काष्ठ आधारित उद्योग लगाना होगा अब आसान - वन मंत्री डॉ. शाह
- काष्ठ चिरान अधिनियम में हुआ जरूरी बदलाव
प्रदेश में काष्ठ आधारित उद्योगों को स्थापित करने और काष्ठ शिल्पियों को स्व-रोजगार के अधिकाधिक अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य शासन ने एक बड़ा कदम उठाया गया है। वन मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह ने मध्यप्रदेश काष्ठ चिरान (विनिमयन) अधिनियम 1984 की धारा 4 में हुए संशोधन को ऐतिहासिक बताया है। वन मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि अधिनियम में किए संशोधन के बाद काष्ठ आधारित व्यवसायिक गतिविधियाँ बढ़ेगी, जिससे सरकार को मूल्य संवर्धन और जी.एस.टी से अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकेगा। निजी क्षेत्रों के किसान वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित होने के साथ ही उनकी आय में भी बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 30 फीसदी वन भूमि है, जिनमें काष्ठ उत्पादन गतिविधियों से वनवासियों को रोजगार के साथ राज्य सरकार को 800 करोड़ की आय और 160 करोड़ की जी.एस.टी भी प्राप्त होता है।
यह रहेगी छूट
काष्ठ चिरान अधिनियम की धारा-4 में हुए संशोधन के बाद अब 30 से.मी. से कम व्यास के चक्रीय आरा-मशीन के लिए लायसेंस लेना आवश्यक नहीं रहेगा। छोटे शिल्पियों को काष्ठ की फिनीशिंग और फैशनिंग में उपयोग करने के लिए वन विभाग से लायसेंस लेने की जरूरत नहीं होगी। चिरी हुई लकड़ी, बेंत, बाँस, प्लायबुड, विनियर या आयातित लकड़ी इस्तेमाल करने वाले उद्योगों को लायसेंस लेने की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही प्र-संस्करण संयत्रों को इस अधिनियम में किए बदलाव के बाद अनुज्ञप्ति लेने की छूट रहेगी।
वर्ष 2022 में राष्ट्रीय स्तर पर 4 लोक अदालत होंगी
वर्ष 2022 में समस्त न्यायालयों में आयोजित होने वाली लोक अदालतों के लिए कार्यक्रम और तिथियां निर्धारित की गयी है। वर्ष 2022 में 12 मार्च, 14 मई, 13 अगस्त तथा 12 नवंबर को लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा।
राज्य रूपंकर कला पुरस्कार प्रदर्शनी के लिए 15 जनवरी तक कलाकृतियाँ आमंत्रित
उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी द्वारा मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार प्रदर्शनी-2022 का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश के ख्यातिलब्ध कलाकारों के नाम से स्थापित रूपंकर एवं ललित कलाओं के दस पुरस्कारों के लिए अकादमी ने 15 फरवरी 2022 तक कलाकृतियाँ आमंत्रित की हैं। प्रत्येक पुरस्कार की राशि 51 हज़ार रुपये है। प्रदर्शनी में दो कलाकृतियां मान्य की जायेगी और 25 से 55 वर्ष तक की आयु के कलाकार भाग ले सकेंगे। कलाकारों को कलाकृतियों के साथ प्रदर्शनी में प्रवेश शुल्क के रूप में दो सौ रुपये नगद जमा करना होंगे। कलाकारों की मौलिक कलाकृतियाँ जो दिसम्बर 2020 के बाद सृजित हो मान्य की जायेंगी। कला प्रदर्शनी की विवरणिका शासकीय ललित कला महाविद्यालय''''जबलपुर, धार, खण्डवा, इंदौर, ग्वालियर तथा अकादमी कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। इच्छुक कलाकार अपनी कलाकृतियाँ उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी रवीन्द्रनाथ ठाकुर मार्ग, बाणगंगा चौराहा, भोपाल में 15 जनवरी, 2022 की शाम 5 बजे तक जमा करा सकेंगे। इसके बाद प्राप्त होने वाली कलाकृतियाँ स्वीकार नहीं की जायेगी। फेसबुक (www.facebook.com/kalamitrabpl) एवं अन्य माध्यम से डाउनलोड आवेदन विवरणिका की फोटो प्रतियाँ (ए4 साइज) भी प्रवेश-पत्र के रूप में स्वीकार की जायेगी।
अभ्यास इतना करो कि परीक्षा से जरा भी डर नहीं लगे - कलेक्टर श्री ठाकुर
जिला मुख्यालय स्थित लाइब्रेरी में सीहोर जिले के यूपीएससी एवं एमपीपीएससी तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं को कलेक्टर श्री चंद्र मोहन ठाकुर ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए सफलता के मंत्र दिए। उन्होंने छात्रों से कहा कि सिलेबस के अनुसार अभ्यास इतना करो कि परीक्षा से जरा भी डर नहीं लगे। कलेक्टर श्री ठाकुर ने कहा कि सफलता हासिल करनी है, तो कठिन परिश्रम करना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षा में शत-प्रतिशत सफलता के लिए मॉक टेस्ट देते रहे और मूल्यांकन करें। यदि टेस्ट में पिछले कट ऑफ से कम अंक आ रहे हैं तो कमजोर टॉपिक को मजबूत करे। यह सदैव स्मरण रहे कि कोई भी परीक्षा अंतिम नहीं होती है। उन्होंने छात्र छात्राओं से कहा कि यदि आपको लगता है कि कुछ टॉपिक पढाऊ तो मैं जरूर पढाऊंगा। उन्होंने ने छात्र छात्राओं के सवालों के जवाब भी दिए। इस दौरान आदर्श परिवार के शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री ठाकुर की पहल पर आदर्श परिवार एवं आधुनिक नालंदा के सहयोग से यूपीएससी एवं एमपीपीएससी की निःशुल्क कोचिंग नगरपालिका लाइब्रेरी में संचालित की जा रही है।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल 1957 से 1970 तक संचालित विभिन्न परीक्षाओं के अभिलेख विनिष्ट करेगा
माध्यमिक शिक्षा मण्डल से प्राप्त जानकारी के अनुसार माध्यमिक शिक्षा मण्डल म.प्र. भोपाल द्वारा वर्ष 1957 से 1970 तक संचालित विभिन्न परीक्षाओं का अभिलेख (टीआर फाईल, काउंटर फाईल) के कागज पुराने एवं क्षतिग्रस्त होने से उनका विनिष्टीकरण किया जा रहा है। शिक्षा मण्डल के सचिव ने बताया कि यदि किसी को इस अवधि में विभिन्न परीक्षाओं से सम्बन्धित प्रतिलिपि प्रमाण-पत्र, प्रतिलिपि अंकसूची, प्रोविजनल प्रमाण-पत्र, डाक्यूमेंट्स का अंग्रेजी अनुवाद, की आवश्यकता हो तो विज्ञप्ति प्रकाशित होने के तीन माह के अन्दर मण्डल कार्यालय में आवेदन कर प्राप्त कर सकते हैं। तीन माह के पश्चात अभिलेखों को विनिष्ट कर दिया जायेगा एवं अभिलेख विनिष्टीकृत हो जाने के बाद प्राप्त आवेदन पत्रों पर विचार नही किया जाएगा।
जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला
पिछले 24 घंटे के दौरान प्राप्त रिपोर्ट में जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 10143 है। वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव शून्य हो गई हैं। कुल रिकवर व्यक्तियों की संख्या10021 हैं। आज 514 सैम्पल लिए गए है। जांच के लिए सीहोर शहरी क्षेत्र से 208, श्यामपुर से 125, नसरूल्लागंज 40, आष्टा से 76 तथा बुधनी से 65 सैंपल लिए गए हैं। अभी तक कुल जांच के लिए भेजे गए सैंपल 321429 हैं। जिनमें से 310092 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आज 765 सेंपलो की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 1123 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथोलॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 71 है।
चुनाव से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों के लिये तैयार किया गया 'मोबाइल ऐप'
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मोबाइल एप चुनाव के लिए तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से मतदान केन्द्र, अभ्यर्थियों तथा निर्वाचन परिणाम से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त की जा सकती है। चुनाव ऐप द्वारा मतदाता सूची में अपना नाम खोजा जा सकता हैं तथा फोटोयुक्त ई-मतदाता पर्ची कही से भी डाउनलोड की जा सकती है। मतदान केन्द्रों की स्थिति नक्शे पर प्राप्त कर मतदान केन्द्र तक पहुंचने तथा निर्वाचन परिणाम की जानकारी भी ऐप के माध्यम से प्राप्त हो सकती है। चुनाव ऐप को डाउनलोड करने के लिये गूगल प्ले स्टोर से जाकर कीवर्ड चुनाव स्टेट इलेक्शन डाट जीओव्ही डाट इन से भी डाउनलोड किया जा सकता है।
