विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 03 दिसंबर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 3 दिसंबर 2020

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 03 दिसंबर

भारत के प्रथम राष्ट्रपति डाॅ राजेन्द्र प्रसाद की जन्म जयंति पर किया कांग्रेस ने याद 


विदिशाः- भारत के प्रथम राष्ट्रपति डाॅ राजेन्द्र प्रसाद जी के जन्म जयंति के अवसर पर जिला कांग्रेस ने सांची रोड स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में विधायक शशांक भार्गव की उपस्थिति में श्रद्धा सुमन पुष्प् अर्पित कर उन्हे याद किया।  कार्यक्रम में डाॅ राजेन्द्र प्रसाद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुउ विधायक शशांक भार्गव ने बताया की डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद जी का जीवन एक प्रेरणा दायी गाथा है उन के जीवन चरित्र का व्याख्यान जितना किया जावें वह कम है। उन्होने कांग्रेस की स्थापना में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया था। छपरा क सरकारी स्कूल से पड के कलकत्ता युनिवर्सिटी और इलाबाद विश्व विद्यालय अध्यन किया और भारत के राष्ट्रपति बने। जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमल सिलाकारी जी डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद जी की बुद्धी प्रखरता की प्रशंशा करते हुए बताया एक बार किसी विषय की परीक्षा के समय उन की उत्तर पुस्तिका की जांच कर रहे अध्यापक ने जाॅच के बाद उस में लिखा यह बालक तो परीक्षक से भी ज्यादा ज्ञानवान है। आज की वर्तमान राजनीति से तुलाना करते हुए श्री सिलाकारी जी ने कहाॅ डाॅ राजेन्द्र प्रसाद जी राष्ट्रपति होते हुए अपनों बच्चों को शासकीय वाहन का उपयोग नही करने देते थे। लेकिन वर्तमान परिवेष की राजनीति की स्थिति समक्ष से परे है। कार्यक्रम में संचालन कार्यावाहक जिला अध्यक्ष मोहित रघुवंशी ने किया आभार प्रदेश कांग्रेस महामंत्री मनोज कपूर ने व्यक्त किया।  इस अवसर पर ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष वीरेन्द्र पीतलिया, डाॅ. शैलेन्द्र कटारिया, महमूद कमलि करतार सिंह आदि ने संबोधित किया । कार्यक्रम में लक्ष्मण सिंह रघुवंशी, अंनन्द प्रताप सिंह, मोहरसिंह रघुवंशी, सूजीत देवालिया, गोविंद सिंह राजपूत, नरेन्द्र राजपूत, युवा कांग्रेस से अंकुर गुप्ता, शैलेन्द्र पटेल, दशन सक्सेना, राजकुमार पासी अंशुल जैन, अमित सोनी, अब्दुल हक, कोमल जाटव, मोनू पाल, मनोज कुशवाह, मुआज कामिल, मूलचंद कबीर पंथी, दीपक दुबे, ओ.पी. सोनी, राजकुमार डीडोत, आदि उपस्थित थें।


मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की राशि वन क्लिक में जमा हुई


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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बुधनी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत घोषित दो सामान्य किश्तो की कुल राशि चार हजार रूपए वन क्लिक के माध्यम से किसानो के बैंक खातो में पहुंची है।  मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की पात्रता हेतु प्रधानमंत्री किसान सम्माननिधि योजना के लिए निर्धारित पात्रता की शर्ते ही लागू है अर्थात प्रधानमंत्री किसान सम्माननिधि योजना से लाभांवित कृषक हितग्राहियों को राज्य सरकार के द्वारा दो सामान्य किश्तों में कुल चार हजार रूपए की राशि का भुगतान किया गया है जिसमें प्रथम किश्त एक अपै्रल से 31 अगस्त तक की तथा द्वितीय किश्त एक सितम्बर से 31 मार्च की अवधि की है।  विदिशा एसडीएम श्री गोपाल सिंह वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में जिले के दो लाख सात हजार 198 लक्षित कृषक परिवारो में से एक लाख 94 हजार 825 का सत्यापन किया गया है और इन सभी के बैक खातो में चार-चार हजार रूपए की राशि मुख्यमंत्री जी के द्वारा वन क्लिक के माध्यम से जमा की गई हैं  जिला पंचायत सभागार कक्ष में आयोजित उपरोक्त कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी ने कहा कि गांव गरीब, किसानो की चिंता मुख्यमंत्री जी सदैव करते है किसानो को अनेक योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है इन सबके पीछे मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि प्रदेश के किसान समृद्वशाली हो इसी प्रकार बेटियो और महिलाओं के स्वसहायता समूह गठित कर उन्हें स्वरोजगारमुखी बनाया जा रहा है। आत्म निर्भर मध्यप्रदेश के लिए आत्म निर्भर परिवार होना अति आवश्यक है इस और राज्य सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कार्यक्रम को श्री सुरेन्द्र सिंह चौहान, श्री अरविन्द श्रीवास्तव समेत अन्य ने सम्बोधित किया। आयोजन स्थल पर जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नीतू माथुर, एसडीएम श्री गोपाल सिंह वर्मा, तहसीलदार द्वय श्रीमती सरोज अग्निवंशी और श्री केएन ओझा के अलावा अन्य अधिकारी, कर्मचारी तथा कृषकगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री विजय श्रीवास्तव के द्वारा किया गया है।  


