उन्होंने कहा कि कोविड प्रबंधन हेतु WHO व दुनिया ने भारत को सराहा, लेकिन लोगों को संबल देने के बजाय विपक्ष ने अराजकता का वातावरण पैदा करने का प्रयास किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को खराब व अस्थिर करने हेतु जिन मंसूबों के साथ विपक्ष कार्य कर रहा है, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। योगी ने कहा कि संसद सत्र की कार्यवाही को निर्बाध और निर्विघ्न संपन्न कराने में योगदान देने के बजाय उसमें बाधा डालने के लिए समूचे विपक्ष को जनता जनार्दन और देश से माफी मांगनी चाहिए। जनता से जुड़े हुए ज्वलंत मुद्दों को संसद में न उठने देना आम नागरिक के जीवन के साथ खिलवाड़ है। तथ्यहीन और झूठे आरोप लगाकर देश के यशस्वी नेतृत्व को बदनाम करना व सरकार की छवि को निरंतर धूमिल करना विपक्ष के एजेंडे का हिस्सा बन चुका है। किन्तु कुंठित विपक्ष की कुत्सित मंशाएं कभी पूरी नहीं होंगी। जनता जनार्दन समय आने पर उन्हें फिर से जवाब देगी। कांग्रेस अपने शासनकाल में जिस प्रकार की हरकतें करती थी, आज विपक्ष में रहकर भी अपने उन्हीं मंसूबों के अनुरूप आगे बढ़ रही है। यह विपक्ष की कुत्सित मानसिकता को उजागर करता है।
इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए कई नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों व पत्रकारों की जासूसी करने संबंधी एक संस्था की रिपोर्ट सामने आने के बाद कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल मोदी सरकार हमलावर है। कांग्रेस गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांग रही है। वहीं, भाजपा इसे षडयंत्र बता रही है। इसको लेकर भाजपा के कद्दावर नेता व उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संसद सत्र प्रारंभ होने के ठीक एक दिन पहले सनसनीखेज चीजों को परोसकर समाज में विषाक्त वातावरण पैदा करने का कुत्सित प्रयास हो रहा है। जाने-अनजाने में अंतरराष्ट्रीय साजिशों का शिकार विपक्ष पूरी तरह नकारात्मक भूमिका में है। यह साजिश भारत को अस्थिर, अस्त-व्यस्त करना चाहती है।
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