कोरोना वैक्सीन टीकाकरण का तीन स्थलों पर हुआ मार्कड्रिल

कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण से बचाव हेतु ईजाद की गई वैक्सीन के टीकाकरण हेतु जिले में किए जा रहे प्रबंधो के तहत आज आठ जनवरी को वैक्सीन की मार्कड्रिलिंग अर्थात वैकल्पिक माध्यम से तैयारियों की प्रायोगात्मक रिहर्सल की गई है। अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में हुई रिहर्सल का जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नीतू माथुर, अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह ने संयुक्त रूप से जायजा लिया है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार, मेडिकल कॉलेज के डीन श्री सुनील नंदेश्वर के अलावा अन्य चिकित्सकगण मौजूद रहें। जिपं सीईओ श्रीमती माथुर ने वैक्सीन के टीकाकरण हेतु एसएमएस प्रणाली, सूची का मिलान, टीकाकरण के उपरांत ऑन लाइन दर्ज करने की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी प्राप्त की है। मेडीकल कॉलेज में सबसे पहले सीमा रघुवंशी तत्पश्चात लक्ष्मी भार्गव और मनोरमा को प्रयोगिक टीकाकरण किया गया है। इसी प्रकार सिरोंज की सिविल हास्पिटल तथा लटेरी के सदगुरू सेवा ट्रस्ट में भी मार्कड्रिल के माध्यम से तैयारियों को प्रेक्टिकल के रूप में क्रियान्वित किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार ने बताया कि वैक्सीन का टीकाकरण कार्य जिले में चार चरणो में क्रियान्वित किया जाएगा जिसमें सबसे पहले डाक्टर पैरामेडिकल एवं आंगनबाडी स्टाफ को, द्वितीय चरण में सुरक्षाकर्मियों, पत्रकारो, अधिकारियों के लिए तथा तृतीय चरण में 52 वर्ष से अधिक आयु वर्गो का टीकाकरण कार्य किया जाएगा। चतुर्थ चरण में छूटे हुए सभी को टीके लगाए जाएंगे प्रत्येक को टीके के दो-दो डोज दिए जाएंगे। प्रथम एवं द्वितीय डोज के मध्य 14 से 21 दिन का अंतराल अवधि होगी। टीकाकरण के लिए एसएमएस प्रणाली के माध्यम से सूचनाएं संप्रेषित की जाएगी। आज सम्पन्न हुए प्रयोगिक विधि में एएनएम, आशा कार्यकर्ता का टीकाकरण वैकल्पिक प्रतीक स्वरूप किया गया है। अभियान के रूप में क्रियान्वित किए जाने वाले प्रबंधो की तर्ज पर आज मेडीकल कॉलेज में तीन कमरे चिन्हित किए गए जिसमें प्रथम कक्ष में सूची का मिलान करने के लिए कर्मचारी मौजूद रहें। द्वितीय कक्ष में टीकाकरण कार्य का रिहर्सल स्टाफ नर्स नीलम भास्कर और एएनएम नीला सक्सेना ने सम्पादित किया है। तृतीय कक्ष में जिन व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया है उन्हें आवश्यकता पड़ने पर रूकने की व्यवस्थाओं के तहत पलंगों पर लिटाया गया था।
राजस्व कार्यो का जायजा

अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह ने आज राजस्व कार्यो की समीक्षा के दौरान समझाईश दी है कि राजस्व अधिकारी अपने कार्यक्षेत्रों में अन्य विभागो के माध्यम से क्रियान्वित कार्यो पर भी नजर रखें। उन्होंने कहा कि अनुविभाग स्तर पर कार्य लंबित ना रहें यह संबंधित एसडीएम की नैतिक जबावदेंही है। अपर कलेक्टर ने खण्ड स्तरीय अन्य विभागों के अधिकारियों की बैठके आहूत कर शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के अलावा अन्य प्रचलित समस्याओं के निदान पर विशेष बल दे। अपर कलेक्टर ने समस्त राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए है कि जो आवेदन टीएल में शामिल किए जाते है उन सब का समयावधि में निराकरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने शासन की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों व योजनाओं के क्रियान्वयन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की जानकारी में लाते हुए सहयोग प्राप्त करें। अपर कलेक्टर के द्वारा राजस्व वसूली, राजस्व प्रकरणों की समीक्षा, ई-हस्ताक्षर, आरसीएमएस पर ऑनलाइन केस दर्ज करने के लिए प्रोत्साहित करना एवं न्यायालय शुल्क लिए जाने बावत, आरसीएमएस के माध्यम से प्रवासी श्रमिक राहत-शामक मॉडयूल के संबंध में डेटा प्रविष्टि व राहत राशि का वितरण, भूमि अधिग्रहण प्रशासनिक शुल्क के संबंध में, एनएच और सिंचाई परियोजनाओं आदि के अधिग्रहण के मामल, भू-अर्जन, लंबित बीएस आश्वासन, याचिका, लोक लेखा समिति, अभयदान का जबाव संबंध में, न्यायालय में लंबित गतिशील प्रकरणों को अद्यतन स्थिति, सीएम हेल्पलाइन का गुणवत्तापूर्ण समय सीमा में निराकरण, लोक सेवा गारंटी, एनएफबीसी वित्तीय कंपनियों द्वारा जमा राशि स्वीकार, वापसी एवं आयुक्त के पत्र पर कार्यवाही एवं निजी भूमि स्वामी (खदान पट््टे) इत्यादि शामिल है। अपर कलेक्टर श्री वृदावंन सिंह ने खनिज परिवहन के लिए जारी होने वाली ईटीपी का परीक्षण कर जायजा कैसे लेंगे राजस्व अधिकारी की प्रायोगिक जानकारी दिलवाई गई है। जिला खनिज अधिकारी श्री मेहताब सिंह रावत के द्वारा वैध खदानो की तहसीलवार जानकारी ईटीपी का जारी करना, ईटीपी में हेराफेरी कैसे होती है उसका सत्यापन कैसे करें, राज्य स्तरीय एसएमएस नम्बर 51969 अथवा 166 पर कैसे ट्रेस करें की प्रायोगिक जानकारी दी गई है। इससे पहले वनाधिनियम के तहत दिए जाने वाले वनाधिकार पत्रों के संबंध में प्रचलित कार्यवाही से आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक ने अवगत कराया है।
लैपटॉप
बैठक में बताया गया कि जिले के 160 पटवारियों को प्रथम चरण में लैपटॉप प्रदाय किए जाएंगे इसके लिए प्रत्येक पटवारी के बैंक खाते में पचास-पचास हजार रूपए की राशि आवंटित की जाएगी। जिले की जिन तहसीलो के पटवारियों को प्रथम चरण में लैपटॉप की राशि प्रदाय की जाएगी उनमें विदिशा तहसील के 18, ग्यारसपुर के 11, बासौदा के 21, नटेरन के 14, सिरोंज के 25, लटेरी के 17, कुरवाई के 14, शमशाबाद के 12, त्योंदा के दस, गुलाबगंज के 12 तथा पठारी के छह पटवारी शामिल है। नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई उक्त बैठक में संयुक्त कलेक्टर द्वय श्री रोशन राय और श्री शैलेन्द्र सिंह, डिप्टी कलेक्टर द्वय श्री कुमार शानू देवड़िया और श्रीमती अमृता गर्ग के अलावा समस्त एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार तथा अधीक्षक भू-अभिलेख और विभिन्न विभागो के अधिकारी मौजूद थे।
457 दुकानों पर हुआ अन्न उत्सव, पात्र परिवारों को मिला गेंहू-चावल -केरोसिन- नमक और शक्कर’

पात्र परिवारों को हर माह खाद्यान उपलब्ध कराने के अभियान अन्न उत्सव प्रत्येक माह की सात तारीख को आयोजित किया जाएगा। विदिशा जिले की 527 उचित मूल्य दुकानो में से 457 दुकानो से पात्रताधारियों के अलावा अन्त्योदय कार्डधारको को गेंहू-चावल -केरोसिन- नमक और शक्कर का वितरण किया गया है। जिला आपूर्ति श्री केके द्विवेदी ने बताया कि जिले में दो लाख सात हजार पात्रताधारियों को राशन वितरण के प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। अब तक 91 प्रतिशत हितग्राहियों के द्वारा राशन का उचित मूल्य दुकानो से उठाव किया जा चुका है जो प्रदेश में राशन उठाव के मामले में विदिशा पांचवे स्थान पर है। प्राथमिक परिवार की श्रेणी में शामिल 23 केडेगरीधारको के परिवार के सदस्यों को क्रमशः पांच किलो अनाज व एक किलो शक्कर प्रदाय की गई है। शेष 70 उचित मूल्य दुकानो में नौ जनवरी को खाद्यान्न का वितरण किया जाएगा। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री द्विवेदी ने बताया कि सात जनवरी को जिले की 457 उचित मूल्य दुकानो से गेंहू 617254.7 किलोग्राम, चावल 141606.7 किलोग्राम, केरोसिन 26066.16 लीटर, शक्कर 2892.188 किलोग्राम तथा नमक 27664.59 पैकेट वितरित किए गए है।
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