेर मोहम्मद, लाल मोहम्मद, ताज मोहम्मद, फेज मोहम्मद एंव याद मोहम्मद को आज 13 अक्टूबर 2020 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर में संचालित परिवार परामर्श केन्द्र में उपस्थित किया गया। सभी पक्षकार सगे भाई होकर ग्राम कोडियाछितू तहसील व जिला सीहोर मे निवासरत् है। पक्षकारों के मध्य अपने पूर्वजों के मकान का वर्षो पुराना विववाद था। जिस हेतु सगे भाईयों में कई बार झगड़ा भी हुआ और उनके द्वारा पुलिस में रिपोर्ट भी लिखाई गई, परंतु उनके विवाद का समुचित समाधान नहीं हो पा रहा था। सभी जगह से परेशान होकर आवेदक श्री याद मोहम्मद अधिवक्ता द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर में आवेदन पत्र प्रस्तुत कर मामला समझौता के आधार पर निपटाने की गुहार लगाई गई। मामला आज अपर जिला न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री शैलेन्द्र कुमार नागोत्रा द्वारा आवेदक एवं अनावेदकगण को पृथक-पृथक व साथ में बैठाकर समझाईश दी गई। समझाईश की कार्यवाही लगभग दो घण्टे तक जारी रही जिसमें श्री नागोत्रा द्वारा उपस्थित पक्षकारों को उनके मामले से सम्बंधित कानूनी प्रावधानों के बारे मे अवगत कराया और पक्षकार सभी सगे भाईयों को राजीनामा के आधारों पर प्रकरण निराकृत कराने हेतु प्रेरित किया गया। जिस पर सभी पक्षकार श्री नागोत्रा द्वारा सुझाए गए बिन्दुओं पर राजीनामा करने हेतु सहमत हुए। इस प्रकार श्री शैलेन्द्र कुमार नागोत्रा अपर जिला न्यायाधीश/सचिव जिविसेप्रा जिला न्यायालय सीहोर के परिवार परामर्श केन्द्र के अंतर्गत सगे भाईयों के पूर्वजों के मकान के वर्षो पुराने विवाद का निराकरण आपसी समझौते के आधार पर एक ही बैठक में किया गया। वर्षो पुराने विवाद एक ही दिन में सुलझ जाने से पक्षकारों के चेहरे पर खुशी की झलक देखी गई और सभी भाई खुशी-खुशी एक साथ अपने घर गए।
सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों के लंबित पेंशन करणों का 31 अक्टूबर तक निराकरण करने के निर्देश
आयुक्त भोपाल सम्भाग द्वारा सम्भाग के सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने कार्यालय के सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों के पेंशन एवं परिवार पेंशन के लंबित प्रकरणों का निराकरण 31 अक्टूबर 2020 को अंतिम रूप से करें एवं म.प्र. वेतन पुनरीक्षण नियम 2017 के अतंर्गत सातवें वेतनमान में लंबित शासकीय सेवको की सुची उपलब्ध करायें। आयुक्त द्वारा अगस्त और सितंबर माह में भी यह अभियान चलाया था। सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों के पेंशन व परिवार पेंशन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की गई। जिसमें बहुत से कार्यालयों के अंतर्गत पेंशन व परिवार पेंशन प्रकरण लंबित पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई और लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने के लिए निर्देशित किया गया है। कार्यालय प्रमुखों से कहा कि वे अपने कार्यालय के लंबित पेंशन प्रकरणों के निराकरण हेतु व्यक्तिगत रूचि लेकर संबंधित शाखा लिपिक को जिला पेंशन कार्यालय में उपस्थित होकर लंबित पेंशन प्रकरण का अंतिम रूप से निराकरण कराया जाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही म.प्र. वेतन पुनरीक्षण नियम 2017 के अतंर्गत सातवें वेतनमान में लंबित शासकीय सेवको की सूची भी जिला पेंशन कार्यालय को हार्ड कापी में तथा साफ्ट कापी में उपलब्ध कराने कहा गया है।
कोरोना काल में अभिनव नवाचारों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में हुआ कार्य- मुख्यमंत्री श्री चौहान
- 497 करोड़ की लागत से निर्मित 145 शैक्षणिक भवनों का लोकार्पण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शैक्षणिक वातावरण बेहतर बनाने के लिये स्कूल भवनों का होना जरूरी है। स्कूल भवनों में बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले यह हमारे प्रयास है। कोरोना काल में शैक्षणिक गतिविधियाँ प्रभावित हुई हैं, लेकिन सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के साथ अभिनव नवाचार करते हुए ऑनलाइन बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज भोपाल के मिन्टो हॉल में 497 करोड़ 70 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित 145 शैक्षणिक भवनों का वर्चुअल लोकार्पण कर कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज जिन शैक्षणिक भवनों का लोकार्पण किया, उनमें आदिम-जाति कल्याण विभाग के 357 करोड़ 9 लाख रुपये लागत के 13 विशिष्ट आवासीय विद्यालयों (कन्या शिक्षा परिसर), 4 करोड़ 63 लाख रुपये के 3 छात्रावास के नवीन भवनों और स्कूल शिक्षा विभाग के 135 करोड़ 98 लाख रुपये लागत के 129 हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी शाला भवन शामिल है। इन भवनों का