बर्ड फ्लु कि आंशका से पारा क्षेत्र मे दहशत
जल जीवन मिशन के अंतर्गत, सांसद ने किया पारा क्षेत्र के आठ गाँवो मे 11 करोड की नल जल योजना का भूमि पूजन
खराब हालत में टोल वाला थांदला लिमडी राज्य मार्ग
पैच वर्क के नाम पर केवल बारीक कंकरी डाली गड्ढे वही के वही
थांदला । मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह चैहान मध्यप्रदेश की सड़कों की तारीफ विदेशी सड़कों से कर चुके है तो कुछ नेता यहाँ की सड़कों को बॉलीवुड अभिनेत्रियों के गाल तक कि उपमा दे चुके है लेकिन यदि ताजा हालात में वह ग्रामीण अंचल झाबुआ के थांदला की ओर रुख करें तो वास्तविकता का पता चलेगा। गुजरात व राजस्थान जैसे दो राज्यों को जोड़ने वाला यह राजमार्ग अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है, जबकि इसी मार्ग पर लम्बे समय से एक ही गंगोत्री कम्पनी द्वारा टोल भी वसूला जाता है। राजनीतिक साठगांठ कहे या शासन प्रशासन की अनदेखी जिसके चलते इस मार्ग की हालत बद से बदतर होती जा रही है जबकि गंगोत्री टोल कम्पनी द्वारा इस मार्ग के मेंटेनेंस के नाम पर लीपापोती ही कि जाती रही है जिसके चलते इस मार्ग से गुजरने वालें सैकड़ों वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है वही वाहन के क्षतिग्रस्त होने का भी अंदेशा बना रहता है। थांदला के निकट महत्वपूर्ण इस मार्ग पर आसपास के सैकड़ो ग्रामीण का अन-जाना भी लगा रहता है खराब रोड़ व इस पर बने बेतरतीब गड्ढों के चलते आए दिन हादसों की खबरें भी आती रहती है। थांदला लिमडी राज्य मार्ग को बने मात्र 6 वर्ष ही हुए है लेकिन इसकी खस्ता हालत इसे बरसों पुराना रोड़ दर्शा रही है।
पुलिया के आसपास गाड़ी पलटने का डर हो सकता है बड़ा हादसा
थांदला लिमडी राज्य मार्ग पर ग्राम जुलवानिया, परवलिया पर पुलिया के पास बड़े बड़े गढ्ढे हो गए है वही मोरझरी व इटावा के बीच पुल के पास मिट्टी खिसकने से तो 8 से 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया है ऐसे में वाहन चालकों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ रहा है तो हमेशा वाहन पलटने की आशंका भी बनी रहती है जो बड़े हादसे का संकेत कर रही है।
जनप्रतिनिधियों के आने जाने का मुख्य मार्ग
सैकड़ो गाँव को जोड़ने वाले इस राजमार्ग से गाँव के सरपंच सचिव का आना-जाना तो रहता ही है वही क्षेत्र के सांसद गुमानसिंह डामोर, विधायक वीरसिंह भूरिया, जिला जनपद अध्यक्ष शांति राजेश डामोर, जनपद अध्यक्ष गेंदाल डामोर सहित अनेक जनप्रतिनिधि के तहासिल व जिला मुख्यालय से जुड़ने के लिए इसी मार्ग का सहारा है तो प्रशासनिक अधिकारियों के भी ग्रामीण सर्वे के लिए इसी मार्ग का अनुसरण करना पड़ता है फिर भी उन्हें एयर कंडीशनर महंगी गाड़ी की वजह से खड्डों का अहसास न हो यह अलग बात है पर ये बड़े बड़े गड्ढे दिखाई भी न दे यह समझ से परे है।
टोल टैक्स कंपनी का ध्यान बस टोल वसूली पर
