अगले छह महीने तक चलने वाले इस मेगा-आयोजन में भारत को विश्व के समक्ष अपनी जीवंत संस्कृति के विभिन्न आयामों को प्रदर्शित करने का एक शानदार और अनूठा अवसर मिलेगा। एक तरफ जहां ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत भारत अपना ७५ वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है तो वहीं दूसरी तरफ संयुक्त अरब अमीरात भी अपनी स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है. एक्सपो 20 (दुबई) के भारतीय पवेलियन में जिन राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने भागीदारी की पुष्टि की है, वे हैं- गुजरात, कर्नाटक, लद्दाख, तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, जम्मू-कश्मीर, गोवा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा शामिल हैं।ये राज्य अपनी संस्कृति, खानपान,जीवन-शैली और व्यावसायिक अवसरों को प्रदर्शित करेंगे। दुबई का यह वर्ल्ड एक्सपो आयोजन मूलतः ‘माइंड्स क्रिएटिंग द फ्यूचर’ की थीम के तहत आयोजित किया जा रहा है। पांच मुख्य केंद्र-बिन्दु होंगे: ‘किसी को पीछे छोड़ने की होड़ में न लगे रहें’, ‘साझेदारी के पुलों का निर्माण करें’, ‘सहअस्तित्व को पोषित करें’, ‘संतुलन में विश्वास रखें’ और मानवता के सामने मुंह बाए खड़ी चुनौतियों का पता लगाएं और उनका समाधान खोजें।
दुबई प्रशासन का मानना है कि उनके पास एक बेहतर दुनिया का सृजन करने और भविष्य को सुंदर बनाने की अदम्य शक्ति है। वर्ल्ड एक्सपो के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि भाग लेने वाले प्रत्येक देश का अपना मंडप होगा।इस शानदार आयोजन में हर दिन साठ सांस्कृतिक शो हुआ करेंगे। 190 देशों के मंडप होंगे और कार्यक्रम स्थल पर 200 से अधिक रेस्तरां होंगे। संगीत की दुनिया के जाने-माने कलाकार ए० आरo रहमान एक्सपो 2020 में पहली बार ‘फिरदौस ऑर्केस्ट्रा’ के साथ मनभावन संगीत पेश करेंगे।इस ऑर्केस्ट्रा’ की विशेषता यह है कि इसमें केवल यूएई और इसके आसपास के देशों की संगीत-प्रेमी महिलाएं ही भाग ले रही हैं। दो बार के अकादमी पुरस्कार और डबल ग्रैमी पुरस्कार विजेता रहमान जुलाई से दुबई में हैं। रहमान को उम्मीद है कि एक्सपो 2020 दुबई विश्व मेले में लोगों को एकजुट करेगा और दोस्ती और बंधुत्व की अवधारणा को मजबूत करेगा ।
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