घूरे से घुन अभियान का जायजा 


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विदिशा नगरपालिका क्षेत्रांतर्गत घूरे (कचरे के ढेर) के निपटान हेतु घूर से घुन स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान का आज प्रातः कलेक्टर एवं नगरपालिका के प्रशासक डॉ पंकज जैन ने शहर की विभिन्न गलियों में भ्रमण का अभियान का जायजा लिया है। कलेक्टर डॉ जैन ने भ्रमण के दौरान वार्डवासियों से संवाद कर उन्हें घर में इकट्ठे हुए कचरे के निष्पादन हेतु नगरपालिका के कचरा संग्रह वाहनों में ही डालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विदिशा शहर में अब कही भी सडको के किनारे कचरा इकटठा ना हो की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है इस कार्य में स्थानीय वार्डवासियों की महती भूमिका है और उनमे सहयोग बिना लक्ष्यों की शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल नही हो सकती है। अभियान का मुख्य उद्वेश्य जगह-जगह कचरे के ढेर ना लगे, नागरिको को जागरूक करना है कि कचरे का निष्पादन हेतु निकाय के वाहनो में घर का एवं अन्य कचरा ही डालें।  कलेक्टर डॉ जैन ने निकाय के अमले को निर्देश दिए है कि चिन्हित क्षेत्र जहां स्वच्छता सर्वे के संबंध में कार्यो का क्रियान्वयन किया जाना है खासकर सडको किनारे कचरा ना डाले का संदेश डोर-टू-डोर प्रातः भ्रमण कर दें साथ ही वाहन में कचरा डाले की अपील करें। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों के अलावा एसडीएम श्री गोपाल सिंह वर्मा, तहसीलदार श्रीमती सरोज अग्निवंशी के अलावा गणमान्य नागरिक तथा विभिन्न विभागो के अधिकारी एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी साथ मौजूद रहें। 


सावरकर बाल विहार पार्क में पहुंचे कलेक्टर


शहर के मध्य में स्थित सावरकर बाल विहार पार्क में जन सहयोग से किए जा रहे जीर्णोद्वार कार्यो का आज कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने पुनः अवलोकन किया। कार्यो का सम्पादन करने वालो का हौंसला अफजाई करते हुए शीघ्र ही अन्य कार्य कराने के निर्देश मुख्य नगरपालिका अधिकारी को दिए।  इस अवसर पर बाल विहार कल्याण समिति की ओर से श्री सचिन तिवारी ने जन सहयोग से कराए गए कार्यो की जानकारी दी। साथ ही पार्क में एक्यूप्रेशर पर आधारित पथ मार्ग के अलावा पार्क में पेयजल आपूर्ति हेतु हेण्डपंप खनन कराने तथा शौचालय की कमियों की ओर ध्यान आकर्षित कराया है। इस अवसर पर समिति के अन्य सदस्यगणों के अलावा एसडीएम श्री गोपाल सिंह वर्मा, तहसीलदार श्रीमती सरोज अग्निवंशी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी सहित अन्य अधिकारी व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।


संभागायुक्त द्वारा व्हीसी के माध्यम से समीक्षा आज 


भोपाल संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत जी द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक शुक्रवार चार दिसम्बर को आयोजित की गई है। व्हीसी प्रातः साढे दस बजे से शुरू होगी। जिसमें जिला व ब्लाक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहेंगे। जिला स्तरीय जिन विभागो के अधिकारियों को अनिवार्यतः उपस्थित होने के निर्देश प्रसारित किए गए है उनमें कृषि, पशु चिकित्सा सेवा, उद्यानिकी, कॉ-आपरेटिव बैंक के नोडल अधिकारी शामिल है इसके अलावा खण्ड स्तरीय अधिकारियों में तहसीलदार, एसडीएम, जनपदो के सीईओ तथा कृषि विभाग के एडीओ तथा वेटनरी एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे।


’शासकीय स्कूलों में कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्रों को पालकों की अनुमति के बाद ही बुलाया जाएगा स्कूल’


जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार कक्षा 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों के शंका समाधान के लिय स्कूल नियमित रूप से पूरे निर्धारित समय तक के लिये खुले रहेंगे। शंका समाधान एवं मार्गदर्शन के लिये विद्यालय विद्यार्थियों को इस रीति से आमंत्रित कर सकेगा कि विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या एक साथ अधिक न हो ताकि कोविड की एस.ओ.पी. का पालन किया जा सके। विद्यार्थी माता-पिता एवं अभिभावक की सहमति से ही स्कूल आयेगा। समय-समय पर जारी विभागीय आदेश अनुसार आनलाईन अध्यापन की गतिविधि जारी रहेगी। समस्त हाई स्कूल एवं हायर सेकेड्री स्कूल में शैक्षणिक तथा गैर शैक्षणिक स्टाफ शत-प्रतिशत उपस्थित होगें। छात्रावास को खोले जाने की अनुमति नहीं होगी। जिन विद्यालयों में नियमित शिक्षक नहीं हैं उन विद्यालयों में 5 दिसम्बर 2020 तक अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति कर ली जाएगी। ऐसे स्कूल जहाँ नियमित शिक्षक पदस्थ नहीं हैं और अतिथि शिक्षक भी नही मिलेंगे वहाँ नजदीकी विद्यालय के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी ताकि पठन-पाठन बाधित न हो। पिछले 8 माह से स्कूलों में कक्षायें नहीं लग रही है आनलाईन पढाई जरूर कराई जा रही है लेकिन उसका कोई ठोस असर और हर बच्चे तक आनलाईन पढाई की सुविधा न होने से बच्चों की पढाई प्रभावित हो रही है। बच्चों का पिछला नुकशान की भरपाई हेतु अब अवकाश के दिन में भी स्कूल खुलेगें और बच्चों की कक्षाये लगेंगी। बच्चों की पढाई का बहुत नुकशान हो चुका है अब अगर उनकी पढाई व कोर्श पूरा नही होता है तो बहुत ज्यादा नुकसान होगा। इसलिये अवकाश वाले दिन में स्कूल खुलेगें शिक्षकों को छात्रों के उज्वल भविष्य की चिंता है इसलिये वह अवकाश वाले दिन में भी स्कूल आकर पढायेगें। इसके साथ पूर्व से जो आनलाईन पढाई चल रही है वह सतत रूप से जारी रहेगी जो बच्चे आनलाइन पढाई करना चाहते है वह कर सकते है। कोरोना गाईड लाइन का होगा पालन - अभी स्कूल आंशिक रूप से खुले है लेकिन अब नियमित एवं पूरे निधारित समय तक के लिये खुलेंगे। सभी बच्चों को स्कूल में सैनिटाईज की सुविधा मिलेंगी साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये सभी कमरों में बच्चों को बिठाया जाएगा। 


’उत्कृष्ठ कार्य करने वाली पंचायतों को मिलेंगे राष्ट्रीय पुरूस्कार’


राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल 2021 के अवसर पर ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत व जिला पंचायतों को भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय द्वारा पुरस्कृत किया जाना है। भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय द्वारा उक्त पुरस्कारों के लिए तीन स्तरों की पंचायतों से विभिन्न श्रेणियों के लिए नामांकन आमंत्रित किए गए है। इस वर्ष दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार सामान्य और विषयात्मक श्रेणी के लिए तीनों स्तर की पंचायतों को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार- ग्राम पंचायतों को ग्रामसभा के उत्कृष्ट कार्य निष्पादन के लिए ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार-ग्राम पंचायतों को बाल हितेषी ग्राम पंचायत पुरस्कार- ग्राम पंचायतों को। जिला पंचायत को प्रमाण पत्र के साथ 50 लाख रूपये की राशि, जनपद पंचायत को प्रमाण पत्र के साथ 25 लाख रूपये की राशि, ग्राम पंचायतों को उनकी जनसंख्या के अनुसार प्रमाण पत्र के साथ 5 लाख रूपये से 15 लाख रूपये तक की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाती है। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह में 24 अप्रैल को भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों को पुरस्कृत किया जाता है। इन पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन नामांकन ऑनलाइन पोर्टल लिंक http//panchayataward.gov के माध्यम से अग्रेषित किये जा सकते है। नामांकन निर्धारित ऑनलाईन प्रपत्र में निम्नांकित श्रेणियों के लिए किए जा सकेंगे। यह मूल्यांकन वर्ष 2019-20 के आधार पर होगा। पंचायतों के चयन कार्य एवं खण्ड स्तर पर गठित समितियों के माध्यम से किया जायेगा। प्रथम स्तर, खण्ड स्तर पर चयन प्रत्यक्ष विचार विमर्श साक्षात्कार के आधार पर होगा। आवेदक ग्राम पंचायत प्रस्तुतिकरण देगी और मूल्यांकन वर्ष में पंचायत द्वारा अर्जित उपलब्धियों को वीडियों के माध्यम से भी खण्ड स्तरीय समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगी। इसी अनुक्रम में चयनित ग्राम पंचायत एक प्रस्तुतिकरण जिला स्तर चयन समिति के समक्ष करेगी।


31 दिसम्बर तक कराया जा सकता है फसल बीमा

 

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिले में भी रबी मौसम 2020-21 की फसलों के लिये बीमा कराने का अभियान चलाया जा रहा है। किसान 31 दिसम्बर 2020 तक अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं। जिले में एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के माध्यम से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी फसल का बीमा किया जा रहा है। ऋणी कृषकों का संबंधित वित्तीय संस्था के माध्यम से फसल बीमा किया जाएगा। अऋणी कृषक बैंक अथवा सीएससी के माध्यम से फसल का बीमा करवा सकते हैं। उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि मुताबिक फसल बीमा कराने के लिये भू-अधिकार पुस्तिका, ग्राम पंचायत सचिव अथवा पटवारी द्वारा जारी बोवाई प्रमाण-पत्र, पहचान पत्र के रूप में आधारकार्ड, राशनकार्ड अथवा पेन कार्ड, बैंक पासबुक, मोबाइल फोन नम्बर के साथ पूर्णतरू भरा हुआ फॉर्म प्रस्तुत करना होगा। फसल बीमा कराए जाने पर प्राकृतिक आग (आकाशीय बिजली गिरना), बादल फटना, तूफान, ओलावृष्टि, चक्रवात, अंधड़, टेम्पेस्ट, हरीकेन, टोरनेण्डो, बाढ़, जल भराव, भू-स्खलन, सूखा, कीट व्याधियाँ इत्यादि से फसल को नुकसान होने पर किसान भाई फसल का बीमा प्राप्त कर सकते हैं। फसल बीमा के संबंध में किसान भाई एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के टोल फ्री नम्बर 18002337115 पर संपर्क कर सकते हैं। रबी वर्ष 2020-21 के लिये जारी की गई अधिसूचना क्षेत्र इकाईवार ऑनलाइन http://govtpressmp.nic.in/history-gazette-extra-2020.html  लिंक पर उपलब्ध है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल का बीमा करने के लिये जिले में पटवारी हलका स्तर पर गेहूँ सिंचित के लिये प्रीमियम राशि 462 रूपए प्रति हैक्टेयर व 92 रूपए प्रति बीघा निर्धारित है। इसी तरह चना के लिये 450 रूपए प्रति हैक्टेयर व 90 रूपए प्रति बीघा, सरसों के लिये 375 रूपए प्रति हैक्टेयर व 75 रूपए प्रति बीघा निर्धारित है। इसी तरह मसूर के लिये 300 रूपए प्रति हैक्टेयर व 60 रूपए प्रति बीघा प्रीमियम राशि निर्धारित की गई है। अधिसूचित फसलों के बीमा की प्रीमियम राशि बैंक अथवा सीएससी सेंटर में जमा कर किसान रसीद प्राप्त कर सकते हैं।

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