टोल टैक्स कंपनी द्वारा टोल प्लाजा पर जिम्मेदार की नियुक्ति महज कागजी है उसका मकसद तो यहाँ से बस मनचाहा टोल वसूलना ही लगता है तभी किसान हो या अन्य स्थानीय ग्रामीण उन्हें भी नही बख्शा जाता व उनसे भी मनचाहा टोल लिया जाता है। कभी इस मार्ग की शिकायत हो भी जाती है तो इन्हें उस शिकायत को दबाने के हर पैतरें भी याद है तभी कगाजों पर ही इस रोड़ की मरम्मत भी हो जाती है।
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए विशेष सर्तक्ता बरते -श्री सिंह
टमाटर प्रोसेसिंग के लिए पांच यूनिट का लक्ष्य तय
झाबुआ। सहायक संचालक उद्यान ने अवगत कराया कि उद्यानिकी विभाग द्वारा वर्ष 2020-21 में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएम एफएमई) के तहत एक जिला एक उत्पाद अनुसार जिले में ओडीओपी अंतर्गत टमाटर फसल की प्रोसेसिंग के लिए 5 इकाईयां स्थापित करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएम एफएमई) अंतर्गत व्यक्तिगत उद्यमी, स्वयं सहायता समूह एवं एफपीओ को लाभ दिया जावेगा। उक्त योजना में लागत का 35 प्रतिशत अथवा अधिकतम 10 लाख रूपए अनुदान राशि बैंक ऋण स्वीकृत होने पर देय है। लाभार्थी का योगदान न्यूनतम 10 प्रतिशत होना चाहिए।
इंफ्रास्ट्रक्चर फंड योजना के लक्ष्य तय
झाबुआ। उद्यानिकी विभाग द्वारा वर्ष 2020-21 में केन्द्रीय क्षेत्रीय योजना ‘‘ एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड‘‘ योजना अंतर्गत शासन द्वारा जिले को विभिन्न घटकों में लक्ष्य आवंटित किए गए है। इसके लिए आवेदन आमंत्रित किए जा रहे है। केन्द्रीय क्षेत्र योाजना अंतर्गत एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड को लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसमें पैक हाउस सामान्य के लिए 3, कोल्ड रूम सामान्य के लिए 3 एवं अनुसूचित जनजाति के लिए 1, सार्टिंग ग्रेडिंग यूनिट में सामान्य के लिए 3, अनुसूचित जनजाति के लिए 1, मोबाइल मिनिमम प्रोसेसिंग इकाई में सामान्य के लिए 3, अनुसूचित जनजाति के लिए 1, कोल्ड स्टोरेज अनुसूचित जनजाति के लिए 1 प्राप्त हुआ है। उक्त इकाई लागत के ब्याज पर 3 प्रतिशत इन्ट्रेस्ट सबमिशन राशि देय है।
कोल्ड स्टोरेज के लक्ष्य तय
झाबुआ। संचालनालय उद्यानिकी के निर्देशानुसार अतिरिक्त प्रावधानों को जोड़कर आवेदन आमंत्रित किए गए है। शासन स्तर पर लिये गये निर्णय अनुसार केवल शीतगृह (कोल्ड स्टोरेज) टाईप-1 स्थापना के लिए विकासखण्ड स्तर पर 1000 मी.टन एवं उद्यानिकी क्लस्टर में 500 मी.टन के आॅनलाईन आवेदन आमंत्रित किये जाते है। माॅडल विकासखण्डों के लिए आवेदकों को प्राथमिकता दी जावेगी। जिनकी सूची एमपीएफएसटीएस पोर्टल पर उपलब्ध है। इच्छुक कृषक उद्यमी को आॅनलाईन आवेदन 10 जनवरी 2021 तक तथा हार्डकाॅपी 15 जनवरी 2021 तक आवेदन (परियोजना प्रस्ताव डीपीआर) बैंक द्वारा ऋण देने के लिए सहमति पत्र तथा चार्टर्ड इंजीनियर द्वारा हस्ताक्षरित बेसिक डाटाशीट, डिजाईन या तकनीकी डाटा सहित संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, भोपाल कार्यालय में जमा करना होगा। पूर्व में आवेदन प्रस्तुत करने वाले आवेदकों को पुनः आवेदन की आवश्यकता नहीं है।
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