पिछले अनुभव के साथ कोरोना की रोकथाम के बेहतर उपाय सुनिश्चित करें - मुख्यमंत्री श्री चौहान
- कोरोना की संभावित तीसरी लहर रोकने के लिए चाक-चौबंद रखें व्यवस्थाएँ, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की कोरोना की समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ने से रोकने के लिए सभी व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद रखी जाएँ। संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए पिछले अनुभव के साथ सभी तैयारियाँ पहले ही पूरी कर ली जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना की समीक्षा बैठक ले रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान सहित सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।
जनता को तीसरी लहर से बचाना होगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीसरी लहर का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में भी पॉजीटिव केस 200 से ज्यादा हो गए हैं। कोरोना के केस पहले इंदौर और भोपाल में ही आ रहे थे, अब धीरे-धीरे अन्य जिलों में भी केस आते जा रहे हैं। वर्तमान में 34 जिलों में एक्टिव केस नहीं है। आसपास के राज्य महाराष्ट्र और गुजरात में केसेस आ रहे हैं। पुराना अनुभव हमारे सामने है। लगभग सभी राज्यों में कोरोना के प्रकरण आ रहे हैं। सावधानी और सुरक्षा के लिए उपाय जरूरी है। जनता को तीसरी लहर से बचाना होगा। सभी व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद रखें। सतर्क और सावधान रहते हुए अभी से प्रयास करें। जनता की जिंदगी की सुरक्षा के उपायों में कोई कमी नहीं रहे।
सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कोविड को नियंत्रण करना जरूरी
ख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना टेस्ट का लक्ष्य बढ़ायें। अमेरिका, इंग्लैंड में बहुत ज्यादा केस आ रहे हैं। यह मानकर चले कि ओमिक्रान हमारे यहाँ आ गया है। प्रदेश में वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके नागरिक ही जिम, सिनेमा हॉल एवं अन्य स्थानों पर जा सकेंगे। आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, यह भी सुनिश्चित किया जाए। ऑक्सीजन की कमी नहीं रहने दें। इसे प्राथमिकता से लें। मास्क लगाना जरूरी है। वैक्सीनेशन और टेस्टिंग कराने की अपील हो। पूरी स्थिति पर नियंत्रण रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अमेरिका, यूके, डेनमार्क की स्थिति देखें तो ओमिक्रान तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में पूरी जिम्मेदारी, सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कोविड को नियंत्रित करना जरूरी है।
अनावश्यक भीड़ वाले आयोजन से बचें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के साथ बैठक करें। प्रभारी मंत्री भी बैठकों में जुड़ें। संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, अनावश्यक भीड़ वाले आयोजन से बचें। कलेक्टर इसका पालन करायें।
वैक्सीनेशन लगातार जारी रखें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वैक्सीनेशन में विभागों सहित कलेक्टर्स को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम सेकेण्ड वैक्सीन की डोज में देश में नं-1 है और पहले डोज़ में भी हम लगभग नंबर वन है। वैक्सीनेशन लगातार जारी रखें। शासकीय अधिकारी-कर्मचारी सभी का वैक्सीनेशन हो।
