विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 13 फ़रवरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 13 फ़रवरी 2021

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 13 फ़रवरी

कलेक्टर द्वारा अतिक्रमण क्षेत्र का जायजा


vidisha news
कलेक्टर एवं विदिशा नगर पालिका के प्रशासक डॉ पंकज जैन ने आज शनिवार की दोपहर में श्री रामलीला मेला  चौराहा क्षेत्र परिसर में हुए अतिक्रमण का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित दुकानदारों को स्वमेवअतिक्रमण हटाने की सीख देते हुए, समय अवधि में उनके द्वारा कार्यवाही नहीं की जाती है तो प्रशासनिक गतिविधियों के माध्यम से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी । कलेक्टर पंकज एसडीएम गोपाल सिंह वर्मा मुख्य नगरपालिका अधिकारी सुधीर सिंह को सड़क के दोनों ओर हुए अतिक्रमण को भी मुक्त कराते हुए दूषित जल  निकासी के लिए नाली- नालो की साफ-सफाई कर चौड़ीकरण करने के निर्देश दिए हैं। ताकि सड़क की निर्धारित  चौड़ाई का उपयोग आवागमन हेतु हो सके। कलेक्टर ने जैन ने मीडिया से संवाद करते हुए बताएं कि विदिशा शहर के पांचों बढ़े चौराहों का सौंदर्यीकरण व अतिक्रमण मुक्त करने की पहल की जा रही है। निरीक्षण के दौरान तहसीलदार श्रीमती सरोज जी के अलावा नगरपालिका के अधिकारी कर्मचारी तथा राजस्व विभाग का अमला साथ मौजूद था 


राजस्व कार्यों की समीक्षा सोमवार को


कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा राजस्व कार्यो की समीक्षा बैठक सोमवार 15 फरवरी को आयोजित की गई है । यह बैठक नवीन कलेक्ट्रेट के सभागार कक्ष में टीएल बैठक के उपरांत शुरू होगी।


’जच्चा-बच्चा देखभाल के यानि प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना’

गर्भावस्था, प्रसव और स्तनपान के दौरान महिलाओं को जागरूक करना और जच्चा-बच्चा देखभाल और संस्थागत सेवा के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना संचालित की जा रही है। इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने बताया कि योजना के तहत महिलाओं को पहले छह महीनों के लिए प्रारंभिक और विशेष स्तनपान और पोषण प्रथाओं का पालन करने की समझाईश दी जाती है तथा गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण के लिए नकद प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने संबंधित महिलाओं से पात्रतानुसार योजना का लाभ लेने का आव्हान किया है।


’किसे मिलेगा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ’

सभी गर्भवती महिलाएं एवं स्तनपान कराने वाली माताएं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ लेने के लिए पात्र मानी गई हैं। योजना का लाभ पाने के लिए जरूरी है कि महिला की उम्र 19 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। सरकारी कर्मचारी, किसी अन्य कानून से लाभ पा रही प्राइवेट कर्मचारी या फिर पहले सभी किस्तें पा चुकी महिलाओं को योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा।


’तीन किस्तों में मिलती है मदद राशि’

इस योजना से गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म के दौरान फायदा होगा। योजना की लाभ राशि डीबीटी के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेज दी जाएगी। पहली किस्त 1000 रुपए गर्भावस्था के पंजीकरण के समय दी जाएगी। दूसरी किस्त 2000 रुपए, यदि लाभार्थी छह महीने की गर्भावस्था के बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच कर लेते हैं। इसी प्रकार तीसरी किस्त 2000 रुपए, जब बच्चे का जन्म पंजीकृत हो जाता है और बच्चे को बीसीजी, ओपीव्ही, डीपीटी और हेपेटाईटिस-बी सहित पहले टीके का चक्र शुरू होता है ।


’कैसे करें आवेदन’

आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का संचालन किया जाता है। महिलाएं वहां जा कर इस योजना के लिए पंजीकरण करा सकती हैं। स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर भी इस योजना के लिए पंजीकरण कराया जा सकता है। इसमें आशा कार्यकर्ता मदद करती हैं।


’आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज’

प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के लिए हितग्राही को आधार कार्ड की फोटोकॉपी, बैंक या पोस्ट ऑफिस खाता की पासबुक, पीएचसी या सरकारी अस्पताल से जारी स्वास्थ्य कार्ड, सरकारी विभागध्कंपनीध्संस्थान से जारी कर्मचारी पहचान पत्र प्रस्तुत करना होता है। 


’सम्पूर्ण ग्रामीण आबादी पायेगी नल कनेक्शन से पानी’


जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय करवाने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस कार्य को पूरा करने के लिए वर्ष 2023 को लक्ष्य बनाकर ग्रामीण क्षेत्र की जलप्रदाय व्यवस्था पर त्वरित गति से कार्य कर रहा है। प्रदेश के सभी ग्रामों में जलप्रदाय व्यवस्था के लिए बनाई गई योजनाओं पर विभागीय अमले द्वारा कार्य किये जा रहे हैं।


नवप्रवेशी विद्यार्थी चिकित्सक गरिमा से अवगत हुए, कलेक्टर ने अपने अनुभव को साझा किया


vidisha news
अटल बिहारी वाजपेई शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मेंआज शनिवार को नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए "वाइट कोर्ट शिरोमनी" कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने नव प्रवेश  विद्यार्थियों को चिकित्सा क्षेत्र की गरिमा से अवगत कराते हुए अपने अनुभव को साझा किया है।  कलेक्टर डॉक्टर जैन विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन संस्मरणों के माध्यम से किया है। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ सुनील नंदेश्वर ने कार्यक्रम की रूपरेखा एवं अध्यापन काल में अनुशासन पर गहनप्रकाश डाला है। उन्होंने कहां की अनुशासित होकर  हम अध्ययनरत चिकित्सा महाविद्यालय की ख्याति को बढ़ा सकते हैं। शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर नीति अग्रवाल ने स्वस्थ शरीर एवं स्वस्थ दिमाग के लिए आवश्यक बिंदुओ से अवगत कराया है। इसी प्रकार शल्य चिकित्सा विभागाध्यक्ष  डॉक्टर धरमदास परमहंस ने नव चयनित विद्यार्थियों को महाविद्यालय के अनुशासन प्रक्रिया से अवगत कराया है आयोजन मैं मेडिकल कॉलेज के ही सीनियर विद्यार्थियों ने भी अपने अपने अनुभवों को  साझा किए हैं । कार्यक्रम को मूर्त रूप देने की व्यवस्था क्रियान्वित करने वाले डॉक्टर अविनाश लाघवें  डॉक्टर रश्मि देवपुजारी डॉक्टर सुमन राय डॉ मनीषा विजयवर्गीय डॉ आकांक्षा जैन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कार्यक्रम में चिकित्सा महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकगण  विद्यार्थीयों के अलावा मेडिकल कॉलेज का अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा

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