बेगूसराय : दो दिवसीय नाट्य महोत्सव एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 29 दिसंबर 2020

बेगूसराय : दो दिवसीय नाट्य महोत्सव एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन

drama-festival-begusarai
अरुण कुमार ( बेगूसराय ) प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के " आत्मनिर्भर भारत " के आह्वान तथा लोकल फॉर वोकल के प्रेरणा स्वरूप रंग संस्था संबंध तथा "राइजिंग स्टार" के बैनर तले दो दिवसीय नाट्य महोत्सव सांस्कृतिक आयोजन मध्य विद्यालय डूंगरी के प्रांगण में हुआ। लोकल थियेटर फेस्टिवल 2020 के नाम आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन श्री राजकुमार सिंह विधायक मटिहानी मैं अपने कर कमलों से किया। इस अवसर पर श्री राम सागर चौधरी वार्ड पार्षद समेत कई अन्य अतिथि मौजूद रहे।

 

प्रथम दिन 

दिनांक 28/12/2020 को माध्यम बरौनी की प्रस्तुति राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी का महाकाव्य कालजई रचना "रश्मि रथी" के पंचम सर्ग (कर्ण कुंती संवाद) का भावपूर्ण मंचन किया गया। कविता कुमारी (कुंती), त्रिलोकीनाथ सिन्हा (कर्ण) तथा मनोज कुमार (सूत्रधार) अभिनीत इस नाटक को संगीत से सजाया, श्री सुशील कुमार, रंजीत अलबेला, नंद राज तथा श्री घनश्याम पासवान ने। नाटक का निर्देशन किया वरिष्ठ रंग निर्देशक अरविंद कुमार सिन्हा का था। वहीं दूसरी प्रस्तुति मगध कला विकास मंच बेगूसराय की प्रस्तुति "डोमकच" रही, वरिष्ठ रंग निर्देशक अलक निरंजन के निर्देशन में प्रस्तुत इस नाट्य  में आकाश कुमार, कोमल कुमारी तथा मनोज कुमार ने अपने सफल अभिनय से इस पारंपरिक लोकनाट्य को संबल प्रदान किया। नाटक को संगीत से सजाया श्री रंजीत अलबेला, सुशील कुमार, नीतू कुमारी, कविता कुमारी, नंद राज तथा घनश्याम पासवान ने अपनी सहभागिता निभाई। इस अवसर पर एकल गायन की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। गायक कलाकारों में श्री रंजीत अलबेला, कविता, सुशील कुमार, बबलू आनन्द जी ने अपने-अपने गायन प्रतिभा का परिचय दिया।  विदित हो कि दो दिवसीय इस नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन  29/12/2020 को माध्यम बरौनी की प्रस्तुति "सैया भए कोतवाल" गधा मगध कला विकास मंच बेगूसराय की प्रस्तुति "असमंजस बाबू की आत्मकथा" होनी है। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री राजेंद्र कुमार ने काफी सक्रिय भूमिका अदा की।

कोई टिप्पणी नहीं: