- विधायक मद की शेष 1 करोड़ की राशि भी स्वास्थ्य उपकरणों पर खर्च हो.
- 90 से कम ऑक्सीजन लेवल वाले मरीजों की भर्ती न करना घोर अपराध, सरकार संझान ले.
पटना 7 मई, माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि लॉकडाउन में सुबह 7 बजे से लेकर 11 बजे तक दी गई छूट की अवधि व्यवहारिक नहीं है, इसे दोपहर के 1 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक किया जाना चाहिए. कहा कि सब्जी विक्रेताओं के साथ कई तरह की परेशानियों हो रही हैं. वे अपनी सब्जियां लेकर गांवों से शहर तक 10-11 बजे सेे पहले पहुंच ही नहीं पाते. नतीजतन, उन्हें अपनी सब्जियां वापस ले जानी पड़ती हैं. बिक्री न होने की वजह से उनके सामने जीवनयापन की समस्यायें खड़ी हो रही हैं. जबकि एक बहुत बड़ा तबका सब्जी उत्पादन से जुड़ा हुआ है. राज्य सरकार ने विधायक मद से 2 करोड़ की राशि कोविड संक्रमितों व स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने पर खर्च करने का निर्देश दिया है. मारी मांग है कि शेष 1 करोड़ की राशि भी संबंधित विधायक के विधानसभा क्षेत्र में आवश्यक स्वास्थ्य उपकरणों की व्यवस्था पर खर्च हो. माले के सभी विधायकों ने इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने कोटे की राशि से अपने क्षेत्र में ऑक्सीजन सिलेंडर, फ्लोमीटर, ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन ट्रॉली, ऑक्सीजन मास्क, बेड, बेडशीट, ऑक्सीजन कंसट्रेटर, उच्च क्वालिटी के सेनेटाइजर तथा एंबुलेंस की व्यवस्था करने की मांग की है. अंत में कहा कि आईजीआईएमएस सहित कई हॉस्पीटलों से यह खबर आ रही है कि वहां 90 से कम ऑक्सीजन लेवल वाले मरीजों की भर्ती ही नहीं की जा रही है, जबकि ऐसे ही मरीजों को ज्यादा ऑक्सीजन व वेंटिलेटर तक की आवश्यकता होती है. यह महाअपराध है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग है कि वे इसपर तत्काल संज्ञान लें और इस तरह की कार्रवाइयों पर रोक लगाएं.
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