दादी की रसोई चलाकर लोगों को बेहद सस्ता खाना खिलाने वाले अनूप खन्ना और 1 रू गुरू दक्षिणा लेकर सैकङो गरीबों को इंजीनियर बनाने वाले आरके श्रीवास्तव आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।
- उनके कार्यों से प्रेरणा लेकर सैकड़ों जगह इस तरह की रसोई चल रही हैं।
#1 रूपया में पढाता है यह शिक्षक:-----
न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया के इंजीनियरिंग और अन्य प्रतियोगी परीक्षा देने वाले स्टुडेंट्स के बीच एक चर्चित नाम है 1 रूपया में पढ़ाने वाला शिक्षक। बिहार के आरके श्रीवास्तव ने मैथेमैटिक्स गुरू बन सैकङों निर्धन परिवार के स्टूडेंट्स के सपने को पंख लगा दिया। पूरे देश की दुआएं आरके श्रीवास्तव को मिलता हैं । विदेशो में भी इन बिहारी शिक्षकों के पढाने के तरीकों को पसंद किया जाता हैं। आरके श्रीवास्तव सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर गणित का गुर सिखाते है। अभी तक 540 स्टूडेंट्स को इंजीनियर बना उनके सपने को पंख लगा चुके है। इसके अलावा सैकड़ों आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को अन्य प्रतियोगी परीक्षाओ में सफलता दिला चुके है। आरके श्रीवास्तव का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ ऑफ़ रिकॉर्डस लंदन, इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स, गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है । बिहार के रोहतास जिले में रहने वाले शिक्षक आरके श्रीवास्तव न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया के इंजीनियरिंग स्टुडेंट्स के बीच एक चर्चित नाम हैं। इनका ‘1 रूपया गुरु दक्षिणा’ प्रोग्राम विश्व प्रसिद्ध है। इसके तहत वे आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को 1 रूपया गुरु दक्षिणा लेकर इंजीनियर बना रहे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कर चुके है आर के श्रीवास्तव की प्रशंसा,
शैक्षणिक मीटिंग के दौरान मैथेमैटिक्स गुरू के नाम से महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कर चुके है सम्बोधित। आरके श्रीवास्तव ने युवाओ को हमेशा बताया की “जीतने वाले छोङते नही, छोड़ने वाले जीतते नही” के मार्ग पर हमेशा आगे बढ़े, आरके श्रीवास्तव देश में मैथेमैटिक्स गुरु के नाम से मशहूर हैं। खेल-खेल में जादुई तरीके से गणित पढ़ाने का उनका तरीका लाजवाब है। कबाड़ की जुगाड़ से प्रैक्टिकल कर गणित सिखाते हैं। आर्थिक रूप से सैकड़ों गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में पहुँचाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं। इनके द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज अभियान अद्भुत, अकल्पनीय है। स्टूडेंट्स को सेल्फ स्टडी के प्रति जागरूक करने लिये 450 क्लास से अधिक बार पूरी रात लगातार 12 घंटे गणित पढ़ा चुके हैं। अन्य राज्यो के शैक्षणिक संस्थाएँ भी इन्हें गेस्ट फैकल्टी के रूप में अपने यहा शिक्षा देने के लिये बुलाते है। इनकी शैक्षणिक कार्यशैली की खबरें देश के प्रतिष्ठित अखबारों में छप चुकी हैं, विश्व प्रसिद्ध गूगल ब्वाय कौटिल्य के गुरु के रूप में भी देश इन्हें जानता है।
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