कोरोना से मृत पत्रकारों को केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 15 फ़रवरी 2021

कोरोना से मृत पत्रकारों को केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता

santosh-thakur
नई दिल्ली,  केंद्र सरकार ने पत्रकार कल्याण समिति   के अंतर्गत देशभर में कोरोना से जान गवाने वाले 39 पत्रकारों को आर्थिक सहायता प्रदान की है. पत्रकार कल्याण  समिति की सोमवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इन सभी पत्रकारों के परिजनों को ₹5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. समिति की बैठक के दौरान यह जानकारी भी प्रदान की गई कि कोरोना से मृत पत्रकारों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने के लिए पत्रकार कल्याण कोष में लगभग डेढ़ करोड़ रूपए की अतिरिक्त राशि का भी प्रावधान मोदी सरकार ने किया है. देश के  सभी राज्यों के पत्रकार इस योजना के अंतर्गत लाभ लेने के लिए पात्र हैं.  सोमवार को पत्रकार कल्याण समिति की बैठक केंद्रीय सूचना प्रसारण सचिव अमित खरे की अध्यक्षता में हुई. वहीं,  इस समिति बैठक में अतिरिक्त सचिव नीरजा शेखर, संयुक्त सचिव विक्रम सहाय , पत्र सूचना ब्यूरो के प्रधान महानिदेशक कुलदीप सिंह धतवालिया के साथ ही पत्रकारों के प्रतिनिधि सदस्य संतोष ठाकुर, अमित कुमार, उमेश्वर कुमार और  गणेश बिष्ट भी बैठक में सम्मिलित हुए.  पत्रकार कल्याण समिति के सदस्य संतोष ठाकुर ने पत्रकारों की सहायता के लिए उपलब्ध कराई गई राशि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और केंद्रीय सूचना प्रसारण सचिव अमित खरे को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक पत्रकारों तक पहुंचे. इसके लिए सरकार ने हाल ही में जो कदम उठाए हैं. वह काफी सराहनीय है. उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि देश के सभी पत्रकारों के लिए केंद्र सरकार की पहल से टर्म और स्वास्थ्य बीमा योजना लाई जाए. इसके अलावा पत्रकारों को भी आयुष्मान भारत योजना का हिस्सा बनाया जाए. उन्हें इस योजना में शामिल करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं. उन्होंने  बताया कि पत्रकार कल्याण समिति के अंतर्गत पहली बार कोरोना से मृत होने वाले पत्रकारों के लिए सरकार ने आर्थिक सहायता का प्रावधान किया है. इसके लिए देश भर के पत्रकार पात्र हैं. अगर किसी पत्रकार की कोरोना से मृत्यु हो गई है तो उनके परिजन ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. पत्र सूचना ब्यूरो या प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो की वेबसाइट पर जाकर इसके लिए आवेदन किया जा सकता है. इसके उपरांत पीआईबी के अधिकारी हर केस की जांच करते हैं. जिसके आधार पर सहायता राशि स्वीकृत की जाती है.  संतोष ठाकुर ने बताया कि पत्रकार कल्याण समिति योजना के अंतर्गत गंभीर रूप से बीमार या फिर स्थाई रूप से अपंग हुए पत्रकार के अलावा असामयिक मृत होने वाले पत्रकार के परिजन केंद्रीय सहायता के लिए आवेदन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय सूचना प्रसारण सचिव अमित खरे के निर्देश पर हाल ही में पीआईबी ने अपनी वेबसाइट पर भी पत्रकार कल्याण समिति का लिंक दिया था. इसके अलावा देश भर में स्थित पीआईबी के कार्यालयों के माध्यम से भी पत्रकारों से संबंधित इस योजना का प्रचार प्रसार किया गया था. जिसकी वजह से बड़ी संख्या में आवेदन हासिल हुए हैं.

कोई टिप्पणी नहीं: