पटना. आईजीआईएमएस, पटना परिसर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी शुरुआत की. पहला टीका आईजीआईएमएस के सफाईकर्मी रामबाबू को दिया गया. इसके साथ ही, राज्य में कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू हो गया.इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से बिहार में टीकाकरण की शुरुआत हुई है. देश की तरह बिहार में भी कोरोना टीकाकरण की पूरी तैयारी की गई है. सफाईकर्मी को टीका लगने के बाद एम्बुलेंस चालक अमित कुमार, लैब टेक्निशियन सोनू पंडित, डॉ. सनंत कुमार एवं करणवीर सिंह राठौर को टीका लगा. मुख्यमंत्री ने टीका लगवाने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. उन्होंने आईजीआईएमएस में बनाए गए ऑब्जर्वेशन रूम से वेब कास्टिंग के माध्यम से विभिन्न केन्द्रों पर चलाए जा रहे कोरोना टीकाकरण अभियान का जायजा भी लिया. इसके बाद उन्होंने आईजीआईएमएस परिसर में पौधा भी लगाया. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आज यहां कहा कि राज्य के 301 केंद्रों पर टीकाकरण का कार्य हुआ. पहला टीका आईजीएमएस के सफाईकर्मी रामबाबू को दिया गया. राज्य में निर्धारित केंद्रों पर सप्ताह में चार दिन सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को टीका दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों पर कोविद टीकाकरण के बाद जनित जैव चिकित्सा अपशिष्ट के प्रबंधन (बायो वेस्ट मैनेजमेंट) के लिए कलर कोडेड बैग्स में टीकाकरण केंद्रों से निकटतम सहित श्रृंखला स्थल (कोल्ड चेन प्वाइंट) तक लाया जाएगा. वहां से संबंधित जैव चिकित्सा अवशिष्ट उपचार केंद्र के माध्यम से उठाव कर उसका निष्पादन किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री पांडेय ने टीकाकरण के कार्य में लगे चिकित्सकों एवम अन्य कर्मियों के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ हम जंग जितने के करीब पहुंच गए हैं. खगड़िया जिले में आज 380 लोगों को कोविड वैक्सीन दिया गया, लेकिन अलौली पीएचसी में कोरोना वैक्सीन लेने आई एक स्वास्थ्यकर्मी राधा कुमारी वैक्सीन लेने के कुछ देर के बाद बेहोश हो गई जिसके बाद उसे अलौली पीएचसी में ही इलाज किया गया. प्राथमिक उपचार के बाद महिला को बेहतर इलाज के लिए खगड़िया के सदर अस्पताल में इलाज के ले भर्ती कराया गया. बिहार में पहले दिन 301 टीकाकरण केंद्रों पर 18,122 व्यक्तियों को कोरोना टीका लगा. टीकाकरण के शुभारंभ के बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने प्रेस वार्ता में कहा कि आज वह ऐतिहासिक पल है, जिसका कई महीनों से सभी लोगों को इंतजार था। कोरोना का टीका आज से दिया जाने लगा.सबसे खुशी और गर्व की बात यह है कि अपने देश में ही बने टीकों का उपयोग किया जा रहा है. इसके लिए और भी टीका पर काम देश में चल रहा है. मार्च तक और टीका आने की उम्मीद है. टीका ईजाद करने वाले वैज्ञानिकों को पूरा देश आज सलाम कर रहा है.पिछले नौ महीने से बिहार में भी चिकित्साकर्मियों ने बिना छुट्टी के दिन-रात काम कर कोरोना मरीजों की सेवा की है.आज कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या में काफी कमी कमी आई है। यह चार हजार से भी नीचे है. उन्होंने कहा कि कोरोना टीका का दो डोज पड़ना है.एक डोज देने के 28 दिनों बाद दूसरा डोज दिया जाएगा.जिन लोगों को टीका दिया जा रहा है, उन्हें अगले 30 मिनट तक चिकित्सकीय देख-रेख में रखा जा रहा है. मौके पर विधायक संजीव चौरसिया, मुख्य सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति मनोज कुमार, आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ एनआर विश्वास आदि उपस्थित थे.
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