पटना : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश-विदेश के सभी प्रतिष्ठित मूल्यांकन व मानक संस्थानों जैसे नीति आयोग, CAG, NCRB, NHRM, NFHS, NSSO, CPCB, WHO, UN इत्यादि ने बिहार के बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, गरीबी, बेरोजगारी, शराबबंदी, भ्रष्टाचार, पलायन, प्रदूषण, सत्तत विकास सहित अनेक सूचकांकों से संबंधित Scientifically well researched रिपोर्ट्स पेश की है। लेकिन, बकौल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा सभी रिपोर्ट्स झूठी है और केवल और केवल वो और उनकी मुँह जुबानी वाली रिपोर्ट्स ही शास्वत सत्य है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि डबल इंजन सरकार की मानक संस्थाएं ही आँकड़ों और साक्ष्य सहित इनकी 16 वर्षों की विफलता एवं कागजी विकास को आइने में दिखा रही है लेकिन फिर भी अहंकार में डूबी एनडीए सरकार अपनी गलतियों को मानने के लिए तैयार नहीं है। ये विपक्ष के नहीं आपकी सरकार और उनकी एजेंसियों के ही आँकड़े है। 30-40 वर्ष के भूतकाल में डूबे रहने वाले मुखिया को वर्तमान के आँकड़ों के साथ भविष्य, वर्तमान एवं अपने भूत के 16 वर्षों का आँकलन अवश्य करना चाहिए कि उन्होंने उदारीकरण के बाद भी बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया हुआ है? बताइए, जो अपनी गलती ही स्वीकार नहीं करेगा वह उन ख़ामियों को दूर कैसे करेगा? ज्ञातव्य हो कि इससे पहले लालू यादव ने कहा था कि नीति आयोग सहित मूल्यांकन करने वाली अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं की बेरोजगारी, गरीबी, विकास, विधि व्यवस्था, शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों की बहुआयामी रिपोर्ट्स में लगातार बिहार देश में सबसे निचले पायदान पर है। “नीतीश कुमार को अब चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए”
रविवार, 28 नवंबर 2021
बिहार : नीतीश कुमार को अब चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए : तेजस्वी
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