विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 23 मई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 23 मई 2021

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 23 मई

 ’ब्लैक फंगस रोग से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी’


vidisha news
ब्लैक फंगस या म्युकोरमाइसिस रोग के भोपाल में बढ़ते संक्रमण के दृष्टिगत रोकथाम और बचाव  के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए  नागरिकों से सजगता और सतर्कता बरतने का आग्रह किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से प्रभावित तथा पोस्ट कोविड संक्रमण से निरोग हुए व्यक्तियों में ब्लैक फंगस रोग के प्रकरण परिलक्षित हो रहे है। ब्लैक फंगस या इनवेसिव म्युकोरमईसिस एक फंगल संक्रमण है जो की संक्रामक नहीं है। अर्थात एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमण नहीं होता है। प्रायरू यह संक्रमण रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी वाले व्यक्तियों में, अनियंत्रित मधुमेह, श्वसन गुर्दा रोग के रोगी, केंसर के रोगी तथा मध्यम, गंभीर कोविड रोगियों में ही परिलक्षित हो सकता है। ब्लैक फंगस रोग के इलाज के लिए यह आवश्यक है कि इस रोग की शीघ्र पहचान की जाये। ब्लैक फंगस रोग के प्रारम्भिक लक्षण में नाक बंद होना, नाक से काले रंग का डिस्चार्ज होना, नाक के आसपास गालों में सूजन, चेहरे में दर्द, सुन्नपन एवं सूजन आना, लगातार सिरदर्द होना, मुख से बदबू आना, सीने में दर्द साँस लेने में दर्द होना, आँखों में दर्द के साथ धुंधला दिखाई देना, खून की उल्टी होना ओर मानसिक भ्रम होना शामिल है। ब्लैक फंगस के इलाज की व्यवस्था के लिए डेडिकेटेड यूनिट की स्थापना एम्स,हमीदिया सहित अन्य निजी संस्थानों में की गई है। यह संक्रमण अनियंत्रित डायबिटीज रोगी, पूर्व से उपचार पा रहे श्वसन अथवा गुर्दा रोग के रोगी, केंसर, अंग प्रत्यारोपण या इम्यूनोसप्रेसिव के रोगियों में भी हो सकता है, सभी कोविड संदिग्ध, पुष्ट रोगी या डिस्चार्ज रोगियों में डायबिटीज की उचित पहचान ओर नियंत्रण आवश्यक है। कोविड-19 के उपचारित रोगी छुट्टी के बाद भी घर पर 4 से 6 सप्ताह तक नमक पानी के गरारे एवं नाक साफ करते रहें।


’महाविद्यालयों में वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल होगा एन.सी.सी.’


सभी महाविद्यालयों के छात्र एवं छात्राएं अब एन सी सी एक वैकल्पिक विषय के रूप में ले सकेंगे। एनसीसी महानिदेशालय, नई दिल्ली द्वारा एनसीसी को नई शिक्षा नीति के तहत बतौर वैकल्पिक विषय के रूप में महाविद्यालयों में शामिल करने का अनुरोध किया गया था, जिसे यूजीसी द्वारा स्वीकार करने के बाद मंजूरी दे दी गई है। यू जी सी द्वारा देश भर के सभी सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में एनसीसी को एक विषय के रूप में शामिल किया जायेगा। इस विषय में 8 चेप्टर थ्योरी के, 6 प्रेक्टिल एवं 10 चौप्टर कैम्प के होंगे।  इस संबंध में कमान अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं कुलसचिवों से इसी वर्ष से एन सी सी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने की बातचीत की जायेगी, इससे इच्छुक छात्र एवं छात्राओं को शीघ्र ही लाभ मिल सकें। एनसीसी विद्यार्थियों में अनुशासन, चरित्र निर्माण एवं निःस्वार्थ सेवा भाव विकसित करने का कार्य 1948 से कर रही है। एनसीसी ने कई अधिकारी इस देश को दिये है। भारतीय सेना जैसे गौरवमयी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिये एनसीसी एक महत्वपूर्ण विषय साबित होगा। अभी तक एन सी सी में स्थान सीमित होने के कारण अनेक छात्र एवं छात्राएं एन सी सी लेने से छूट जाते थे, किन्तु वैकल्पक विषय के रूप में शामिल होने से एन सी सी का लाभ सभी विद्यार्थी उठा सकते है एवं सेना में शानदार कैरियर बना सकते है।


विश्व तंबाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस 31 मई को’


विश्व तंबाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस 31 मई को आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य युवाओं, छात्र-छात्राओं एवं बढ़ती हुई तंबाकू सेवन, धूम्रपान की प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए तंबाकू एवं बीड़ी, सिगरेट के दुष्परिणामों से इन्हें अवगत कराना है। तंबाकू एवं गुटखा, बीड़ी सिगरेट के सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति से युवाओं एवं जनसामान्य को कैंसर और टीबी की बीमारियों से बचाया जा सके। तंबाकू, धूम्रपान के सेवन की रोकथाम के लिए वातावरण निर्माण हो सके। सामाजिक न्याय विभाग ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 के दृष्टिगत शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के तहत किसी प्रकार का आयोजन समारोह आयोजित किया जाना संभव नहीं है। निषेध दिवस पर दृश्य श्राव्य माध्यमों द्वारा तंबाकू से बने उत्पादों के दुष्परिणामों से युवाओं एवं समाज को अवगत कराने के लिए दिवस की महत्ता पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जागरूकता करने की कार्यवाही एवं शपथ लेने की कार्यवाही करें। क्रमांक 119/अहरवाल

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