ट्रंप की उत्तर कोरिया नीति से सीख लें बाइडन : मून - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 18 जनवरी 2021

ट्रंप की उत्तर कोरिया नीति से सीख लें बाइडन : मून

moon-suggesion-to-biden
सियोल, 18 जनवरी, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन ने सोमवार को आगामी बाइडन प्रशासन से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उत्तर कोरिया के साथ राजनयिक संबंध बनाने में मिली सफलता एवं असफलता से सीखने का आह्वान किया है। उल्लेखनीय है कि मून ने ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के तीन शिखर सम्मेलनों को आयोजित करने में कड़ी मेहनत की थी लेकिन उत्तरी कोरिया के निशस्त्रीकरण के बदले अमेरिकी प्रतिबंधों में ढील को लेकर उत्पन्न असहमति से सफलता नहीं मिली। दक्षिण कोरिया के नेता, उत्तर कोरिया के नेता द्वारा परामणु क्षमता बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताने के बावजूद बातचीत के सकारात्मक माहौल को बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। मून ने स्वीकार किया कि बाइडन, ट्रंप के मुकाबले संभवत: अलग रुख अपना सकते हैं। उन्होंने जोर दिया कि इसके बावजूद बाइडन को ट्रंप की उत्तर कोरिया मामले में सफलताओं और असफलताओं से सीखना चाहिए। ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में मून ने दावा किया कि किम अब भी ‘ स्पष्ट रूप से निशस्त्रीकरण के इच्छुक हैं बशर्ते वाशिंगटन और प्योंगयांग परमाणु खतरे को कम करने और उत्तर कोरिया की सुरक्षा सुनिश्चित करने के कदमों पर सहमत हों। वहीं, दूसरी ओर अधिकतर विशेषज्ञों ने किम की हालिया टिप्पणी को अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए परमाणु कार्यक्रम को जारी रखने का सबूत करार दिया है। मून ने कहा, ‘‘ बाइडन प्रशासन उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच और यहां तक उत्तर कोरिया-दक्षिण कोरिया के बीच वार्ता शुरू करने का अवसर प्रदान करेगा।’’

कोई टिप्पणी नहीं: