विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 22 जुलाई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 22 जुलाई 2021

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 22 जुलाई

’मक्का फसल में कीट व्याधि के उपचार की सलाह’


संयुक्त संचालक कृषि ने कृषकों को मक्का फसल में कीट व्याधि निदान के लिए किसानों को महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने मक्का उत्पादक किसानों को सलाह देते हुए बताया है कि मक्का फसल में फॉल आर्मीवर्म कीट का प्रकोप देखा जा रहा है। कृषक मक्का की फसल का अवलोकन करें यदि पत्तियों पर कटे-फटे गोल से आयताकार आकार के छिद्र बने दिखाई देते है तो नियंत्रण हेतु 5 प्रतिशत नीम बीज कर्नल सत या एजाडिरेक्टीन 1500 पी.पी.एम. का 5 मि.ली. प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करें। जिन खेतों मे संक्रमण 10 प्रतिशत से अधिक होता है तो बडे लार्वा के लिए अनुशांसित रासायनिक कीटनाशकों का छिडकाव करना चाहिए। जिसमें स्पाईनटोरम की 11.7 प्रतिशत एस. सी. 0.5 मि.ली. या क्लोरेन्ट्रानिलीप्रोएल 18.5 एस. सी. 0.4 मि.ली. या थियोमेथोक्जाम 12.6 प्रतिशत लेम्बडा साइहेलोथ्रीन 9.5 प्रतिशत जेड.सी. का 0.25 मि.ली. या इमामेक्टिन बेन्जोएट 5 प्रतिशत एस. जी. का 0.6 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करें। 


’सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, भूख न लगना जैसे लक्षण होने पर तत्काल अस्पताल पहुंचे’


ऐसे व्यक्ति जो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज किड़नी, अस्थमा, केंसर आदि बीमारियों से पीडि़त है। वे अपने आप में कोरोना से बचाव के लिये पूरी तरह सावधानियां बरतें। ऐसे लोग हमेशा मास्क लगाये रखें। भीड़-भाड़ में न जायें, आपस में दो गज की दूरी बनाकर रखें। हाथों को सैनेटाइज करते रहना अथवा हाथों को साबुन से धोते रहना है। यही सावधानियां है।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सलाह दी है कि किसी भी व्यक्ति को सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, भूख न लगना, दस्त लगना आदि के लक्षण होने पर वे घर पर ही पारंपरिक उपचार लेते रहते है। ठीक होने की उम्मीद में 5 से 7 दिन गुजार देते है, जिन्हे स्वास्थ्य लाभ होने के बजाय उनकी बीमारी और बढ़कर जटिल हो जाती है। ऐसे लोंगो को  अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में कोविड-19 की जांच पॉजीटिव आती है तो उपचार और जटिल हो जाता है। ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट या आईसीयू में भर्ती कर उपचार करना पड़ता है। ऐसी बीमारियों से प्रभावित व्यक्तियों को सलाह दी है कि उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, हाथ-पैरों में दर्द, शरीर में ऐठन, भूख न लगना खाने व सूघंने में स्वाद का पता न लगना आदि लक्षणों में आते ही वे तुरंत चिकित्सक से परामर्श ले। अथवा कोविड-19 की जांच करवाकर समय रहते पूर्व उपचार लेकर स्वास्थ्य हो। जिससे वे अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें। 


’इस वर्ष विक्रम और एकलव्य पुरस्कार में साहसिक खेल शामिल’

  • ’वर्ष 2021 के खेल पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई’

वर्तमान में प्रदेश के खिलाडी लगातार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं और प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रहे हैं। जापान के टोक्यो शहर में 23 जुलाई 2021से शुरू हो रहे खेलों के महाकुम्भ ऑलम्पिक में राज्य खेल अकादमी के खिलाड़ी शूटर एश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और हॉकी के विवेक सागर और रानी खोखर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शन करेंगे। खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य खेल पुरस्कार राशि को दोगुना तथा विक्रम और एकलव्य पुरस्कार में साहसिक खेलों को शामिल किया गया।


’पुरस्कार राशि में बढ़ोत्तरी’

प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने और उन्हें पुरस्कृत करने के उद्देश्य से खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया की पहल पर वर्ष 2021 के खेल पुरस्कारों में खिलाड़ियों को मिलने वाली पुरस्कार राशि में बढ़ोत्तरी करते हुए अब दोगुना कर दिया है। अब एकलव्य पुरस्कार के लिए एक लाख रूपये तथा विक्रम, विश्वमित्र, स्व.श्री प्रभाष जोशी पुरस्कार तथा लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार (प्रत्येक) के लिए दो लाख रूपये प्रदान किए जाएगें। पूर्व में एकलव्य के लिए 50 हजार तथा शेष पुरस्कारों के लिए एक लाख रूपये की राशि सम्मान स्वरूप प्रदान की जाती थी।


’ऑनलाइन आवेदन 31 जुलाई तक आमंत्रित’

खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा वर्ष 2021 के खेल पुरस्कारों एकलव्य, विक्रम, विश्वमित्र पुरस्कार, लाइफ टाइम अचिवमेंट तथा स्व.श्री प्रभाष जोशी खेल पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन 31 जुलाई 2021 तक आमंत्रित किए गए है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा नवीन पुरस्कार नियम 2021 को मंजूरी प्रदान कर दी गई है, इसका मध्यप्रदेश राजपत्र में प्रकाशन भी कर दिया गया है। इस वर्ष नवीन पुरस्कार नियम अनुसार विगत 5 वर्षो में अर्जित खेल उपलब्धियों के आधार पर खेल पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।


’ऐसे करें आवेदन’

खेल पुरस्कार वर्ष 2021 संबंधी पात्रता एवं आवश्यक जानकारी खेल विभाग की वेबसाइटू  www.dsywmp.gov.in  पद पर उपलब्ध है। आवेदक वेबसाइट पर ही ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। आवेदक को अपनी प्रति जिस पर पंजीयन क्रमांक अंकित हो के साथ खेल प्रमाण-पत्र एवं अन्य अभिलेखों की छाया प्रति के साथ संबंधित जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी के कार्यालय अथवा संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण, टी.टी. नगर स्टेडियम, भोपाल में 31 जुलाई तक जमा करना अनिवार्य होगा। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त आवेदन मान्य नहीं किए जाएंगे।


शिखर खेल अलंकरण के लिए 31 तक प्रविष्टियाँ आमंत्रित  


शिखर खेल अलंकरण पुरस्कार एकलव्य, विक्रम विश्वामित्र, लाईफ टाईम अचीवमेंट एवं स्व.श्री प्रभात जोशी खेल पुरस्कार प्रदान करने हेतु खेल एवं युवा कल्याण विभाग की वेबसाइट bsywmp.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन 31 जुलाई तक आमंत्रित किये गये हैं। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया जारी है, जो 31 जुलाई तक रहेगी। जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त पुरस्कारों के लिये ऑनलाइन आवेदन अन्तिम तिथि तक ही मान्य होंगे। ऑनलाइन आवेदन करने के उपरान्त ऑनलाइन जनरेट होने वाली पावती या स्लीप के साथ आवेदन में उल्लेखित जानकारी, खेल उपलब्धियों के प्रमाण-पत्र की छायाप्रति संलग्न कर अन्तिम तिथि 31 जुलाई तक जिला खेल एवं युवा कल्याण संचालनालय में कार्यालयीन समय में आवश्यक रूप से जमा करवा सकते हैं।


राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित  


बहादुरी के अनुकरणीय कार्यों के लिए वीरता पुरस्कार के आवेदन आमंत्रित किये जाते  गए है, जिसमें 6 से 18 आयु वर्ग के बच्चों को उनके साहसिक कार्य करने के लिए प्रेरित करने की दृष्टि से बहादुरी के कार्य करने वाले बच्चों को प्रोत्साहन हेतु यह पुरुस्कार दिया जाना है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि विलेख ‘‘जीवन के लिए जोखिम या शारीरिक चोट के खतरे और या सामाजिक बुराईध् अपराध के खिलाफ साहस और साहस का कार्य‘‘ का सामना करने में सहज निस्वार्थ सेवा का कार्य करने वाले बच्चो के आवेदन आमंत्रित है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि 1 जुलाई 2020 और 30 सितंबर 2021 के बीच हुई घटनाओं को 2021 पुरस्कारों के लिए माना जाएगा। पुरस्कारों के लिए नामांकन फॉर्म वेबसाइटू  www.iccw.co.in पर भी उपलब्ध है। अधिक जानकारी एवं आवेदन के लिए कार्यालय जिला बाल संरक्षण अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यालयीन समय पर संपर्क किया जा सकता है।


लाल पठार में कुएं पर हुई दुर्घटना के संबंध में जानकारियां आमंत्रित


बासौदा तहसील के ग्राम महागौर (लाल पठार) मेंं कुंआ गिरने की घटना के कारणो की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश कलेक्टर द्वारा जारी किए गए है। जांच अधिकारी अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह को नियुक्त किया गया है। अपर कलेक्टर एवं जांचकर्ता श्री वृदांवन सिंह ने बताया है कि जांच हेतु निर्धारित बिन्दुओं के संबंध में सभी को सूचित किया जाता है कि यदि किसी व्यक्ति को उक्त घटना के संबंध में कोई सूचना, जानकारी, दस्तावेंज से अवगत कराना चाहते है तो एक सप्ताह की अवधि में अपनी जानकारी प्रस्तुत करना है तो विदिशा में अपर कलेक्टर न्यायालय में न्यायालयीन समयावधि में प्रस्तुत कर सकते हे। 


जांच बिन्दु

कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी के द्वारा मजिस्ट्रियल जांच हेतु आदेश जारी किया गया है उसमें जांच बिन्दु तदानुसार घटना स्थल की प्राकृतिक संरचना क्या है ? लाल पठार पर स्थित कुंए का निर्माण किस योजना/विभाग द्वारा कराया गया ? के अंतर्गत और कौन से विभाग द्वारा कराया गया था ? क्या निर्मित कुंआ गुणवत्तापूर्ण और उपयोग हेतु पूर्णतः सुरक्षित था ? उक्त कुंए के संरक्षण की जिम्मेदारी किस विभाग की थी ? उक्त कुंआ उपयोग पेयजल स्त्रोत था, तो लोगो की सुरक्षा के क्या प्रबंध थे ? यदि उक्त कुंआ जीर्ण-शीर्ण और असुरक्षित था, तो उसकी मरम्मत, उपयोग बंद क्यो नही किया गया ? स्थानीय जनमानस द्वारा प्रस्तुत आवेदनों पर कुंआ मरम्मत और सुरक्षा व्यवस्था हेतु क्या कार्यवाही की गई ? 15.07.2021 को बालक रवि पुत्र ओमकार अहिरवार के कुंए में गिरने की घटना के पश्चात् संपूर्ण घटनाक्रम क्या रहा ? प्रशासन को सूचना कब प्राप्त हुई ? बचाव कार्य हेतु घटना स्थल पर स्थानीय प्रशासन, पुलिस की उपस्थिति ? बचाव कार्य के दौरान एकत्र हो रही भीड़ को रोकने हेतु क्या-क्या व्यवस्था की गई ? क्या प्रारंभिक बचाव कार्य किन व्यक्तियों, अधिकारियों की देख-रेख में प्रारंभ हुआ ? क्या कुंए पर लोगो को एकत्र न होने देने हेतु पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लगा देने तथा कुंए की मरम्मत, सार्वजनिक उपयोग बंद करा देने से उक्त घटना को रोका जा सकता था। घटना के लिए कौन-कौन व्यक्ति, अधिकारी, कर्मचारी जिम्मेदार है ? समय-समय पर निर्दिष्ट अन्य जांच के बिन्दु, जो के दौरान आवश्यक हो ? भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो के संबंध में सुझाव आमंत्रित है।


शोकॉज नोटिस जारी 


विदिशा विकासखण्ड के बीएमओ श्री सतीश कुमार मौर्य ने अनमोल पोर्टल पर इन्फेन्ट आईडी को चाइल्ड आईडी में अपलोड नही करने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पीपलखेडा एवं शहरी क्षेत्र विदिशा की समस्त एएनएमो को शोकॉज नोटिस जारी किया है।  बीएमओ श्री मौर्य के द्वारा जारी पत्र में संबंधितों को दो दिवस के भीतर समक्ष उपस्थित होकर जबाव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। स्पष्टीकरण असंतोषजनक पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित की गई है। गौरतलब हो कि विदिशा विकासखण्ड में 22 जुलाई तक केवल 13 प्रतिशत की उपलब्धि परलिक्षित हो रही है एवं एएनसी 37 प्रतिशत परलिक्षित होने पर संबंधितों के द्वारा शासकीय कार्यो में लापरवाही प्रतीत होने पर पूर्व उल्लेखितों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है और उन्हें माह जुलाई का वेतन सौ प्रतिशत इन्ट्री होने के बाद ही प्रदाय किए जाए के निर्देश प्रसारित किए है।


