
सुशील मोदी बक्सर के डुमरांव में चुनावी सभा संबोधित करते हुए कहा कि ‘’भीड़ देखकर लगता है कि बिहार से कोरोना भाग गया है, कहां है कोरोना। हमलोगों ने जो बिहार में इंतेजाम किया था उसके कारण ही मौत कम हुई। बिहार में 950 लोगों की मौत कोरोना से हुई। जबकि देश के अन्य राज्यों में 1000 लोगों की मौत हुई है। अब सवाल उठता है कि किसकी बात सही माना जाय क्योंकि बिहार में स्वास्थ विभाग द्वारा जो डाटा दिया जा रहा है उसके हिसाब से अभी भी बिहार में हर रोज 1000 से अधिक लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। लेकिन सुशील मोदी की माने तो करोना तो है ही नहीं अब सवाल यह भी आता है कि किसकी बात सही मानी जाए । मालूम हो कि बिहार में पिछले 2 सप्ताह में बिहार की राजनीति से लेकर पदाधिकारी और पत्रकारों की मौत कुरौना से हो चुकी है। हाल में ही कोरोना से पूर्णिया रेंज के आईजी विनोद कुमार की मौत हो गई है। इससे पहले 16 अक्टूबर को कोरोना से बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री कपिल देव कामत का निधन हो गया। इससे पूर्व 12 अक्टूबर को बिहार सरकार के मंत्री विनोद सिंह का निधन हो गया था। इसके साथ ही 14-15 अक्टूबर के बीच पटना के दो सीनियर पत्रकारों का भी कोरोना से मौत हो गई। इसमें से एक चुनावी सभा के दौरान संक्रमित हुए थे।
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