पटना 05 मार्च, बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने आज राज्य की बंद पड़ी सभी चीनी मिलों को शुरू करने की घोषणा की और कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर एथेनॉल का उत्पादन और इस क्षेत्र में निवेश के इच्छुक निवेशकों का सरकार स्वागत करेगी। श्री हुसैन ने शुक्रवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए उद्योग विभाग की बजट मांग पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि नीतीश सरकार ने वर्ष 2006-07 में तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से प्रदेश में एथेनॉल उत्पादन शुरू करने की अनुमति मांगी थी लेकिन अनुमति नहीं मिली। उन्होंने कहा कि एथेनॉल उत्पादन की अनुमति देने से इनकार करके संप्रग सरकार ने बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया। इससे राज्य का आर्थिक विकास प्रभावित हुआ। मंत्री ने कहा कि बिहार के लिए यह खुशी की बात है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने बिहार में एथेनॉल उत्पादन शुरू करने का रास्ता खोल दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की मौजूदा औद्योगिक नीति आकर्षक है और वह आश्वस्त हैं कि एथेनॉल उत्पादन क्षेत्र में बड़ा निवेश आएगा। श्री हुसैन ने कहा कि बिहार में औद्योगिक इकाई स्थापित करने के इच्छुक निवेशकों का सरकार स्वागत करेगी। उन्होंने कहा, "मैं स्वयं पटना हवाईअड्डा पर निवेशक से 1000 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव प्राप्त करूंगा। सरकार निवेशकों को हरसंभव सहयोग करेगी।" उन्होंने कहा कि न केवल गन्ना बल्कि मक्का, चावल और भारतीय खाद्य निगम एवं राज्य खाद्य निगम के गोदाम में रखे चावल का भी एथेनॉल के उत्पादन में इस्तेमाल किया जाएगा। मंत्री ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनपर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह यह वादा तो नहीं करेंगे कि कच्चे माल के रूप में आलू का इस्तेमाल कर सोना का उत्पादन करेंगे लेकिन यह सच है कि कच्चे माल के रूप में गन्ना, मक्का और चावल के इस्तेमाल से एथेनॉल का उत्पादन शुरू होने से राज्य में रुपये और डॉलर अवश्य आएंगे। उन्होंने कहा कि एथेनॉल उत्पादन क्षेत्र में निवेश से अधिक लाभ होगा। श्री हुसैन ने कहा कि सरकार टेक्सटाइल, फार्मा एवं अन्य क्षेत्र में निवेश के लिए नीति बनाएगी। फार्मा क्षेत्र में बिहार के उद्यमियों ने राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता हासिल की है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि बिहार के लाल इस क्षेत्र में फिर से सफलता की नई कहानी नहीं लिखेंगे। मंत्री ने कहा कि खगड़िया, भागलपुर एवं हाजीपुर में खाद्य प्रसंस्करण पार्क अब शुरू हो जाएगा। इस क्षेत्र की राह में आई सभी बाधाओं को दूर कर लिया गया है। उन्होंने याद दिलाया कि आजादी से पूर्व हाजीपुर बटन उद्योग के लिए प्रसिद्ध रहा है। श्री हुसैन ने कहा कि बिहार के गया से अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर गुजरेगा। राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए भूमि उपलब्ध कराने के अलावा 400 करोड़ रुपये निवेश करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि बिहार क्षेत्र से गुजरने वाले इस कॉरिडोर के लिए केंद्र सरकार भी इतनी ही राशि निवेश करेगी। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी दल के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए। इसके बाद वित्त वर्ष 2021-22 के लिए उद्योग विभाग की 1285.17 करोड़ रुपये की बजट मांग को ध्वनिमत से पारित किया गया।
शुक्रवार, 5 मार्च 2021
बिहार की सभी बंद चीनी मिलें होंगी शुरू : शाहनवाज
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें