फतुहा। पटना जिला के फतुहा मेें बड़ी घटना वारदात हुई है। जिससे कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। बुधवार की रात्रि पटना के नदी थाना क्षेत्र के सबलपुर स्थित 6-लेन निर्माणाधीन पुल के समीप गंगा किनारे जुआ खेलने के विवाद में एक युवक ने जुआ खेल रहे दूसरे युवक को गोली मार कर जख्मी कर दिया। जख्मी युवक को स्थानीय लोग तत्काल इलाज के लिए पटना लेकर चले गए, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। उधर गोली की आवाज सुनते ही सैकड़ों ग्रामीण गंगा किनारे पहुंचे तथा भाग रहे तीन अपराधी को पकड़ लिया, लेकिन एक अपराधी भागने में सफल रहा। फिर क्या था दबोचे गए दो अपराधी को ग्रामीणों ने इतना पीटा जब तक उनके प्राण पखेरू नहीं उखड़ गए। उसके बाद ग्रामीण हत्या करने के बाद दोनों के शव को गंगा में पानी के पास छोड़कर सभी फरार हो गए। घटना की जानकारी होते ही नदी थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तथा दोनों शव को जीवित होने की संभावना से पटना पीएमसीएच ले गयी, जहां चिकित्सकों ने उन दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने तीनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गुरूवार सुबह होते ही ग्रामीण एसपी कांतेय कुमार मिश्र, डीएसपी राजेश कुमार मांझी तथा नदी थाना प्रभारी सकेंन्द्र कुमार घटनास्थल पर पहुंचे तथा घटना की बारीकी से जांच पड़ताल की। घटनास्थल पर अभी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। गोली लगने से मौत हुई मृतक की पहचान सबलपुर के मल्लाह टोली निवासी 25 वर्षीय जितेंद्र साहनी के रुप में हुई है तथा ग्रामीणों की पिटाई के शिकार हुए एक मृतक की पहचान सबलपुर के ही मुन्ना दास के रुप में हुई है एवं दूसरे की पहचान पुलिस के अनुसार अज्ञात बताया गया है। जबकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दूसरा मृतक मेहंदी गंज थाना के रानीपुर निवासी अजीत कुमार उर्फ एतवरिया के रुप में बताया जा रहा है। वहीं भागने में सफल रहे युवक रानीपुर के ही केतु बताया जा रहा है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि गोली लगने से मौत हुई युवक जितेंद्र साहनी गंगा किनारे कुछ लोगों के साथ जुआ खेल रहा था। तभी एक बाइक पर सवार सबलपुर के मुन्ना दास व मेहंदीगंज थाना के रानीपुर निवासी कथित अजीत कुमार उर्फ एतवरिया व केतु कुमार वहां पहुंचा तथा जुआ खेलने की जिद करने लगा। इसी बीच जितेंद्र साहनी के द्वारा विरोध किए जाने पर मुन्ना दास ने पिस्तौल निकालकर उप गोली चला दी, गोली उसके सीने में लगी और गोली लगते ही स्थानीय लोग उसे इलाज के लिए पटना लेकर चले गए लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उधर गोली की आवाज सुनते ही सैकड़ों ग्रामीण तुरंत गंगा किनारे पहुंचे तथा भाग रहे मुन्ना दास व कथित अजीत कुमार उर्फ एतवरिया को पकड़ लिया और पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी। तीसरा युवक केतु कुमार भागने में सफल हो गया। हालांकि पुलिस घटना के विषय में ज्यादा कुछ भी नहीं बता रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुन्ना दास अपराधी किस्म का शख्स था तथा पिछले दो साल से वह अकेले सबलपुर में रह रहा था। उसके परिजन कोलकाता में रहते हैं। वहीं दूसरा मृतक कथित अजीत कुमार उर्फ एतवरिया के विषय में पुलिस अनभिज्ञता जाहिर करते हुए छानबीन करने की बात कह रही है लेकिन सूत्रों के अनुसार अजीत कुमार उर्फ एतवरिया अपने साथी केतु के साथ पहले मुन्ना दास के घर पहुंचा था तथा वहीं से मुन्ना दास उन दोनों को लेकर गंगा किनारे पहुंचा था। सूत्रों के अनुसार, अजीत कुमार किसी अनैतिक धंधा से जुड़ा हुआ था तथा वह अक्सर मुन्ना दास के पास आते-जाते रहता था। घटनास्थल पर मौजूद डीएसपी राजेश कुमार मांझी ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है तथा इस घटना में शामिल मॉब लिंचिंग की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी है।
गुरुवार, 12 नवंबर 2020
फतुहा की घटना में शामिल मॉब लिंचिंग की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी
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