चेन्नई, सात नवंबर, अत्यधिक बारिश से छह साल पहले तबाही झेल चुके चेन्नई में पिछली रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद जलभराव की समस्या पैदा हो गई है और रविवार को निचले क्षेत्रों में स्थित मकानों में पानी घुस गया। अत्यधिक बारिश होने के बाद तीन जलाशयों के दरवाजे खोले गए हैं ताकि अतिरिक्त पानी को छोड़ा जा सके। मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि अक्टूबर में उत्तरी-पूर्वी मॉनसून की शुरुआत से ही तमिलनाडु और पुडुचेरी में करीब 43 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। शनिवार की सुबह से चेन्नई और चेंगलपेट, कांचीपुरम और तिरुवल्लुर जिलों के उपनगरीय इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश पूरी रात होती रही और रविवार सुबह तक जारी रही। यह हाल के वर्षों में हुई सबसे मूसलाधार बारिश है। मौसम विभाग के उपनिदेशक एसॅ बालाचन्द्रन ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अभी तक सबसे ज्यादा 45 सेंटीमीटर बारिश 1976 में हुई। उसके बाद 1985 में चेन्नई में दो अलग-अलग दिनों में 23 और 33 सेंटीमीटर बारिश हुई। छह साल पहले 2015 में शहर में 25 सेंटीमीटर बारिश हुई थी और फिलहाल शहर में लगभग इतनी ही बारिश हो चुकी है।
रविवार, 7 नवंबर 2021

चेन्नई में छह साल के बाद फिर से बारिश का कहर
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