क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को सक्रिय करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पॉजीटिव प्रकरण आ रहे हैं। टेस्टिंग कम न हो, लक्ष्य के अनुसार टेस्ट प्रतिदिन हों। पॉजीटिव आने पर 30 लोगों की कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग हो। होम आयसोलेशन की व्यवस्था न होने पर अस्पताल में भर्ती करें। अस्पतालों में वेंटीलेटर्स और बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था हो। ऑक्सीजन की लाइनें ठीक रहे। आयसोलेशन बिस्तर देख लें, पीएसए प्लांट चालू हालात में रहे। कंसन्ट्रेटर चालू करके देख लें। बिजली व्यवस्था ठीक रहें, जनरेटर की भी व्यवस्था हो। आवश्यक आवश्यक दवाओं का कम से कम एक महीने का स्टॉक हो। कोविड केयर सेंटर को फिर से चिन्हित करें। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में 31 मार्च तक अनुबंध बढ़ाया गया है। पीएसए संयंत्र के लिए तकनीशियन की व्यवस्था रखें। सभी जिलों में प्लानिंग रिपोर्ट बना लें। मैपिंग कर प्रायवेट और शासकीय अस्पतालों में बिस्तरों की व्यवस्था को देखें। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज में समन्वय करें। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को सक्रिय करें। जनता को साथ लेकर काम करें। गरीब की रोजी-रोटी को बचा सकें, इसका भी ध्यान रखा जाए। जनता को कोई असुविधा न हो। समन्वय से कार्य करें।
प्रदेश में 8 से 22 जनवरी 2022 तक होंगी "स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा"
समुदाय के स्वास्थ्य एवं पोषण विषयों पर भागीदारी एवं "सुपोषित भारत" के लक्ष्य को प्राप्त करने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 8 से 22 जनवरी 2022 तक "स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा" का आयोजन किया जाएगा। इस स्पर्धा का उद्देश्य 06 वर्ष तक की आयु वर्ग के पोषण स्तर में सुधार लाना, बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित मुद्दों के साथ बड़े पैमाने पर समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव पैदा करना है। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार प्रदेश के सभी जिलों के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली स्पर्धा आँगनवाड़ी केन्द्र, पंचायत, स्कूल, विशेष कैम्प, स्वास्थ्य केन्द्र एवं घरों में की जाएगी। इसकी प्रविष्टि पोषण ट्रेकर एप के ऑनलाइन मॉड्यूल पर दर्ज की जाएगी। "स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा" का आयोजन समुदाय को पोषण, स्वास्थ्य और कल्याण के मुद्दों को और अधिक संवेदनशील बनाएगा। इसका उद्देश्य माता-पिता और बच्चों में स्वस्थ रहने के लिये प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करना भी है। वर्तमान में 0 से 6 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 57 प्रतिशत बच्चों को एकीकृत बाल विकास सेवा का लाभ प्राप्त हो रहा है। इस तरह के आयोजनों से शेष बच्चों को भी योजना में पंजीकृत होने और इसका लाभ प्राप्त करने के लिये प्रेरणा मिलेगी। यह स्पर्धा बच्चों में कुपोषण और समय पर उपचारात्मक हस्तक्षेप के लिये नियमित निगरानी के महत्व को स्थापित करेगी। स्पर्धा में 0 से 6 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों की ऊँचाई, लंबाई और उम्र का डेटा संकलित करने में मदद मिलेगी। इससे प्रदेश एवं सभी जिलों से स्टंटिंग, वेस्टड और कम वजन के बच्चों का चिन्हांकन हो सकेगा।
मतदाताओं की पहचान स्थापित करने हेतु 22 दस्तावेज मान्य
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा त्रि-स्तरीय पंचायतों के निर्वाचन में मतदाताओं की पहचान स्थापित करने 22 दस्तावेजों को मान्य किये गए है। मतदाताओं को मतदान केन्द्र पर इन 22 दस्तावेजों में से कोई एक दस्तावेज पीठासीन अधिकारी अथवा उसके द्वारा प्राधिकृत अधिकारी को पहचान स्थापित करने के लिये प्रस्तुत करना होगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती अमृता गर्ग ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि इन 22 दस्तावेजों के अतिरिक्त पीठासीन अधिकारी कोई अन्य अभिलेख भी स्वीकर कर सकेगा जिससे मतदाता की पहचान के संबंध में संतुष्ट हो सके। आयोग के मुताबिक मान्य दस्तावेजों में से परिवार के मुखिया के पास उपलब्ध दस्तावेज से परिवार के दूसरे सदस्यों की पहचान की अनुमति दी जा सकेगी। इसी प्रकार परिवार के दूसरे सदस्य के नाम के कोई दस्तावेज का उपयोग परिवार के अन्य सदस्यों की पहचान के लिये भी किया जा सकेगा। बशर्तें ऐसे दस्तावेज के आधार पर दूसरे सदस्यों की पहचान की जा सकती हो। राज्य निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई मतदाता दस्तावेज प्रस्तुत करने में असफल रहता है तो पीठासीन अधिकारी स्थानीय कोटवार, पटवारी, शिक्षक, ग्राम पटैल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सहायिका आदि अथवा किसी प्रतिष्ठित स्थानीय निवासी से उसकी पहचान स्थापित कराने के उपरांत उसे मतपत्र प्रदान कर सकेगा। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओें की पहचान स्थापित करने के लिये मान्य किये गये दस्तावेजों में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदाय किया गया मतदाता पहचान पत्र, भू-अधिकार एवं ऋण पुस्तिका, पीला राशन कार्ड, नीला राशन कार्ड, राशन कार्ड, बैंक अथवा किसान या डाकघर की पासबुक, शस्त्र लायसेंस, संपत्ति दस्तावेज जैसे पट्टा या रजिस्ट्रीकृत अभिलेख आदि, विकलांग प्रमाण-पत्र, निराश्रित प्रमाण पत्र, तेंदुपत्ता संग्राहक पहचान पत्र, सहकारी समिति का अंश प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लायसेंस, आयकर पहचान पत्र (पेन कार्ड), राज्य अथवा केन्द्र सरकार या सार्वजनिक उपक्रम या स्थानीय निकाय अथवा निजी औद्योगिक घरानों द्वारा कर्मचारियों को जारी सेवा पहचान पत्र, छात्र पहचान पत्र, सक्षम प्राधिकारियों द्वारा जारी अनुसूचित जाति अथवा अनुसूचित जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अधिवासी प्रमाण पत्र, पेंशन दस्तावेज जैसे कि भूतपूर्व सैनिक पेंशन बुक या पेंशन अदायगी आदेश अथवा भूतपूर्व सैनिक विधवा या आश्रित प्रमाण पत्र, रेल्वे पहचान पत्र तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पहचान पत्र शामिल है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा के लिए अऋणी किसान 31 दिसम्बर तक प्रीमियम भरें
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिले के सभी अऋणी किसान भाई फसल बीमा का लाभ लेने के लिए 31 दिसम्बर 2021 तक प्रीमियम भरकर लाभ उठा सकेंगे। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने बताया कि जिले में रबी मौसम 2021-22 के लिए गेंहू सिंचित, असिंचित, चना फसल पटवारी हल्का स्तर पर एवं मसूर फसल जिला स्तर पर अधिसूचित की गई है। जिसका स्केल ऑफ फाइनेंस के आधार 1.5 प्रतिशत के मान से गेंहू सिंचित 525 रूपए प्रति हेक्टेयर तथा असिंचित गेंहू के लिए 394.50 रूपये, चना के लिए 525 रूपए प्रति हेक्टेयर तथा मसूर के लिए 330 रूपए प्रति हेक्टेयर कृषकों द्वारा फसल बीमा प्रीमियम राशि रबी 2021-22 हेतु जमा की जानी है। अऋणी कृषकों द्वारा पूर्व उल्लेखित प्रीमियम राशि के साथ आवश्यक दस्तावेज भू-अधिकार पुस्तिका, सक्षम अधिकारी (पटवारी अथवा ग्राम पंचायत) द्वारा जारी बुआई प्रमाण पत्र, पूर्णतः भरा हुआ प्रस्ताव फार्म एवं पहचान पत्र (आधार कार्ड) के साथ कृषक की बैंक खाता पासबुक की फोटो कॉपी जिसमें आईएफएससी कोड एवं बैंक खाता क्रमांक स्पष्ट रूप से अंकित होना अनिवार्य है ताकि देय बीमा क्लेम राशि कृषक के खाते में समायोजित हो सकें। अऋणी कृषकों द्वारा रबी फसल बीमा कराए जाने के लिए बैंक में प्रस्ताव जमा कराने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2021 है। संबंधित कृषक भाईयों से आग्रह किया गया है कि अधिसूचना अनुसार फसल बीमा हेतु निर्धारित प्रीमियम राशि एवं पूर्व उल्लेखित दस्तावेज सहित अंतिम तिथि तक बैंक में जमा कराकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उठाएं। अन्य किसी प्रकार की जानकारी के लिए कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, विकासखण्ड में पदस्थ वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं सहकारी बैंक शाखा, राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा एवं बीमा कंपनी द्वारा नियुक्त जिला प्रतिनिधि तहसील स्तर पर नियुक्त किए गए बीमा कंपनी के प्रतिनिधि से सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है।
