- कहा कारपोरेटों पर टैक्स लगाने की बजाए आम लोगों को परेशान कर रही मोदी सरकार
- अंतरराष्ट्रीय मूल्य वृद्धि का तर्क बोगस ।
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने मालेनगर से लहेरियागंज बाली मुख्य सड़क तक डिजल-पेट्रोल व रसोई गैस में हूई मूल्य बृद्धी के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकाला और प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन किया।प्रतिवाद मार्च को संबोधित करते हुए भाकपा-माले, के जिला कमिटी सदस्य बिशंम्भर कामत ने कहा कि आज पेट्रोल का दाम 100 रु. की सीमा रेखा पार कर गया है. पहले से ही भयानक मंदी व कई तरह के संकटों का सामना कर रही देश की जनता के लिए यह असहनीय स्थिति है. पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस में लगातार हो रही मूल्य वृद्धि ने आम लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. महंगाई ने सारे रिकाॅर्ड तोड़ दिए हैं. इसके ख़िलाफ़ माले ने प्रतिवाद मार्च निकाला है और प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन किया है।उन्होंने आगे कहा कि पेट्रोल के दाम में इस अभूतपूर्व वृद्धि के पीछे सरकार अंतराष्ट्रीय स्तर पर मूल्य वृद्धि का तर्क देती है, जो सरासर गलत है. कोरोना व लाॅकडाउन के समय अंतराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रो पदार्थों की कीमत निगेटिव दर्ज की गई थी, लेकिन उस दौर में भी यहां पेट्रो पदार्थों की कीमत में कोई कमी नहीं आई थी. उस पूरे दौर में जनता की गाढ़ी कमाई लूटी गई. प्रतिवाद मार्च को आईसा के जिला अध्यक्ष प्रमोद कामत, माले के राजनगर प्रखंड सचिव दानी लाल यादव, योगेन्द्र यादव,महाकांत यादव वगैरह ने संबोधित किया। जबकि शैनी साह, राम बाबू साह,योगी पासवान,फूलो देवी, नसीमा खातून,बिकास कुमार, दीपक कुमार, रंजीत कुमार, सुनैना देवी, अरुणा देवी सहित दर्जनों माले कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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