26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ मनाया जाएगा : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 9 जनवरी 2022

26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ मनाया जाएगा : मोदी

vir-bal-diwas-on-26-december
नयी दिल्ली, नौ जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को घोषणा की कि सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह के चारों बेटों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस साल से 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। मोदी ने गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर यह घोषणा की। उन्होंने ट्वीट किया कि यह ‘साहिबजादों’ के साहस और न्याय स्थापना की उनकी कोशिश को उचित श्रद्धांजलि है। गुरु गोबिंद सिंह के चारों पुत्रों की मुगलों ने हत्या कर दी थी। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘वीर बाल दिवस उसी दिन मनाया जाएगा, जब साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी ने दीवार में जिंदा चिनवा दिए जाने के बाद शहीदी प्राप्त की थी। इन दो महान हस्तियों ने धर्म के महान सिद्धांतों से विचलित होने के बजाय मौत को चुना।’’ उन्होंने कहा, ‘‘माता गुजरी, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और चार साहिबजादों की बहादुरी और आदर्शों ने लाखों लोगों को ताकत दी। उन्होंने कभी अन्याय के आगे सिर नहीं झुकाया। उन्होंने समावेशी और सौहार्दपूर्ण विश्व की कल्पना की। यह समय की मांग है कि और लोगों को उनके बारे में पता चले।’’ केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सिख समुदाय तक पहुंच बनाने के लिए कई कदम उठा रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को लागू किए जाने के बाद सिख समुदाय सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से खफा हो गया था। प्रधानमंत्री ने इन कानूनों को निरस्त किए जाने की हाल में घोषणा की थी।

कोई टिप्पणी नहीं: