बिहार : भाकपा माले जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे भोजन. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 28 अप्रैल 2021

बिहार : भाकपा माले जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे भोजन.

  • पाटलिपुत्रा कंपलेक्स में कोविड मरीजों के लिए बनाए जा रहे अस्थाई अस्पताल का किया दौरा
  • बेड, आॅक्सीजन, वेंटिलेटर की मांग पर पोस्टर-प्रदर्शनी में भी निभाई भागीदारी

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पटना,  छज्जूबाग में कोविड मरीजों के लिए चल रहे भाकपा-माले, आइसा व आरवाईए के कोविड हेल्प सेंटर ने आज से जरूरतमंदों के लिए फूड व दवाई की सर्विसिंग भी आरंभ कर दी है. बेड, आॅक्सीजन के साथ-साथ अब इन चीजों की मांग भी बढ़ चुकी है. पटना के नगर सचिव अभ्युदय व इनौस नेता विनय कुमार ने शिवपुरी में निवास कर रहे और बीमार चल रहे अरविंद जी के लिए दवाई पहुंचाने का काम किया. इस बीच, आज माले के राज्यव्यापी मांग दिवस के मौके पर कोविड हेल्प सेंटर के कार्यकर्ताओं ने भी पोस्टरों के साथ प्रदर्शन किया. इसमें माले की राज्य कमिटी सदस्य समता राय, आइसा नेता दिव्यम, नीरज, रामजी प्रसाद, शाश्वत, अंजलि, आरवाइए नेता विनय कुमार, रवि, मासूम जावेद, इरफान, अनुराग आदि कोविड स्वयंसेवकों ने बिहार सरकार से बेड व आॅक्सीजन की उपलब्धता की गारंटी करने की मांग की. उन्होंने कहा कि हमारे सेंटर पर आॅक्सीजन की डिमांड लगातार बढ़ते जा रही है. हमारे जारी किए गए नंबर पर लगातार फोन आ रहे हैं. उन्होंने प्रशासन से भी अपील की है कि कोविड सेंटर को जरूरी सूचनायें व संसाधन भी उपलब्ध करवाये जाएं ताकि जरूरतमंदों की ज्यादा से ज्यादा मदद हो सके. समता राय ने बताया कि हमारे प्रयास से आज एक बार फिर 25 रिफिलिंग की गई है, लेकिन आॅक्सीजन से ज्यादा आॅक्सीजन सिलेंडर की कमी सामने आ रही है. सिलेंडर नहीं रहने के कारण लोग परेशान हैं और चारो तरफ हाहाकार मचा हुआ है. हम सरकार से मांग करते हैं कि इस समस्या को तत्काल दूर करे.


आइसा नेता दिव्यम ने कहा कि पटना के अस्पतालों में जगह कम पड़ गए हैं. हम लोगों को बिहटा, मसौढ़ी व फतुहा आदि जगहों का भी पता बता रहे हैं. लेकिन लोगों की पहली पसंद पटना में ही इलाज कराने की है. इसलिए सरकार को अविलंब बेडों की संख्या बढ़ानी चाहिए. बेड, आॅक्सीजन, फूड, दवाई आदि के साथ-साथ कोविड मरीजों के ऐसे फोन भी आ रहे हैं जो डाॅक्टरों से कंसल्टेशन चाहते हैं. कोविड सेंटर ने अखबारों, सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर इस सेवा के लिए उपलब्ध डाॅक्टरों की एक सूची तैयार कर ली है और उन नंबरों को जरूरतमंदों तक फारवर्ड किया जा रहा है, ताकि कोई भी मरीज आसानी से किसी डाॅक्टर से चिकित्सीय सलाह ले सके. कोविड सेंटर के बनाए गए ग्रुप में डाॅ. पीएनपी पाल, डाॅ. सत्यीजत, डाॅ. अलीम अख्तर, डाॅ. प्रकाश जैसे चिकित्सक भी जुड़े हैं जो आवश्यक परामर्श देने का काम कर रहे हैं. कोविड हेल्प सेंटर के पास ऐसे भी फोन आए, जिसमें मरीजों ने कुछेक निजी अस्पतालों पर गंभीर किस्म के आरोप लगाया है. मरीजों का कहना है कि निजी अस्पताल बीच में ही आॅक्सीजन खत्म होने की घोषणा करके डिस्चार्ज कर दे रहे हैं. कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें अचानक डिस्चार्ज करने से मरीज की मौत तक हो गई है. स्थिति बहुत ही गंभीर हो चुकी है. सरकार को इसपर निगरानी रखनी चाहिए. कंकड़बाग स्थिति पाटलिपुत्र इंडोर स्टेडियम में बन रहे अस्थाई कोविड अस्पताल को देखने व स्थिति का जायजा लेने आज माले राज्य कमिटी के सदस्य व ऐक्टू नेता रणविजय कुमार तथा माले नेता पन्नालाल की टीम पहुंची. माले नेता ने बताया कि इस काम में महज 20 मजदूरों को लगाया गया है. 200 बेड की व्यवस्था की बात गैरआधिकारिक तौर पर हमसे कही गई. हमारी मांग है कि मजदूरों की संख्या बढ़ाकर इस स्टेडियम में कहीं और अधिक बेडों की व्यवस्था तत्काल कराई जाए. मेदांता की बिल्डिंग भी बनकर तैयार है, वहां भी अस्थाई तौर पर अस्पताल बनाया जा सकता है. कोविड हेल्प सेंटर की सहयोगी टीमें आज भी एनएमसीएच, पीएमसीएच और पटना एम्स में जमी रहीं और उनके लिए फीडबैक देते रही.

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