- जनपक्षीय पत्रकार कमाल खान का असामयिक निधन देश व पत्रकारिता जगत के लिए बड़ा नुकसान: माले
- माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने दी श्रद्धांजलि -भारतीय मीडिया में उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी.
पटना 14 जनवरी, टेजीविजन जगत के जाने-माने जनपक्षीय पत्रकार कमाल खान के असमायिक निधन पर भाकपा-माले ने गहरा दुख जताया है और इसे देश व पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है. माले महासचिव ने अपने ट्वीट में कहा है कि उनका निधन टेलीविजन पत्रकारिता के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है. उत्तरप्रदेश के कोने-कोने से उनकी फील्ड रिपोर्टिंग को लंबे समय तक याद रखा जाएगा. भारतीय मीडिया में उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी. भाकपा-माले राज्य कार्यालय में कमाल खान को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर माले के राज्य सचिव कुणाल, समकालीन लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर, एआईपीएफ के संयोजक कमलेश शर्मा, हिरावल के संतोष झा, पार्टी के मीडिया प्रभारी कुमार परवेज और राज्य कार्यालय सचिव प्रकाश कुमार उपस्थित थे. माले राज्य सचिव कुणाल ने अपने शोक वक्तव्य में कहा कि फासीवाद के उभार के दौर में कमाल खान का जाना अत्यंत दुखद है. फासीवादी ताकतों के खिलाफ सच्ची पत्रकारिता का उन्होंने जो उदाहरण पेश किया, उसे हम सब हमेशा याद रखेंगे और आने वाली पीढ़ियां प्रेरणा लेंगी.
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