निर्माण आदिमजाति कल्याण विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग के लिए लोकनिर्माण विभाग द्वारा किया गया। लोकार्पण कार्यक्रम में लोकार्पित हुई सभी शैक्षणिक अधोसंरचनाएँ चुनाव अप्रभावित जिलों की हैं। लोक निर्माण एवं कुटीर ग्रामोद्योग, मंत्री श्री गोपाल भार्गव, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार श्री इंदर सिंह परमार उपस्थित थे। प्रोटेम स्पीकर श्री रामेश्वर शर्मा एवं आदिम जाति कल्याण एवं अनुसूचित जाति कल्याण सुश्री मीना सिंह वर्चुअल रूप में कार्यक्रम में शामिल हुई। प्रमुख सचिव शिक्षा, प्रमुख सचिव स्कूल आदिम जाति कल्याण, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
10 हजार गुणवत्तापूर्ण नये विद्यालय भवन बनाये जायेंगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी 3 वर्षों में ऐसे दस हजार विशाल भवनयुक्त विद्यालयों का निर्माण किया जायेगा जिसमें एक ही स्थान पर कई बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल कर सकें। अत्याधुनिकता से परिपूर्ण इन स्कूल परिसरों में शिक्षकों के निवास, लायब्रेरी, खेल परिसर एवं आसपास 25 से 30 कि.मी. की परिधि में रहने वाले बच्चों के लिए स्कूल आने-जाने के लिए वाहन सुविधा उपलब्ध रहेगी। वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में उपस्थित प्रोटेम स्पीकर श्री रामेश्वर शर्मा ने इस कल्पना को शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिक्षण संस्थान से एक ही भवन में एक ही स्थान पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना संभव हो सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया सीधा संवाद
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उमरिया जिले के कन्या शिक्षा परिसर प्रांगण में उपस्थित अभिभावक श्री पुरूषोत्तम से नवनिर्मित भवन में उपलब्ध सुविधाओं के बारे चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा कोविड काल में शिक्षा संचालन के संबंध में प्राचार्य से जानकारी ली। प्राचार्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में 33 प्रतिशत बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा सभी बच्चों को उनके घरों में पुस्तकें उपलब्ध करवाई गई हैं। शिक्षक भी स्टूडेंट के निरंतर सम्पर्क में बने हुए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्कूल खोले जाने के संबंध में बताया कि परिस्थितियों को देखते हुए दीपावली के बाद स्कूल प्रारंभ किये जायेंगे।
पंचायत प्रधान ने कहा करेंगे समय-समय पर रख-रखाव
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शाजापुर जिले के शुजालपुर करवाला शाला भवन में उपस्थित पंचायत प्रधान श्री नंदकिशोर पाटीदार से पूछा कि शाला भवन के बन जाने के बाद अब उसके रख-रखाव के लिए आपकी क्या कार्य योजना है। श्री पाटीदार ने बताया कि स्कूल भवन में 195 बच्चों के लिए पर्याप्त स्थान है। जनप्रतिनिधि के रूप में हम स्वयं समय-समय पर रख-रखाव पर निगाह रखेंगे। प्राचार्य श्री धर्मेन्द्र यादव ने बताया कि स्कूल 2002 में हाई स्कूल था। वर्ष 2013 में हायर सेकेण्ड्री स्कूल के रूप में परिवर्तित किया गया। पर्याप्त कक्ष हैं एवं स्टॉफ रूम, टॉयलेट आदि व्यवस्थित रूप से बनाये गये हैं। अकबरपुर भोपाल के शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल में जनप्रतिनिधि के रूप में उपस्थित प्रोटेम स्पीकर श्री रामेश्वर शर्मा ने स्कूल में बच्चों को संख्या को देखते हुए स्कूल भवन में एक मंजिल और बनाए जाने का अनुरोध किया।
सुरक्षा ने कहा पटवारी बनूँगी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर जिले की मेधावी छात्रा कुमारी सुरक्षा पाटीदार से चर्चा की। उन्होंने मेधावी छात्रा के रूप में शासन द्वारा लैपटॉप के लिये उपलब्ध कराई गई राशि के संबंध में जानकारी ली। छात्रा सुरक्षा पाटीदार ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से कहा कि शासन द्वारा जो मदद की गई है, उसे वे अपनी आगे की पढ़ाई में उपयोग करेंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूछा कि आगे क्या बनना चाहती हो, छात्रा सुरक्षा ने बड़ सहज रूप से कहा कि मेरी इच्छा पटवारी बनने की है। आदिम-जाति कल्याण विभाग के लोकार्पित होने वाले 13 कन्या शिक्षा परिसरों में जन-जातीय वर्ग के 6 हजार 370 बालिकाओं और 3 छात्रावास भवनों में 150 छात्रों को बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। स्कूल शिक्षा विभाग के नव-निर्मित 129 हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल 26 जिलों के अलग-अलग स्थानों पर निर्मित हैं। इन शाला भवनों के निर्माण से करीब 21 हजार विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
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