बर्बर बदायूँ बलात्कार एवं हत्याकांड के खिलाफ ऐपवा का प्रतिवाद मार्च. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 9 जनवरी 2021

बर्बर बदायूँ बलात्कार एवं हत्याकांड के खिलाफ ऐपवा का प्रतिवाद मार्च.

  • उत्तरप्रदेश को भाजपा ने बलात्कार व हत्या के प्रदेश में कर दिया है तब्दील
  • पटना में छज्जूबाग से रेडियो स्टेशन तक निकला मार्च.

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पटना 9 जनवरी, उत्तरप्रदेश मे घटित बर्बर बदायूं बलात्कार व हत्याकांड के खिलाफ आज ऐपवा के बैनर से बिहार में महिलाओं ने पटना सहित कई जिलों में प्रतिवाद मार्च का आयोजन किया. पटना में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने इस बर्बर घटना के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को जिम्मेवार बताते हुए उनके अविलंब इस्तीफे की माँग की. उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी के बयान को भी आपत्तिजनक बताया और उनके भी इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि आज भाजपा के राज में यूपी को महिलाओं के बलात्कार व हत्याकांडों का प्रदेश बना दिया गया है. वहां महिलायें न घर में सुरक्षित हैं, न बाहर और न ही मंदिरों में. उन्होंने महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वे महिलाओं के पक्ष में बोलने की बजाए भाजपा व सरकार की भाषा बोल रही हैं. वे बिहार भाजपा की सदस्य रहीं हैं और अजा बिहार में भी महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार की वारदातों में इजाफा हुआ है.पटना के मार्च में शामिल ऐपवा नेत्री अफ्शाँ जबीं ने मौजूदा सरकार में महिलाओं पर लगातार बढ़ रहे अपराधों पर सवाल करते महिलाओं के बराबर अधिकारों की माँग की. ऐपवा नगर अध्यक्ष मधु ने लव जिहाद जैसे कानून को महिलाओं के अधिकार पर हनन बताते हुए महिलाओं पर अत्याचार से जोड़ते हुए अपनी बात रखी. आसमा खान ने कहा कि इस सरकार में धार्मिक जगहों पर भी महिलाएं असुरक्षित हैं. मार्च में आईसा की नेत्री प्रियंका, नीतू और आरफा, विभा गुप्ता, राखी मेहता, मीरा दत्त, अनुराधा देवी, इंशा, समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मार्च में शामिल थीं। इसी के साथ ऐपवा महिलाओं ने फातिमा शेख की जयंती पर फातिमा शेख एवं सावित्रीबाई फूले की साझी विरासत को भी याद करते हुए छज्जूबाग और कंकड़बाग में सभा का आयोजन किया.

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