दरभंगा, 24 जनवरी, मिथिला विश्वविद्यालय (लनामिवि) के इतिहास में यह पहली घटना है जब वेतन एवं पेंशन का भुगतान एक साथ नहीं हो रहा है। वेतन भोगियों को तो वेतन मिल रहा है समय पर लेकिन पेंशन धारियों को पेंशन नहीं मिल रहा है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों को लगभग 3 माह से पेंशन का भुगतान नहीं हो रहा है बार-बार सरकार एवं विश्वविद्यालय को स्मरण दिलाने के बावजूद इस ओर किसी का ध्यान नहीं है, लगता है प्रशासन ने इनको भगवान भरोसे छोड़ दिया। नवंबर माह से कार्यरत शिक्षक एवं कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया जा रहा है लेकिन सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिल रहा है बिहार सरकार शिक्षा विभाग के अधिकारियों से पूछने पर उनका जवाब यह था की विश्वविद्यालय द्वारा जितनी राशि की मांग की गई थी वह सरकार ने भेज दी वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय का कहना है सरकार से ही राशि कम प्राप्त हुई जिस कारण पेंशनर को पेंशन का भुगतान नहीं हो सका। जनवरी बीतने को है लेकिन आज तक विश्वविद्यालय को इस मद में राशि प्राप्त नहीं हुई है। प्रति माह विश्वविद्यालय को पेंशन के मध्य में करीब में ₹20 करोड़ की आवश्यकता है लेकिन विश्वविद्यालय अपने स्तर से इसके भुगतान में असमर्थता व्यक्त कर रही है। वही इस खाते में लगभग 14 करोड़ रूपया अभी भी शेष है विश्वविद्यालय के पास लेकिन किसी को पेंशन एवं पारिवारिक पेंशन भुगतान की चिंता नहीं है। पारिवारिक पेंशन प्राप्त करने वाले लोगों की हालत बदतर होती जा रही है लगातार उनका संवाद एवं फोन मुझे प्राप्त हो रहा है और मैं भी अपने-आप को विवश पा रहा हूं। कुलपति से प्रतिदिन मैं आग्रह करता हूं की पेंशनरों का भुगतान किसी तरह से कर दिया जाए लेकिन वह भी सरकार से राशि प्राप्त होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। सरकार का आलम यह है कि करीब 10 दिन पूर्व फॉरवर्डिंग लेटर भेज दिया विश्वविद्यालय को लेकिन राशि निर्गत नहीं कर रही है। सवाल यह है कि क्या फॉरवर्डिंग देखकर ही पेंशनर संतोष करें। मेरा सरकार एवं विश्वविद्यालय से आग्रह है कि शीघ्र ही इस दिशा में सार्थक पहल करें अन्यथा किसी भी तरह के आंदोलन के लिए विश्वविद्यालय तैयार रहे। माननीय मुख्यमंत्री जी एवं शिक्षा मंत्री जी से भी निवेदन है कि इस दिशा में वें स्वयं पहल करें।।
रविवार, 24 जनवरी 2021
दरभंगा : मिथिला विश्वविद्यालय के पेंशनर राम भरोसे :- प्रो० विनोद चौधरी
Tags
# दरभंगा
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें