बाराचट्टी विधानसभा से लोजपा की उम्मीदवार रेणुका देवी का पोस्टर सामने आया है।जिसें चिराग पासवान के साथ ही साथ नरेंद्र मोदी की तस्वीर का भी इस्तेमाल किया गया है.....

इस दौरान दानिश रिजवान ने लोजपा के चिराग पासवान पर हमला बोलते हुए कहा कि जिसने बिहार के लिए कुछ नहीं किया वहीं दुसरे गठबंधन के नेताओं के सहारे लड़ता है।बता दें कि बाराचट्टी विधानसभा से लोजपा की उम्मीदवार रेणुका देवी का पोस्टर सामने आया है। जिसें चिराग पासवान के साथ ही साथ नरेंद्र मोदी की तस्वीर का भी इस्तेमाल किया गया है। प्रधानमंत्री के फोटो का इस्तेमाल करके वोट लेंगे और नीतीश कुमार की आलोचना करेंगे, यह लोजपा की रणनीति है। लोजपा बिहार में अपने 143 उम्मीदवार उतार रही है।उसे भाजपा और जदयू के बीच सीटों को लेकर हुए तालमेल या बंटवारे से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन लोजपा ने यह कहकर जदयू को मुश्किल में डाल दिया है कि चुनाव के बाद उसके विधायक भाजपा को समर्थन देंगे। लोजपा ज्यादातर उम्मीदवार वैसी जगहों पर ही उतारेगी जहां जदयू के उम्मीदवार होंगे। अब लोजपा ने यह भी कहा कि नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और उनके विजन से हम बहुत प्रभावित हैं।इसलिए चुनाव में उनके फोटो का इस्तेमाल करेंगे। इस मामले ने बिहार की सियासत को गर्म कर दिया। संजय कुमार जायसवाल ने प्रेस से कहा कि नीतीश कुमार बिहार में एनडीए के नेता हैं और जो उन्हें नहीं मानता है वह एनडीए में नहीं है। उनका इशारा लोजपा और चिराग पासवान की तरफ था ।आनन-फानन में सुशील कुमार मोदी का बयान भी आया। उन्होंने लोजपा का नाम लिए बिना चेतावनी दी कि चार दलों के अलावा कोई भी दल नरेन्द्र मोदी के फोटो का इस्तेमाल चुनाव में करेगा तो वे चुनाव आयोग भी जा सकते हैं।लेकिन सवाल है कि सुशील मोदी के यह कहने से क्या होगा? बिहार चुनाव आयोग के एक अफसर ने कहा कि यह मामला चुनाव आयोग के सामने आएगा तो आयोग के वरिष्ठ अफसर इस पर फैसला लेंगे।अभी से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। भाजपा अगर यह कहेगी कि नरेन्द्र मोदी के फोटो का इस्तेमाल लोजपा नहीं कर सकती है तो उसका कारण भी तो बताना ही होगा। पटना हाईकोर्ट के सर्वदेव सिंह कहते हैं कि लोजपा और भाजपा का गठबंधन टूटा कहां है? लोजपा गठबंधन में शामिल है केन्द्र में, इसलिए गठबंधन के मुखिया नरेन्द्र मोदी के फोटो का इस्तेमाल कर सकती है और उनके द्वारा किए गए कार्यों को भी गिना सकती है। वे कहते हैं कि भाजपा को कोई दिक्कत है तो वह गठबंधन तोड़ सकती है। परमिशन तो तब जरूरी होती जब नरेन्द्र मोदी गठबंधन से बाहर के नेता होते। खुश करने के लिए कोई कुछ बयान दे सकता है। सीनियर वकील मणिभूषण सेंगर कहते हैं कि भाजपा और लोजपा का गठबंधन टूटा नहीं है। इसलिए प्रधानमंत्री के फोटो का इस्तेमाल रोक नहीं सकते। वे एक बात और कहते हैं, वह यह कि प्रधानमंत्री प्रोटोकॉल के तहत फोटो का इस्तेमाल करने पर रोक लग सकती है। अगर ऐसा हुआ तो चिराग पासवान, प्रधानमंत्री के फोटो का इस्तेमाल चुनाव में नहीं कर पाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें