बिहार : खेसाली लाल यादव के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 11 दिसंबर 2021

बिहार : खेसाली लाल यादव के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी

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छपरा. भले ही धमाकेदार ढंग से सिंगर और एक्टर खेसाली लाल यादव ने भोजपुरी गाना 17 मई 2019 को रिलीज हुआ.खेसाली लाल ने 'ठीक हैं नून रोटी खायेंगे' गाना गाकर शोहरत लुटे थे.इस गाने को खेसारी लाल यादव ने अपनी आवाज दी है.उनके 68 मिलियन से अधिक व्यूज मिल चुके है.पर अब उनका सब कुछ ठीक नहीं चल रहा हैं. फिलवक्त भोजपुरी सिंगर और एक्टर खेसाली लाल यादव के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हुआ है.उनके खिलाफ छपरा की एक अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है. खेसाली लाल यादव पर आरोप है कि उन्होंने जमीन खरीदने के बाद जिस चेक से पेमेंट किया था वो बाउंस हो गया. इसके बाद इस मामले में कोर्ट ने जब उन्हें हाजिर होने का आदेश दिया तो वो हाजिर नहीं हुए. असहनी गांव निवासी कृष्ण पांडेय के पुत्र मृत्युंजय नाथ पांडेय ने रसूलपुर थाने मे एक प्राथमिकी दर्ज कराकर रसूलपूर थाना क्षेत्र के धानाडीह गांव निवासी मंगरू यादव के पुत्र भोजपुरी सिनेस्टार एवं गायक शत्रुघ्न कुमार यादव उर्फ खेसारी लाल यादव पर अपने पत्नी चंदा देवी के नाम से उनसे जमीन की खरीददारी करने और जमीन का मूल्य भुगतान नहीं करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी.


 इस पूरे प्रकरण को लेकर शिकायतकर्ता के द्वारा रसूलपुर थाने में कांड दर्ज करवाया गया था.जिसका नम्बर 120/2019 है .इस कांड में धारा 406 तथा 138 NI एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है.न्यायालय सामान्य कानूनी प्रक्रियाओं के तहत पहले सम्मन करती है, फिर जमानतीय वारंट और उसके बाद गैर जमानतीय वारंट जारी करती है.खेसारी लाल यादव के पैतृक आवास पर वारंट की कॉपी भेज दी गई है.जब न्यायालय के निर्देशानुसार कोई भी लगातार न्यायालय में अनुपस्थित रहता है तो यह कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाती है. खेसारी लाल के खिलाफ 16 अगस्त 2019 को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.रसूलपुर थाना में असहनी गांव के रहने वाले मृत्युंजय नाथ पांडेय ने केस दर्ज कराया था.थाने में दर्ज प्राथमिकी में पीड़ित ने बताया था कि खेसारी लाल की पत्नी चंदा देवी से उसने अपनी जमीन 22 लाख 7 हजार रुपये में बेची थी.जमीन की रजिस्ट्री भी हो गयी थी. एकमा रजिस्ट्री ऑफिस में 4 जून 2019 को जमीन की रजिस्ट्री हुई थी.पीड़ित मृत्युंजय पांडेय ने यह भी बताया कि जमीन के एवज में खेसारी लाल ने 18 लाख रुपये का चेक उसे दिया था.18 लाख के चेक को उसने अपने अकाउंट में डिपोजिट किया था. 20 जून 2019 को डिपोजिट हुआ चेक 24 जून को उनके पास वापस आ गया.जिसके बाद उन्होंने उस चेक को फिर से बैंक में जमा कराया. 27 जून को डिपोजिट हुआ चेक 28 जून को बाउंस हो गया. चेक बाउंस होने की जानकारी बैंक कर्मियों ने दी.जिसके बाद 22 जनवरी 2021 को खेसारी लाल यादव के खिलाफ सम्मन जारी करने का आदेश दिया गया.25 फरवरी 2021 को खेसारी लाल के खिलाफ जमानतीय वारंट जारी करने का आदेश दिया गया.इसके बावजूद खेसारी लाल यादव कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए.जिसके बाद छपरा के न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी संजय कुमार सरोज की अदालत ने खेसारी लाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। ऐसे में खेसारी लाल की मुश्किलें बढ़ सकती है.

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