- · रितु नंदा द्वारा शोमैन राज कपूर; और दिलीप कुमार: दिलीप कुमार द्वारा ‘वजूद और परछाई’ ऑडियोबुक के रूप में उपलब्ध हैं
- · दोनों ऑडियोबुक को पुस्तकप्रेमियों से काफी प्यार और प्रशंसा मिल रही है।
नई दिल्ली: ‘किताबें बोलती हैं’, स्टोरीटेल हिंदी द्वारा आयोजित एक नये फेसबुक लाइव सत्र में राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित दो विशेष अतिथि: अनंत विजय और यतींद्र मिश्र को भारत के दो महान बॉलीवुड सुपरस्टार, राज कपूर और दिलीप कुमार पर स्टोरीटेल द्वारा ऑडियोबुक पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया था। इस लाइव कार्यक्रम को स्टोरीटेल के हिंदी कंटेंट मैनेजर प्रशांत सुमन द्वारा संचालित किया गया था।
वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अनंत विजय ने उल्लेख किया कि ‘शोमैन राज कपूर’ पहले मास्को में प्रकाशित हुआ था और लगभग एक लाख प्रतियां बिक चुकी थी ; उसके बाद भारत आया। रूस में एक प्रकाशक ने विश्व सिनेमा के अभिनेताओं पर एक पुस्तक प्रकाशित करने का फैसला किया और राज कपूर जो रूस में प्रसिद्ध और प्रिय थे, को भी इसके लिए चुना गया था। बाद में इसका हिंदी, अंग्रेजी और मंदारिन में अनुवाद किया गया। उन्होंने यह भी चर्चा की कि कैसे राजकपूर की बेटी रितु नंदा ने अपने पिता की जीवनी लिखी। यतींद्र मिश्र ने कहा कि दिलीप कुमार जो उर्दू और फ़ारसी में पारंगत थे, उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘दिलीप कुमार: वजूद और परछाई’ में अपने तौर-तरीकों, लहज़े, शालीनता और भाषा को बनाए रखा है। उन्होंने आगे कहा, कि दिलीप साहब ने बहुत विनम्र तरीके से घटनाओं और कहानियों का उल्लेख किया है। आत्मकथा में कुछ महत्वपूर्ण उल्लेख सायरा बानो, वैजयंतीमाला, राज कपूर तथा दिलीप साहब के परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में भी हैं। लाइव कार्यक्रम में पर्दे के पीछे की विभिन्न घटनाओं और प्रक्रियाओं पर बातचीत शामिल थी कि कैसे दोनों आत्मकथाएँ अस्तित्व में आईं। दोनों ऑडियोबुक को पुस्तकप्रेमियों से काफी प्यार और प्रशंसा मिल रही है।
ऑडियोबुक के बारे में :
ऑडियोबुक : शोमैन राज कपूर
लेखक : ऋतू नंदा
स्वर : पंकज कालरा
भाषा : हिंदी
केटेगरी : जीवनी
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ऑडियोबुक के बारे में :
ऑडियोबुक : दिलीप कुमार: वजूद और परछाईं
लेखक : दिलीप कुमार ( मोहम्मद युसूफ खान)
स्वर : बबला कोछार
अनुवादक : प्रभात रंजन
भाषा : हिंदी
केटेगरी : आत्मकथा
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