पटना : विधानसभा नतीजे आने के बाद लोजपा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। सबसे पहले चिराग की पार्टी लोजपा को विधानसभा में एक सीट से संतोष करना पड़ा। मोदी कैबिनेट से चिराग बाहर हैं। वहीं, आज चिराग के कार्यशैली से नाराज होकर कई नेताओं ने लोजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। लोजपा नेता केशव सिंह के नेतृत्व में पार्टी के 27 नेताओं ने लोजपा छोड़ दिया है। लोजपा छोड़ने वाले नेताओं ने चिराग पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वे राजनेता या नेता नहीं बल्कि व्यापारी हैं। जिस थाली में खाना खाते हैं, उसी थाली में चिराग छेद कर रहे हैं। राजद, कांग्रेस से पैसे लेकर चिराग ने जदयू के खिलाफ उमीदवार खड़े किये थे। केशव सिंह ने कह कि लोजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो चुनाव लड़ती है हारने के लिए , प्रशांत किशोर की मदद से चिराग ने राजद व कांग्रेस से डील किया और जदयू को हराने के लिए हरसंभव प्रयास किया। पार्टी छोड़ते हुए तमाम नेताओं ने चिराग पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब पार्टी में समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होने लगी है। पार्टी में अब व्यापारी और अपराधी भर गए हैं। चिराग रामविलास पासवान के सपनों को चकनाचूर कर भस्मासुर बन गए हैं इसके आगे उन्होंने कहा कि हमलोग जितने भी साथी अलग हुए हैं, वे सारे लोग एनडीए के साथ बने रहना चाहते हैं। इसके लिए 5-5 लोगों की दो टीम बनाई गई है। जिसमें एक टीम जदयू और वीआईपी से तो दूसरी टीम भाजपा और हम से बात करेगी। तथा जिस दल के तरफ से प्रस्ताव आएगा उस दल में सभी लोग शामिल होकर एनडीए को मजबूत करेंगे। इसके अलावा आने वाले दिनों में पूरा बिहार घूमकर उपेक्षित कार्यकर्ताओं को एनडीए से जोड़ेंगे।
रविवार, 17 जनवरी 2021

बिहार : व्यापारी हैं चिराग, हारने के लिए लड़ते हैं चुनाव
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