पटना. ईसाई समुदाय एक नवंबर को सभी ‘संतों’ का पर्व मनाते हैं। अल्पसंख्यक सभी संताें का पर्व को लेकर उत्साहित हैं।
ईसाई समुदाय सभी संताें का पर्व मनाएंगे:
सोमवार को ईसाई समुदाय सभी संतों का पर्व मनाएंगे। कल धर्मावलम्बी लोग गिरजाघर जाएंगे। वहां पर जाकर श्रद्धापूर्ण ढंग से प्रार्थना करेंगे । प्रार्थना के दौरान श्रद्धालु सभी संतों से परिवार में सहयोग देने और कृपा बरसाने का आग्रह करेंगे। मिस्सा के दरम्यान पुरोहित पवित्र परमप्रसाद वितरण करेंगे। जिसे भक्तिभाव से ग्रहण करेंगे।
ईसाई धर्मावलम्बी ‘संताें' के नाम से ही नाम रखते हैंः
ईसाई समुदाय के अनेक ‘संत’ हैं। इनका अनेक नाम है। इन्हीं ‘संतों’ का नाम बच्चों को रखा जाता है। यह नाम स्नान संस्कार ‘बपतिस्मा’ के समय रखा जाता है। चर्चित संताें के नामों में जोसेफ, मरिया, जौर्ज, जोन, थोमस, अगस्तीन, लुकस, जेवियर, फ्रांसिस आदि हैं। इन्हीं ‘संतों’ के नाम से संस्थाओं का नाम भी रखा जाता है। ईसाई समुदाय ‘संतों’ का नाम और अपने जन्म दिन को उत्साह से मनाते हैं। अब तो ‘संतों’ का नामों का हिन्दीकरण भी हो गया है। अब लोग हिन्दीकरण ही नाम को स्वीकार करने लगे हैं। पहले के नाम को विदेशी नाम करके उन नामों को ठुकराने लगे हैं।
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