- नीतीश कुमार से अपील, ऐतिहासिक धरोहरों की हिफाजत करे सरकार.
पटना 7 अप्रैल, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने पटना में कारगिल चौक से लेकर एनआइटी तक फ्लाई ओवर निर्माण के लिए बिहार सरकार द्वारा ऐतिहासिक धरोहर खुदाबख्श ओरियंटल लाइब्रेरी के गार्डेन व कुछ हिस्सों के तोड़ने के फैसले को पूरी तरह से गलत व शिक्षा विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि बिहार के शैक्षणिक जगत में इस लाइब्रेरी का महत्वपूर्ण योगदान है, जिसकी न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति है. इतिहास को जानने-समझने का यह एक महत्वपूर्ण स्रोत है. इस लाइब्रेरी में महात्मा गांधी से लेकर कई राष्ट्रपति, राजनेता व विद्धान आ चुके हैं. यह ऐतिहासिक अध्ययनों का भी एक बड़ा केंद्र है. ऐसी स्थिति में इसकी एक इंच जमीन को भी नुकसान पहुंचाना पूरे शैक्षणिक जगत पर हमला है. हम देख रहे हैं कि भाजपा-जदयू सरकार द्वारा शैक्षणिक-अकादमिक संस्थानों पर लगातार हमला किया जा रहा है. यह उसकी ही अगली कड़ी है. एक तरफ जहां नीतीश कुमार विरासतों को बचाने का दंभ भरते हैं, वहीं दूसरी ओर इस अति महत्वपूर्ण शैक्षणिक व हेरिटेज बिल्डिंग को तोड़ने के काम में लगे हैं. भला बिहार और पूरे देश का बुद्धिजीवी समुदाय इसकी इजाजत कैसे दे सकता है? हम सरकार से मांग करते हैं कि वह हेरिटेज घोषित किए गए भवनों से छेड़छाड़ और फ्लाई ओवर बनाने के नाम पर खुदाबख्श ओरियंट लाइब्रेरी को नुकसान पहुंचाना बंद करे. भाकपा-माले बिहार के तमाम प्रबुद्ध जनों व आम नागरिकों से इसके खिलाफ आगे आने की अपील करती है.
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