पटना. आठ माह से जारी कोरोना के कारण मृत विश्वासियों के स्मरण दिवस 02 नवम्बर 2020 के धार्मिक कार्यक्रमों में बड़ा बदलाव कर दिया है. कुर्जी के पल्ली पुरोहित के अनुसार प्राप्त सूचनानुसार उच्चाधिकारियों से मिले निर्देश के अनुसार चलकर गिरजाघर के परिसर में गाडियों को पार्क नहीं करना है.वर्षा के कारण कुछ दिनों के लिए इसकी इज़ाजत दी गयी थी. अब वर्षा का मौसम समाप्त हो गया है. अतः यहाँ परिसर में गाड़ी पार्क करने वालाें से अनुरोध है कि आप यथाशीघ्र परिसर से अपनी गाड़ियाँ हटा लें.अब अगर आप अपनी गाड़ी नहीं हटाते हैं तो उसे परिसर से हटाकर मुख्य सड़क पर रख दिया जायेगा और इसके लिए आप जिम्मेवार हाेंगे. कृपया इस सूचना को गंभीरता से लें.समय सीमा निर्धारित नहीं होने से लोग मनमौजी हो जाएंगे.इसका ठीकरा कुर्जी के पल्ली पुरोहित के सर फोड़ेंगे.वहीं कुर्जी पल्ली के सभी सदस्यों से कुर्जी के पल्ली पुरोहित का सादर आग्रह है की आप सभी मृतकों के स्मरण दिवस 2 नवंबर को अपने क्षेत्र के मुताबिक मिस्सा पूजा के लिए आएं.पहला मिस्सा - सुबह साढ़े छः बजे हाेगा. क्षेत्र - कुर्जी क्रिश्चियन काॅलोनी, मगध काॅलोनी, आर.बी.आई.बैंक काॅलोनी, विकास नगर और काेठिया है.पहले मिस्सा के बाद भक्तजनाें काे कब्र सजाने के लिए आधा घण्टा मिलेगा और उसके बाद कब्राें की आशिष की जायेगी.
दूसरा मिस्सा - सुबह आठ बजे हाेगा. क्षेत्र - बालूपर, शिवाजी नगर और गंगाविहार काॅलोनी है.दूसरे मिस्सा के तुरंत बाद कब्राें की आशिष की जायेगी.
तीसरा मिस्सा - शाम पौने तीन बजे दया की माला बिनती आैर उसके बाद तीन बजे से मिस्सा हाेगा. क्षेत्र - फेयर फील्ड काॅलोनी, बाँसकाेठी, मखदुमपुर, हमीदपुर, संत माइकल काॅलोनी और बुजुर्ग दीघा है.तीसरे मिस्सा के तुरंत बाद कब्राें की आशिष की जायेगी.
कुर्जी के पल्ली पुरोहित के अनुसार आपकी उपस्थिति से हम सबों को मिस्सा पूजा कार्यक्रम के संचालन में काफी मदद मिलेगी. कल 02 नवम्बर को पल्ली के मुख्य द्वार (मुख्य सड़क पर स्थित) पर ही तापमान की जांच कर भक्तों को परिसर में आने दिया जाएगा.सभी भक्ताें से सादर अनुराेध है कि आप कृपया अपने समय आैर क्षेत्र के अनुसार ही मिस्सा के लिए आये ताकि गिरजाघर में एक ही समय ज्यादा भीड़ न हाे. माैजूदा हालात में यह अनुशासन बेहद जरूरी है. आपके सहयोग के लिए धन्यवाद. कुर्जी के पल्ली पुरोहित ने सभी भक्ताें से अनुराेध है कि आप पर्यावरण की समस्या को ध्यान में रखकर कब्राें पर पिता, पुत्र आैर पवित्र आत्मा के नाम पर केवल तीन माेमबत्तियाँ जलावें. इसी प्रकार कम से कम मात्रा में अगरबत्तियों का प्रयोग करें. अगरबत्तियों का धुआँ स्वास्थ्य के लिए ज्यादा हानिकारक है.अगर आप कुछ आैर करना चाहते है ताे अपने मृत प्रियजनाें के नाम पर गरीब बच्चाें के लिए बाॅल पेन छोड़कर पढ़ाई की सामग्रियाँ चढ़ावा में चढ़ा दें. सभी प्रकार के वाहन परिसर के बाहर ही पार्क किए जाएंगे.किसी भी वाहन को अंदर आने की अनुमति नहीं होगी.आपकी उदारता के लिए प्रभु आपको और आपके परिवार को अपनी आशीष प्रदान करें. संत जोंस पैरिश के पल्ली फादर डोल्फि ने कहा है कि मृत परिजनों की आत्माओं को शांति मिले. 2 नवंबर को सुबह 5.45 बजे, 6.45 बजे, 7.45 बजे एवं 10 बजे मिस्सा होगा.मिस्सा शाम 5 बजे से भी होगा.आप लोग अपनी सुविधा के अनुसार मिस्सा में भाग ले सकते हैं. सुबह 9 बजे से कब्रों पर आशिष दी जाएगी.इस समय प्रत्येक परिवार से एक ही व्यक्ति उपस्थित हो सकते हैं.शेष परिवार के सदस्य अपने समय पर जा सकते हैं और प्रार्थना कर सकते हैं. कब्र पर अगरबत्ती पर जलाना प्रतिबंध है.कब्रों पर जलाई जाने वाली मोमबत्तियों की न्यूनतम ही संख्या रखी जाए. आप कब्र पर फूलों को अधिक मात्रा रख सकते हैं.
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