हलाली डेम : आने वाले पर्यटको को सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित करें


कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने हलाली डेम में भ्रमण करने हेतु आने वाले पर्यटको की सुरक्षा के संबंध में पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित कराने के निर्देश प्रसारित कर वन, ग्रामीण विकास विभाग, जल संसाधन एवं पुलिस विभाग को आवश्यक कार्यवाही हेतु पत्र प्रेषित किया है।  कलेक्टर द्वारा जारी पत्र में उल्लेख है कि हलाली डेम पर बरसात के दिनों में बडी संख्या में पर्यटक घूमने आते है इस दौरान पर्यटक आस-पास के विभिन्न क्षेत्रों का भी भ्रमण करते है इन स्थानो में अनेक स्थल जोखिम पूर्ण होकर मानव जीवन के लिए हानिकारक है। गतवर्षा में अनेको बार पर्यटकगण दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण उनकी मृत्यु तक हो गई है। अतः इनस्थलो पर सुरक्षा को ध्यानगत रखते हुए प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। खासकर हलाली डेम के आस-पास का क्षेत्र जो विदिशा जिले अंतर्गत आता है उन क्षेत्रों में पर्यटको की सुरक्षा हेतु की गई कार्यवाही पूर्ण कर जिला कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश पूर्व उल्लेखित विभागो के अधिकारियों को प्रेषित किए गए है। 


खण्ड स्तरीय टीएल बैठके आयोजित करने के निर्देश 


कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने समस्त अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को निर्देश प्रसारित किए है कि अनुविभाग स्तर पर खण्ड स्तरीय लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक अनिवार्यतः आयोजित करें और ऐसे मुद्दे जिनका निराकरण खण्ड स्तर पर संभव है उन सबको निराकरण के उपरांत की गई कार्यवाही से जिला कार्यालय को अवगत कराएं।  कलेक्टर डॉ जैन ने ततसंबंध में किए गए पत्राचार में उल्लेख है कि 13 जुलाई की वीडियो कांफ्रेसिंग की समीक्षा बैठक में अनुविभागीय अधिकारी द्वारा अपने स्तर से खण्ड अधिकारियों को समय सीमा में किए जाने वाले कार्यो की समीक्षा हेतु कोई प्रभावी व्यवस्था नही की गई है जबकि शासकीय और आम जनता के शासकीय कार्यो को समय सीमा में संपादित किया जाना अनिवार्य है। ततसंबंध में पुनः खण्ड स्तर से समय सीमा में किए जाने वाले कार्यो की प्रभावी समीक्षा बैठक का आयोजन किया जाना सुनिश्चित करें के निर्देश प्रसारित किए गए है। 


एनएच मार्ग से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करें 


कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने विदिशा जिले की सीमा में निर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 146 पर यातायात सुगमता हेतु अतिक्रमण हटवाने हेतु संबंधितों को निर्देश एवं पत्राचार किया है।  कलेक्टर डॉ जैन ने राष्ट्रीय राजमार्ग 146 के कार्यपालन यंत्री सागर को पत्र प्रेषित कर मिर्जापुर से बागरोद होते हुए सागर की ओर यातायात सुगमता हेतु एनएच मार्ग पर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही 15 दिवस में पूर्ण कर की गई कार्यवाही से जिला कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश प्रसारित किए गए है।  कलेक्टर डॉ जैन के द्वारा जारी पत्र में उल्लेख है कि विदिशा जिले की सीमा अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 146 पर प्रतिदिन यातायात बढ रहा है इस रोड के किनारे अतिक्रमण होने के कारण सकरा हो गया है जिससे मार्ग पर दुर्घटनाएं घटित हो रही है अतः उक्त राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात की सुगमता हेतु विदिशा जिले की सीमा अंतर्गत हुए अतिक्रमण को हटाया जाना आवश्यक है। 


