पटना 22 अक्टूबर, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि हमारा संविधान देश के तमाम धर्मों के प्रति समान भाव रखता है, इसलिए संवैधानिक पदों पर बैठे हर व्यक्ति को इसका ख्याल रखना चाहिए. मामला तब और गंभीर हो जाता है जब इसकी उपेक्षा देश के सर्वोच्च पद पर बैठे राष्ट्रपति महोदय से ही हो रहा है. माले राज्य सचिव ने बिहार दौरे पर आए राष्ट्रपति महोदय के लिए धार्मिक स्थलों के भ्रमण के बनाए गए एकांगी कार्यक्रम पर टिप्पणी करते हुए उक्त बातें कहीं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति महोदय मंदिर, गुरूद्वारे और अन्य धार्मिक जगहों पर गए, लेकिन उनके कार्यक्रमों में मस्जिदों में जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था. इससे देश व समाज में गलत संदेश जाएगा और एक खास समुदाय अपने को उपेक्षित महसूस कर सकता है. महावीर मंदिर के बगल में ही मस्जिद भी है, राष्ट्रपति महोदय वहां भी जाकर समाज को भाईचारे का बेहतर संदेश दे सकते थे. हर केई जानता है कि भाजपा व संघ परिवार आज हर तरह से देश में संविधान के मूल्यों की धज्जियां उड़ाकर देश को भगवा राष्ट्रवाद की ओर धकेलने में लगे हुए हैं. ऐसे में देश का प्रथम नागरिक का सम्मान रखने वाले व्यक्ति को हर स्तर पर सावधानी बरतनी चाहिए थी.
शुक्रवार, 22 अक्तूबर 2021
बिहार : संविधान सभी धर्मां के प्रति समान, राष्ट्रपति को रखना चाहिए ध्यान : माले
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