सेवानिवृत्त होने वाले शासकीय सेवक के पेंशन के लिए संयुक्त बैंक खाते अनिवार्य
जिले के समस्त आहरण एवं वितरण अधिकारी अपने कार्यालय में आगामी सेवानिवृत्त होने वाले शासकीय सेवकों के संयुक्त बैंक खाते ओर (सेवा पुस्तिका में नॉमिनी अनुसार ) अनिवार्यता खुलवाए जाये तथा आईएफएमआइएस में पेंशन फार्म तभी सबमिट किया जाकर जनरेट किया जाए जब सेवानिवृत्त होने वाले शासकीय सेवक का पेंशन हेतु अधिकृत बैंक शाखा में संयुक्त बैंक खाते में प्रथम नाम शासकीय सेवक का एवं द्वितीय नाम परिवार पेंशनर का हो बैंक में संयुक्त खाता धारक के नाम नॉमिनेशन प्रस्तुत किया गया हो एवं जिसे बैंक शाखा द्वारा मान्य किया गया हो। यह प्रक्रिया दिसम्बर एवं आगामी माह में सेवानिवृत्त, मृत या वीआरएस ले रहे हो एसे सभी शासकीय सेवकों पर लागू रहेगी तभी परिवार पेंशन प्रारंभ करना सुनिश्चित किया जाये। साथ ही पी.पी.ओ. में यदि परिवार पेंशनर का नाम अंकित हो तो संबंधित परिवार पेंशनर द्वारा पेंशनर का मृत्यु प्रमाणपत्र बैंक पासबुक की छायाप्रति, वैधानिक परिचय पत्र यथा आधार, पेन कार्ड, वोटर आई डी सहित आवेदन प्रस्तुत करने पर तथा अन्य आवश्यक औपचारिकताओं की मूर्ति यथाशीघ्र करने पर परिवार पेंशन प्रारंभ की जायेगी।
तुषार, पाले एवं शीत लहर से बचाव के लिए किसानों को सलाह
वर्तमान में चल रही शीतलहर को दृष्टिगत रखते हुए किसान कल्याण एवं कृषि विभाग द्वारा शीत लहर एवं तुषार, पाले की सम्भावना वाले मौसम में, शीत एवं पाले के प्रति अति संवेदनशील फसलें जैसे-सब्जी, भाजी एवं चना, सरसों, मटर की फसल के चारों ओर शाम के समय खेत के उत्तर-पश्चिम हिस्से में धुआं करने की किसानों को सलाह दी गई है। पाला पड़ने की संभावना पर फसलों पर जल विलेय सल्फर 80 प्रतिशत की 500 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करने एवं खेतों से खरपतवार की निदाई- गुड़ाई कर निकलवाने की सलाह दी गई है ताकि खेत में वायु एवं प्रकाश पर्याप्त रूप से फसल को प्राप्त होता रहे और मौसम की विपरीत दशाओं से फसल को सुरक्षा प्राप्त हो सके।
होम क्वारंटाइन व्यक्तियों के लिए कोविड-19 कमांड कॉल सेंटर
जिले में जो व्यक्ति होम क्वारंटाइन में है उनके निवास स्थान से सीधे संवाद के लिए जिला स्तरीय कोविड–19 कमाण्ड कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। जिसका संपर्क नंबर -07562-1075 है। जिला स्तर पर जिला कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर के मोबाइल नंबर 942540273, 7987652577, 9425400453 पर कॉल सेंटर पर संपर्क किया जा सकता है। राज्य स्तर पर 104 या 181 नंबर पर कॉल करके भी टेलीनेडिसीन सेवा का लाभ लिया जा सकता है। 24x7 हेल्पलाइन नंबर 104 पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है। होम क्वारंटाइन व्यक्तियों तथा उनके परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18002330175 जारी किया गया है। होम क्वारटाइन व्यक्ति अथवा उनके परिजन इमोशनल वेलनेस तथा साइकोलॉजिकल सपोर्ट एवं अन्य जरूरी परामर्श मानसिक सेवा प्रदाताओं से नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं। मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा होम आइसोलेट व्यक्तियों की सतत् निगरानी की जा रही है।
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