वैक्सीनेशन हेतु विकासखण्डवार लक्ष्य निर्धारित, टीकाकरण हेतु 19500 वैक्सीन जिले को प्राप्त हुई 


कोविड 19 टीकाकरण वैक्सीनेशन कार्य का जिले में सुव्यवस्थित रूप से क्रियान्वयन हो इसके लिए 24 जुलाई के आयोजित टीकाकरण कार्य हेतु कोविशील्ड वैक्सीन का विकासखण्डवार वितरण लक्ष्य निर्धारित किया गया है अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह ने बताया कि जिले को कुल 19500 वैक्सीन प्राप्त हुई है जिसका वितरण छह विकासखण्डो के लिए किया गया है।  आवंटित वैक्सीन हेतु प्रातः नौ बजे से सत्र आयोजित करने के निर्देश प्रसारित किए गए है विकासखण्डवार वैक्सीन का लक्ष्य इस प्रकार से है। विदिशा में पांच हजार, बासौदा में 4500 तथा सिरोंज, लटेरी, नटेरन एवं कुरवाई विकासखण्ड सहित प्रत्येक के लिए क्रमशः 2500-2500 वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है। 


टीकाकरण प्रबंधन का ड्राय रन से जायजा 


vidisha news
विदिशा जिला मुख्यालय के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर शुक्रवार 23 जुलाई से गर्भवती माताओं के लिए कोविड 19 टीकाकरण करने का कार्य शुरू हो रहा है। उपरोक्त व्यवस्था जिला मुख्यालय पर सुचारू रूप से सम्पन्न हो इसके लिए जिला चिकित्सालय की एएनसी क्लिनिक में ड्राय रन के माध्यम से सिविल सर्जन डॉ संजय खरे के द्वारा जायजा लिया गया है।  व्यवस्थाओं की क्रास मानिटरिंग के लिए किए गए प्रबंधो का परीक्षण दौरान जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ डीके शर्मा, डॉ निर्मला तिवारी, डॉ प्रतिभा ओसवाल, स्वास्थ्य विभाग के मीडिया आफीसर श्री बीएस दांगी, हेल्थ डेस्क सुपरवाईजर श्री हरिओम वर्मा, निशिता शर्मा उपस्थित रही। गर्भवती माताओं को कोविड 19 के टीके प्रति मंगलवार एवं शुक्रवार को जिला अस्पताल एवं सिविल अस्पताल बासौदा, सिरोंज तथा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुख्यालयों पर वैक्सीनेशन कार्य किया जाएगा।


पांच दिवसीय सप्ताह अक्टूबर तक प्रभावशील  


सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा कोविड 19 महामारी की रोकथाम एवं बचाव के संबंध में सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के शासकीय कार्यालयों के कार्य दिवस सप्ताह में पांच दिवस (सोमवार से शुक्रवार) निर्धारित किए गए थे। ततसंबंध में पूर्व जारी आदेश में संशोधन कर अब पांच दिवसीय सप्ताह की अवधि 31 अक्टूबर 2021 तक प्रभावशील की गई है। 


आज 28.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई 


गुरूवार को जिले की सात तहसीलो मेंं वर्षा दर्ज की गई है इस दिन सर्वाधिक वर्षा सिरोंज तहसील 234 मिमी जबकि न्यूनतम वर्षा ग्यारसपुर में तीन मिमी दर्ज की गई है। गुरूवार 22 जुलाई को जिले में 28.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है जबकि अब तक 279.8 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। गुरूवार को जिन शेष तहसीलो में वर्षा दर्ज की गई उनमें कुरवाई में 15 मिमी, बासौदा में नौ मिमी, नटेरन में आठ मिमी, शमशाबाद में 6.2 मिमी तथा पठारी में 13.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले की तहसीलो में अब तक कुल दर्ज वर्षा की जानकारी इस प्रकार से है। विदिशा 346 मिमी, बासौदा में 273.8 मिमी, कुरवाई में 234.4 मिमी, सिरोंज में 476.2 मिमी, लटेरी में 231 मिमी, ग्यारसपुर में 413 मिमी, गुलाबगंज में 292 मिमी, नटेरन में 330 मिमी, शमशाबाद में 207.3 मिमी, तथा पठारी तहसील में 271.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है। क्रमांक 141/अहरवाल

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