बिहार : न्याय और शान्ति के लिए 12 दिवसीय वैश्विक पदयात्रा का हुआ आगाज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 22 सितंबर 2021

बिहार : न्याय और शान्ति के लिए 12 दिवसीय वैश्विक पदयात्रा का हुआ आगाज

  • “न्याय और शान्ति पदयात्रा - 2021” के अवसर पर गाँधीवादी राजगोपाल पी.व्ही.के साथ अन्य पदयात्री उपवास पर रहे

foot-march-for-justice
पटना।  एकता परिषद और सर्वोदय समाज द्वारा निकाली जा रही 12 दिवसीय पदयात्रा “न्याय और शान्ति पदयात्रा - 2021” का आज आगाज हो गया है।  इस अनूठी वैश्विक पदयात्रा का शुभारंभ गाँधीवादी राजगोपाल पी.व्ही.  ने बिहार की राजधानी पटना से एक दिवसीय उपवास के साथ की है। पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे राजगोपाल पी.व्ही.ने इस मौके पर कहा कि पदयात्रा की शुरुआत अन्तरराष्ट्रीय शान्ति दिवस के मौके पर की जा रही है और इसका समापन 2 अक्टूबर, अन्तरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के मौके पर की जाएगी।  यह पदयात्रा अपने आप में एक ऐतिहासिक कदम है, इस यात्रा में सैकड़ों युवा शामिल होंगे जो इस दौरान लोगों से न्याय और शांति आधारित समाज के बारे में बात करेंगे। भारत में इस प्रकार की यह बड़ी पहल तो है ही, साथ ही साथ वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण पहलों में से एक है।  यह पदयात्रा देश के 105 जिलों के साथ-साथ विश्व के 25 देशों में आयोजित की जा रही है। वहीं बिहार के 15 जिले में इस यात्रा का आयोजन चल रही है। यात्रा के दौरान लगभग पांच हजार पदयात्री पैदल चलेंगे और लगभग दस हजार किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। 12 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में हर दिन अलग-अलग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में जलवायु परिवर्तन, अहिंसात्मक अर्थव्यवस्था, पलायन, युवाओं में अहिंसा आधारित नेतृत्व कौशल विकसित करने, आदि जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही यात्रा के दौरान आने वाले गावों में शान्ति कैसे स्थापित हो, गावं को कैसे सुंदर बनाया जाए, शुद्ध और पीने युक्त पानी तक सबकी पहुँच कैसे सुनिश्चित हो आदि जैसे स्थानीय मुद्दों पर भी बातचीत की जाएगी और स्थानीय समस्याओं के अहिंसात्मक समाधान की भी तलाश की जाएगी।  बिहार के 15 जिलों में  यात्रा आयोजित की जा रही और प्रख्यात गांधीवादी एकता परिषद के संस्थापक पी.व्ही. राजगोपाल जी पटना के नौबतपुर में शांति न्याय पदयात्रा का हरी झंडी दिखाकर 21 सितंबर को पदयात्रा का शुभारंभ किये.

कोई टिप्पणी नहीं: