दुश्मन को जवाब देने में करेंगे ब्रह्मोस का इस्तेमाल : राजनाथ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 26 दिसंबर 2021

दुश्मन को जवाब देने में करेंगे ब्रह्मोस का इस्तेमाल : राजनाथ

brahmos-will-reply-enemy-rajnath
लखनऊ, 26 दिसंबर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विश्व में शांति दूत की भूमिका में रहने वाला भारत ब्रह्मोस का इस्तेमाल आक्रमण के लिये नही कर रहा है लेकिन अगर किसी ने हमे आंख दिखाने की कोशिश की तो उसको मुंहतोड़ जवाब देने में यह हथियार अहम रोल निभायेगा। रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केन्‍द्र और ब्रह्मोस विनिर्माण केन्‍द्र का शिलान्‍यास के अवसर पर राजनाथ ने रविवार को कहा “ भारत शांतिप्रिय देश है,हम ब्रह्मोस का निर्माण आक्रमण करने के लिए नहीं कर रहे लेकिन दुनिया का कोई देश यदि हम पर आंख दिखाने की कोशिश करेगा तो हम इसका इस्तेमाल उसको मुंहतोड़ जवाब देने में करेंगे। हमने एक नहीं बल्कि दो बार स्ट्राइक करके ये संदेश दे दिया कि अगर जरूरत पड़ी तो हम इस पार ही नहीं उस पार भी जाकर मार कर आ सकते हैं। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत मैत्री और करुणा का संदेश देता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम देश की सुरक्षा पर आंच आने देने की छूट देंगे।” उन्होने कहा “ नए भारत की नींव श्रद्धेय अटल जी ने रखी थी,और उसका निर्माण पीएम मोदी कर रहे हैं। अटल जी ने दुनिया के विरोध के बावजूद पोखरण में परमाणु परीक्षण करके अपनी शक्ति का परिचय दिया था भारत अब हथियार का आयातक देश नहीं बल्कि निर्यातक देश बनेगा। ” राजनाथ ने कहा कि यूपी लगातार आगे बढ़ रहा है। एयरपोर्ट, हाईवे, एक्सप्रेसवे इसका ही परिणाम है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि क्या करें मैं दिल्ली से 100 पैसा भेजता हूं, लेकिन नीचे 15 पैसे पहुंचते हैं लेकिन आज प्रधानमंत्री ने करके दिखा दिया कि दिल्ली के 100 पैसे सीधे कैसे जनता तक पहुंचते हैं। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की तारीफ करते हुए उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई कल्‍याणकारी योजनाओं को उत्तर प्रदेश में प्राथमिकता से लागू किया गया है। उन्हे भरोसा है कि राष्‍ट्र की सुरक्षा की दृष्टि से महत्‍वपूर्ण रक्षा उत्‍पादन में भी यूपी कामयाब होगा। इससे यूपी की अर्थव्‍यवस्‍था में नया अध्‍याय जुड़ेगा। उन्होने कहा कि 2017 के पहले दंगाई माफियाओं के हौसले बुलंद होते थे पर अब कानून व्‍यवस्‍था चुस्‍त दुरूस्‍त हैं। यूपी में अपराधियों की नहीं बल्कि बुलडोज़र बाबाओं की बल्ले बल्ले है। इसी का परिणाम है कि भारत के ही नहीं दुनिया के इन्वेस्टर उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। अब दुनिया मानती है कि बिजनेस के लिए कोई भी राज्य अच्छा है तो वो उत्तर प्रदेश है।इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर से यूपी में रोजगार के नए अवसर युवाओं को मिलेंगे। उन्‍होंने कहा कि ‘मुस्कराइए आप लखनऊ में हैं’ के साथ अब लखनऊ दहाड़ भी मारेगा क्‍योंकि ब्रह्मोस मिसाइल अब यूपी के लखनऊ में तैयार होगा। यहां से अब दूसरे देशों के लिए रक्षा उपकरण निर्यात होंगे। 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झांसी में भारत डायनामिक्स यूनीट का शिलान्यास किया था। छह डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नोड के तहत आज यहां ब्रह्मोस के लिए रक्षामंत्री द्वारा शिलान्यास हो रहा है जो यूपी के लिए गौरवान्वित करने वाली बात है। रक्षा सामग्री के लिए उत्तरप्रदेश पहले से ही हो रहा था,कानपुर में होता था,लेकिन अब लखनऊ भी इसमें शामिल हो गया है। लखनऊ में डिफेंस एक्सपो के माध्यम से लखनऊ वासियों को रक्षा से जुड़ने जानने का मौका मिला था आज इस कार्यक्रम के जरिए डीआरडीओ लैब का शिलान्यास होकर नई दिशा में बढ़ रहा है। उन्होने कहा कि यूपी रक्षा का एक हब बनेगा। लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल बनने के साथ ही अनुसंधान का कार्य भी होगा। जिससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे। प्रदेश सरकार ने पिछले साढ़े चार सालों में एमएसएमई व ओडीओपी को बढ़ावा दिया जिसके सकारात्‍मक परिणाम सबको देखने को मिले। यूपी में एक लाख 21 हजार करोड़ के एमएसएमई उत्‍पादों निर्यात किया है। कोरोना काल में 40 लाख श्रमिकों को इन एमएसएमई इकाईयों के तहत कार्य मिला है।

कोई टिप्पणी नहीं: