मधुबनी : भाकपा कार्यालय में मनाई गई चतुरा बाबू की जयंती समारोह। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 7 अप्रैल 2021

मधुबनी : भाकपा कार्यालय में मनाई गई चतुरा बाबू की जयंती समारोह।

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) स्व कामरेड चतुरा बाबू छात्र जीवन काल से ही समाज के विकास के लिए गरीबों के उत्थान के लिए श्रमिको के कल्याण के लिए संघर्ष करते रहे। अपने सम्पूर्ण जीवन में कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया , यही कारण है कि स्व चतुरा बाबू उच्च पदों पर भी काबिज हुए। उक्त बातें मधुबनी स्थित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला कार्यालय में चतुरा बाबू की जयंती समारोह पर फोटो पर माल्यार्पण करते हुए भाकपा के जिला मंत्री मिथिलेश कुमार झा ने कहा । उन्होंने कहा कि चतुरा बाबू तीन बार विधायक , राज्य सभा सदस्य एवं लोक सभा के सदस्य भी बने । लेकिन अपने कार्यों के बल पर विरोधियों के बीच भी स्वच्छ ईमानदार राजनीतिज्ञ के रूप में चर्चित रहे। सम्पूर्ण जीवन कम्युनिस्ट पार्टी की मजबूती के लिए लगाए रहे । आज उनके जयंती पर पार्टी की ओर से नमन करता हूं। वहीं किसान सभा के वरिष्ठ नेता भाकपा के पंडौल अंचल मंत्री लक्ष्मण चौधरी ने कहा कि चतुरा बाबू थे मधुबनी के, लेकिन उन्होंने गिरिडीह के श्रमिको के कल्याण के लिए संघर्ष करते रहे और यही कारण है कि वहा के जनता ने इन्हे विधायक चुना। चतुरा बाबू का ही देन है वृद्धा अवस्था पेंशन उन्होंने ने ही वृद्धा अवस्था पेंशन की मांग विधान सभा में रखी थी। उन्होंने कहा कि चतुरा बाबू किसानों के विकास के लिए अपने मंत्री काल में फसल बीमा योजना सहित कई किसानों के लाभकारी योजना की शुरुआत की थी। वहीं पूर्व मुखिया अताउर रहमान ने कहा कि चतुरा बाबू श्रमिको के मशिहा थे , गरीबों के आवाज थे । यही कारण है कि वो कई बार विधायक , राज्य सभा एवं लोक सभा के सदस्य बने। वो जात नहीं जमात पर विश्वास करते थे। आज हमारे बीच नहीं है , लेकिन उनके विचारों पर चले तभी हम समाज का कल्याण कर सकते है। वहीं चुन्नू मिश्र ने कहा कि चतुरा बाबू जैसे ईमानदार राजनीतिज्ञ अब बहुत कम होते है । अभी की राजनीति झूठ फरेब की राजनीति होती है , लेकिन कम्युनिस्ट पार्टी वर्षों से ईमानदारी कि राजनीति करती है। चतुरा बाबू जीवन प्र यंत भाकपा के मजबूती के लिए संघर्ष करते रहे। वहीं इस अवसर पर हेमचंद्र झा , जालेश्वर ठाकुर , मो नईम आदि भी उपस्थित थे।

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